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Dhootapapeshwar Brahmi Vati Suvarnayukta बिना डॉक्टर के पर्चे द्वारा मिलने वाली आयुर्वेदिक दवा है, जो मुख्यतः मानसिक रोग, चिंता, याददाश्त खोना, निद्रा रोग के इलाज के लिए उपयोग किया जाता है। इसके अलावा Dhootapapeshwar Brahmi Vati Suvarnayukta का उपयोग कुछ दूसरी समस्याओं के लिए भी किया जा सकता है। इनके बारे में नीचे विस्तार से जानकारी दी गयी है। Dhootapapeshwar Brahmi Vati Suvarnayukta के मुख्य घटक हैं ब्राह्मी, जटामांसी, शंखपुष्पी, वाचा, स्वरना भसमा जिनकी प्रकृति और गुणों के बारे में नीचे बताया गया है। Dhootapapeshwar Brahmi Vati Suvarnayukta की उचित खुराक मरीज की उम्र, लिंग और उसके स्वास्थ्य संबंधी पिछली समस्याओं पर निर्भर करती है। यह जानकारी विस्तार से खुराक वाले भाग में दी गई है।
ब्राह्मी |
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जटामांसी |
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शंखपुष्पी |
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वाचा |
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स्वर्ण भसमा |
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Dhootapapeshwar Brahmi Vati Suvarnayukta (10) इन बिमारियों के इलाज में काम आती है -
मुख्य लाभ
अन्य लाभ
यह अधिकतर मामलों में दी जाने वाली Dhootapapeshwar Brahmi Vati Suvarnayukta (10) की खुराक है। कृपया याद रखें कि हर रोगी और उनका मामला अलग हो सकता है। इसलिए रोग, दवाई देने के तरीके, रोगी की आयु, रोगी का चिकित्सा इतिहास और अन्य कारकों के आधार पर Dhootapapeshwar Brahmi Vati Suvarnayukta (10) की खुराक अलग हो सकती है।
आयु वर्ग | खुराक |
व्यस्क |
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बुजुर्ग |
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चिकित्सा साहित्य में Dhootapapeshwar Brahmi Vati Suvarnayukta के दुष्प्रभावों के बारे में कोई सूचना नहीं मिली है। हालांकि, Dhootapapeshwar Brahmi Vati Suvarnayukta का इस्तेमाल करने से पहले हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह-मशविरा जरूर करें।
क्या Dhootapapeshwar Brahmi Vati Suvarnayukta (10) का उपयोग गर्भवती महिला के लिए ठीक है?
Dhootapapeshwar Brahmi Vati Suvarnayukta के सुरक्षा व हानि पहुंचाने वाले प्रभावों के विषय में किसी तरह की कोई रिसर्च नहीं हुई है। इसलिए इस बारे में कुछ कहा नहीं जा सकता है, आप इस दवा के सेवन से पूर्व अपने डॉक्टर से सलाह लें।
क्या Dhootapapeshwar Brahmi Vati Suvarnayukta (10) का उपयोग स्तनपान करने वाली महिलाओं के लिए ठीक है?
कुछ समय से स्तनपान कराने वाली महिला को Dhootapapeshwar Brahmi Vati Suvarnayukta से किस तरह के प्रभाव होंगे, इस विषय पर किसी भी विशेषज्ञ का कोई मत नहीं हैं। इसलिए डॉक्टर से परार्मश के बाद ही इसका सेवन करें।
Dhootapapeshwar Brahmi Vati Suvarnayukta (10) का पेट पर क्या असर होता है?
Dhootapapeshwar Brahmi Vati Suvarnayukta के दुष्परिणामों की कोई जानकारी नहीं है, क्योंकि इसको लेकर कोई रिसर्च नहीं हुई है।
क्या Dhootapapeshwar Brahmi Vati Suvarnayukta (10) का उपयोग बच्चों के लिए ठीक है?
बच्चों में इस्तेमाल के लिए Dhootapapeshwar Brahmi Vati Suvarnayukta को स्वीकृति नहीं मिली है।
क्या Dhootapapeshwar Brahmi Vati Suvarnayukta (10) का उपयोग शराब का सेवन करने वालों के लिए सही है
Dhootapapeshwar Brahmi Vati Suvarnayukta का शरीर पर क्या असर होता है इस बारे में कुछ कह पाना मुश्किल है। इस पर कोई रिसर्च नहीं हो पाई है।
क्या Dhootapapeshwar Brahmi Vati Suvarnayukta (10) शरीर को सुस्त तो नहीं कर देती है?
Dhootapapeshwar Brahmi Vati Suvarnayukta के सेवन के बाद चक्कर आना या झपकी आना जैसी दिक्कतें नहीं होती हैं। इसलिए आप वाहन चला सकते हैं या मशीनरी का इस्तेमाल भी कर सकते हैं।
क्या Dhootapapeshwar Brahmi Vati Suvarnayukta (10) का उपयोग करने से आदत तो नहीं लग जाती है?
Dhootapapeshwar Brahmi Vati Suvarnayukta की लत नहीं लगती, लेकिन फिर भी आपको इसे लेने से पहले सर्तकता बरतनी बेहद जरूरी है और इस विषय पर डॉक्टरी सलाह अवश्य लें।
आप Dhootapapeshwar Brahmi Vati Suvarnayukta (10) को निम्नलिखित के साथ ले सकते है:
क्या Dhootapapeshwar Brahmi Vati Suvarnayukta (10) को दूध के साथ ले सकते है?
हां, Dhootapapeshwar Brahmi Vati Suvarnayukta (10) को दूध के साथ लिया जा सकता है।
क्या Dhootapapeshwar Brahmi Vati Suvarnayukta (10) को घी के साथ ले सकते है?
Dhootapapeshwar Brahmi Vati Suvarnayukta (10) को घी के साथ लेने की सलाह दी जाती है, क्योंकि घी इसे और भी प्रभावी बना सकता है।
क्या Dhootapapeshwar Brahmi Vati Suvarnayukta (10) को शहद के साथ ले सकते है?
शहद के साथ Dhootapapeshwar Brahmi Vati Suvarnayukta (10) लेना पूरी तरह से सुरक्षित है।
इस जानकारी के लेखक है -
BAMS, गैस्ट्रोएंटरोलॉजी, डर्माटोलॉजी, मनोचिकित्सा, आयुर्वेद, सेक्सोलोजी, मधुमेह चिकित्सक
10 वर्षों का अनुभव
संदर्भ
Ministry of Health and Family Welfare. Department of Ayush: Government of India. Volume- II. Ghaziabad, India: Pharmacopoeia Commission for Indian Medicine & Homoeopathy; 1999: Page No 25-27
Ministry of Health and Family Welfare. Department of Ayush: Government of India. [link]. Volume 1. Ghaziabad, India: Pharmacopoeia Commission for Indian Medicine & Homoeopathy; 1986: Page No 67-68
Ministry of Health and Family Welfare. Department of Ayush: Government of India. [link]. Volume 2. Ghaziabad, India: Pharmacopoeia Commission for Indian Medicine & Homoeopathy; 1999: Page No 155 - 157
Ministry of Health and Family Welfare. Department of Ayush: Government of India. [link]. Volume 2. Ghaziabad, India: Pharmacopoeia Commission for Indian Medicine & Homoeopathy; 1999: Page No 177 - 179