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Dhootapapeshwar Triphala Choorna बिना डॉक्टर के पर्चे द्वारा मिलने वाली आयुर्वेदिक दवा है, जो मुख्यतः कब्ज, एंटीऑक्सीडेंट, इंफ्लेमेटरी डिजीज के इलाज के लिए उपयोग किया जाता है। इसके अलावा Dhootapapeshwar Triphala Choorna का उपयोग कुछ दूसरी समस्याओं के लिए भी किया जा सकता है। इनके बारे में नीचे विस्तार से जानकारी दी गयी है। Dhootapapeshwar Triphala Choorna के मुख्य घटक हैं आंवला, हरीतकी, बहेड़ा जिनकी प्रकृति और गुणों के बारे में नीचे बताया गया है। Dhootapapeshwar Triphala Choorna की उचित खुराक मरीज की उम्र, लिंग और उसके स्वास्थ्य संबंधी पिछली समस्याओं पर निर्भर करती है। यह जानकारी विस्तार से खुराक वाले भाग में दी गई है।
आंवला |
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हरीतकी (हरड़) |
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बहेड़ा |
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Dhootapapeshwar Triphala Choorna इन बिमारियों के इलाज में काम आती है -
मुख्य लाभ
अन्य लाभ
यह अधिकतर मामलों में दी जाने वाली Dhootapapeshwar Triphala Choorna की खुराक है। कृपया याद रखें कि हर रोगी और उनका मामला अलग हो सकता है। इसलिए रोग, दवाई देने के तरीके, रोगी की आयु, रोगी का चिकित्सा इतिहास और अन्य कारकों के आधार पर Dhootapapeshwar Triphala Choorna की खुराक अलग हो सकती है।
आयु वर्ग | खुराक |
व्यस्क |
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बुजुर्ग |
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चिकित्सा साहित्य में Dhootapapeshwar Triphala Choorna के दुष्प्रभावों के बारे में कोई सूचना नहीं मिली है। हालांकि, Dhootapapeshwar Triphala Choorna का इस्तेमाल करने से पहले हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह-मशविरा जरूर करें।
क्या Dhootapapeshwar Triphala Choorna का उपयोग गर्भवती महिला के लिए ठीक है?
गर्भवती स्त्रियों पर Dhootapapeshwar Triphala Choorna के दुष्प्रभाव हो सकते हैं। गर्भवती महिलाएं Dhootapapeshwar Triphala Choorna के दुष्प्रभाव महसूस करें, तो इसे लेना तुरंत बंद कर दें और डॉक्टर से पूछने के बाद ही लें।
क्या Dhootapapeshwar Triphala Choorna का उपयोग स्तनपान करने वाली महिलाओं के लिए ठीक है?
स्तनपान कराने वाली महिलाएं Dhootapapeshwar Triphala Choorna के दुष्प्रभाव को महसूस कर सकती हैं, आप भी यदि इस दवा से कोई दुष्प्रभाव अनुभव करें तो इसको लेना बंद कर दें और चिकित्सक जब बोले तब ही दोबारा शुरू करें।
Dhootapapeshwar Triphala Choorna का पेट पर क्या असर होता है?
Dhootapapeshwar Triphala Choorna का पेट पर कोई दुष्प्रभाव नहीं होता।
क्या Dhootapapeshwar Triphala Choorna का उपयोग बच्चों के लिए ठीक है?
बच्चों में Dhootapapeshwar Triphala Choorna का इस्तेमाल नहीं होता है।
क्या Dhootapapeshwar Triphala Choorna का उपयोग शराब का सेवन करने वालों के लिए सही है
Dhootapapeshwar Triphala Choorna के बुरे प्रभावों के बारे में जानकारी मौजूद नहीं है। क्योंकि इस विषय पर अभी रिसर्च नहीं हो पाई है। अतः डॉक्टर के परामर्श के बाद ही इस दवा को लें।
क्या Dhootapapeshwar Triphala Choorna शरीर को सुस्त तो नहीं कर देती है?
Dhootapapeshwar Triphala Choorna के सेवन के बाद चक्कर आना या झपकी आना जैसी दिक्कतें नहीं होती हैं। इसलिए आप वाहन चला सकते हैं या मशीनरी का इस्तेमाल भी कर सकते हैं।
क्या Dhootapapeshwar Triphala Choorna का उपयोग करने से आदत तो नहीं लग जाती है?
नहीं, Dhootapapeshwar Triphala Choorna को लेने के बाद आपको इसकी आदत नहीं पड़ती है।
आप Dhootapapeshwar Triphala Choorna को निम्नलिखित के साथ ले सकते है:
क्या Dhootapapeshwar Triphala Choorna को घी के साथ ले सकते है?
घी Dhootapapeshwar Triphala Choorna के चिकित्सकीय प्रभावों को बढ़ाने में मददगार हो सकता है।
क्या Dhootapapeshwar Triphala Choorna को शहद के साथ ले सकते है?
शहद के साथ Dhootapapeshwar Triphala Choorna का उपयोग सुरक्षापूर्वक किया जा सकता है।
क्या Dhootapapeshwar Triphala Choorna को गुनगुना पानी के साथ ले सकते है?
हां, Dhootapapeshwar Triphala Choorna को गुनगुने पानी के साथ लेने से कोई हानिकारक प्रभाव नहीं पड़ता है।
इस जानकारी के लेखक है -
BAMS, गैस्ट्रोएंटरोलॉजी, डर्माटोलॉजी, मनोचिकित्सा, आयुर्वेद, सेक्सोलोजी, मधुमेह चिकित्सक
10 वर्षों का अनुभव
संदर्भ
Ministry of Health and Family Welfare. Department of Ayush: Government of India. Volume 1. Ghaziabad, India: Pharmacopoeia Commission for Indian Medicine & Homoeopathy; 1986: Page No 5-8
Ministry of Health and Family Welfare. Department of Ayush: Government of India. [link]. Volume 1. Ghaziabad, India: Pharmacopoeia Commission for Indian Medicine & Homoeopathy; 1986: Page No 62-63
Ministry of Health and Family Welfare. Department of Ayush: Government of India. [link]. Volume 1. Ghaziabad, India: Pharmacopoeia Commission for Indian Medicine & Homoeopathy; 1986: Page No 33 - 34
Ministry of Health and Family Welfare. Department of Ayush: Government of India. [link]. Volume 1. Ghaziabad, India: Pharmacopoeia Commission for Indian Medicine & Homoeopathy; 1986: Page No 33 - 34