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Dhootapapeshwar Bhaskar Lavana Choorna बिना डॉक्टर के पर्चे द्वारा मिलने वाली आयुर्वेदिक दवा है, जो मुख्यतः पाचन तंत्र के रोग, एसिडिटी के इलाज के लिए उपयोग किया जाता है। इसके अलावा Dhootapapeshwar Bhaskar Lavana Choorna का उपयोग कुछ दूसरी समस्याओं के लिए भी किया जा सकता है। इनके बारे में नीचे विस्तार से जानकारी दी गयी है। Dhootapapeshwar Bhaskar Lavana Choorna के मुख्य घटक हैं आंवला, ज़ीरा, काली मिर्च, अदरक, दालचीनी, इलायची जिनकी प्रकृति और गुणों के बारे में नीचे बताया गया है। Dhootapapeshwar Bhaskar Lavana Choorna की उचित खुराक मरीज की उम्र, लिंग और उसके स्वास्थ्य संबंधी पिछली समस्याओं पर निर्भर करती है। यह जानकारी विस्तार से खुराक वाले भाग में दी गई है।
आंवला |
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जीरा |
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काली मिर्च |
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अदरक |
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दालचीनी |
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इलायची |
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Dhootapapeshwar Bhaskar Lavana Choorna 500gm इन बिमारियों के इलाज में काम आती है -
मुख्य लाभ
अन्य लाभ
यह अधिकतर मामलों में दी जाने वाली Dhootapapeshwar Bhaskar Lavana Choorna 500gm की खुराक है। कृपया याद रखें कि हर रोगी और उनका मामला अलग हो सकता है। इसलिए रोग, दवाई देने के तरीके, रोगी की आयु, रोगी का चिकित्सा इतिहास और अन्य कारकों के आधार पर Dhootapapeshwar Bhaskar Lavana Choorna 500gm की खुराक अलग हो सकती है।
आयु वर्ग | खुराक |
व्यस्क |
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बुजुर्ग |
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चिकित्सा साहित्य में Dhootapapeshwar Bhaskar Lavana Choorna के दुष्प्रभावों के बारे में कोई सूचना नहीं मिली है। हालांकि, Dhootapapeshwar Bhaskar Lavana Choorna का इस्तेमाल करने से पहले हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह-मशविरा जरूर करें।
क्या Dhootapapeshwar Bhaskar Lavana Choorna 500gm का उपयोग गर्भवती महिला के लिए ठीक है?
गर्भवती महिलाओं पर Dhootapapeshwar Bhaskar Lavana Choorna का असर क्या होगा इस बारे में कोई रिसर्च नहीं की गई है। इसलिए इसकी सही जानकारी मौजूद नही है।
क्या Dhootapapeshwar Bhaskar Lavana Choorna 500gm का उपयोग स्तनपान करने वाली महिलाओं के लिए ठीक है?
Dhootapapeshwar Bhaskar Lavana Choorna का स्तनपान कराने वाली औरतों के शरीर पर किस तरह का प्रभाव होगा रिसर्च न हो पाने की वजह से कुछ कहा नहीं जा सकता है। इसलिए दवा लेने से पूर्व डॉक्टर से मिलें।
Dhootapapeshwar Bhaskar Lavana Choorna 500gm का पेट पर क्या असर होता है?
बिना किसी डर के आप Dhootapapeshwar Bhaskar Lavana Choorna ले सकते हैं। यह पेट के लिए सुरक्षित है।
क्या Dhootapapeshwar Bhaskar Lavana Choorna 500gm का उपयोग बच्चों के लिए ठीक है?
बाल चिकित्सा के लिए Dhootapapeshwar Bhaskar Lavana Choorna सुरक्षित नहीं है।
क्या Dhootapapeshwar Bhaskar Lavana Choorna 500gm का उपयोग शराब का सेवन करने वालों के लिए सही है
इसके बारे में फिलहाल कोई शोध कार्य नहीं किया गया है। सही जानकारी मौजूद न होने की वजह से Dhootapapeshwar Bhaskar Lavana Choorna का क्या असर होगा इस विषय पर अनुमान लगा पाना मुश्किल होगा।
क्या Dhootapapeshwar Bhaskar Lavana Choorna 500gm शरीर को सुस्त तो नहीं कर देती है?
Dhootapapeshwar Bhaskar Lavana Choorna लेने के बाद ड्राइव करना या दूसरे कामों को करना सुरक्षित है, क्योंकि आपको झपकी नहीं आएगी।
क्या Dhootapapeshwar Bhaskar Lavana Choorna 500gm का उपयोग करने से आदत तो नहीं लग जाती है?
Dhootapapeshwar Bhaskar Lavana Choorna की लत नहीं लगती, लेकिन फिर भी आपको इसे लेने से पहले सर्तकता बरतनी बेहद जरूरी है और इस विषय पर डॉक्टरी सलाह अवश्य लें।
इस जानकारी के लेखक है -
BAMS, गैस्ट्रोएंटरोलॉजी, डर्माटोलॉजी, मनोचिकित्सा, आयुर्वेद, सेक्सोलोजी, मधुमेह चिकित्सक
10 वर्षों का अनुभव
संदर्भ
Ministry of Health and Family Welfare. Department of Ayush: Government of India. Volume 1. Ghaziabad, India: Pharmacopoeia Commission for Indian Medicine & Homoeopathy; 1986: Page No 5-8
Ministry of Health and Family Welfare. Department of Ayush: Government of India. [link]. Volume 1. Ghaziabad, India: Pharmacopoeia Commission for Indian Medicine & Homoeopathy; 1986: Page No 142-143
Ministry of Health and Family Welfare. Department of Ayush: Government of India. [link]. Volume 3. Ghaziabad, India: Pharmacopoeia Commission for Indian Medicine & Homoeopathy; 2001: Page No - 115 - 117
Ministry of Health and Family Welfare. Department of Ayush: Government of India. [link]. Volume 1. Ghaziabad, India: Pharmacopoeia Commission for Indian Medicine & Homoeopathy; 1986: Page No - 138 -139
Ministry of Health and Family Welfare. Department of Ayush: Government of India. [link]. Volume 1. Ghaziabad, India: Pharmacopoeia Commission for Indian Medicine & Homoeopathy; 1986: Page No - 151 - 152
Ministry of Health and Family Welfare. Department of Ayush: Government of India. [link]. Volume 1. Ghaziabad, India: Pharmacopoeia Commission for Indian Medicine & Homoeopathy; 1986: Page No 36-37