ऑफर - Urjas Oil सिर्फ ₹ 1 में X
Folygel Dha इन बिमारियों के इलाज में काम आती है -
अन्य लाभ
यह अधिकतर मामलों में दी जाने वाली Folygel Dha की खुराक है। कृपया याद रखें कि हर रोगी और उनका मामला अलग हो सकता है। इसलिए रोग, दवाई देने के तरीके, रोगी की आयु, रोगी का चिकित्सा इतिहास और अन्य कारकों के आधार पर Folygel Dha की खुराक अलग हो सकती है।
दवाई की खुराक बीमारी और उम्र के हिसाब से जानें
आयु वर्ग | खुराक |
चिकित्सा साहित्य में Folygel Dha के दुष्प्रभावों के बारे में कोई सूचना नहीं मिली है। हालांकि, Folygel Dha का इस्तेमाल करने से पहले हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह-मशविरा जरूर करें।
क्या Folygel Dha का उपयोग गर्भवती महिला के लिए ठीक है?
Folygel Dha का गर्भवती महिलाओं पर कोई दुष्प्रभाव नहीं पड़ता है।
क्या Folygel Dha का उपयोग स्तनपान करने वाली महिलाओं के लिए ठीक है?
स्तनपान कराने वाली महिलाएं Folygel Dha का सेवन कर सकती है।
Folygel Dha का प्रभाव गुर्दे पर क्या होता है?
किडनी के लिए Folygel Dha नुकसानदायक नहीं है।
Folygel Dha का जिगर (लिवर) पर क्या असर होता है?
लीवर के लिए Folygel Dha हानिकारक नहीं होती। आप इसे डॉक्टर की सलाह के बिना भी ले सकते हैं।
क्या ह्रदय पर Folygel Dha का प्रभाव पड़ता है?
कुछ मामलों में Folygel Dha हृदय पर साइड इफेक्ट दिखा देती है। लेकिन यह प्रभाव मामूली रूप से होगा।
Folygel Dha को इन दवाइयों के साथ लेने से गंभीर दुष्प्रभाव या साइड इफेक्ट्स हो सकते हैं -
गंभीर
मध्यम
हल्का
अगर आपको इनमें से कोई भी रोग है तो, Folygel Dha को न लें क्योंकि इससे आपकी स्थिति और बिगड़ सकती है। अगर आपके डॉक्टर उचित समझें तो आप इन रोग से ग्रसित होने के बावजूद Folygel Dha ले सकते हैं -
स्पाइना बिफिडा एक जन्मदोष है जिसमें रीढ़ की हड्डी और मेरुदंड ठीक तरह से नहीं बन पाते हैं। इसे न्यूरल ट्यूब दोष की श्रेणी में रखा गया है। इस दोष के कारण भ्रूण की न्यूरल ट्यूब ठीक तरह से बंद नहीं हो पाती है और इस वजह से भ्रूण की रीढ़ की हड्डी पूरी तरह से नहीं बन पाती है। रिसर्च के मुताबिक Folygel Dha भ्रूण को स्पाइना बिफिडा से बचाती है।
रोज़ Folygel Dha एक ही समय (सुबह या रात) पर लेनी चाहिए। एक गिलास पानी और खाने के साथ या खाने के बिना Folygel Dha ले सकते हैं।
एनेनसेफलि एक गंभीर जन्मजात विकार है जिसमें शिुश खोपड़ी और मस्तिष्क के कुछ हिस्सों के बिना पैदा होता है। इसे न्यूरल ट्यूब विकार के रूप में भी जाना जाता है।
न्यूरल ट्यूब विकार एक गंभीर जन्मजात दोष है जोकि गर्भावस्था के शुरुआती हफ्तों में शिशु की न्यूरल ट्यूब के ठीक से बंद नहीं होने पर होता है। इसके कारण रीढ़ की हड्डी और मस्तिष्क में विकार हो सकते हैं।
लंबे समय तक Folygel Dha की 800 से 1200 माइक्रोग्राम की खुराक लेने की वजह से ह्रदय रोग, फेफड़ों और प्रोस्टेट कैंसर होने का खतरा रहता है।