Cipzer Hazim Chatni 250 gm

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  • उत्पादक: Cipzer
  • रखने का तरीका: सामान्य तापमान में रखें
  • विक्रेता: Cipzer Herbals
    • मुफ्त शिपिंग उपलब्ध
       
    • मूल का देश: India

    Cipzer Hazim Chatni 250 gm

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    Cipzer Hazim Chatni की जानकारी

    Cipzer Hazim Chatni मुख्यतः पाचन तंत्र के रोग, भूख न लगना, एसिडिटी, और पेट में सूजन के इलाज के लिए उपयोग किया जाता है। Cipzer Hazim Chatni के मुख्य घटक हैं आंवला, हरीतकी (हरड़), कृष्णा ज़ीरका, काली मिर्च, अदरक, पुदीना, और बहेड़ा जिनकी प्रकृति और गुणों के बारे में नीचे बताया गया है। 

    Cipzer Hazim Chatni की सामग्री - Cipzer Hazim Chatni Active Ingredients in Hindi

    आंवला
    • ये दवाएं चोट के कारण होने वाली सूजन को कम करती हैं।
    • ये एजेंट मुक्त कणों को साफ करके ऑक्सीडेटिव तनाव को कम करने में मदद करते हैं।
    • भूख बढ़ाने में मददगार तत्‍व।
    • ये एजेंट पाचन में सुधार करते हैं और भोजन के अवशोषण में सहायता करते हैं।
    • प्रतिरक्षा प्रणाली को ठीक करने वाले पदार्थ।
    • पाचन रस का स्राव बढ़ाकर अपच का इलाज करने वाले घटक।
    हरीतकी (हरड़)
    • ये दवाएं चोट के कारण होने वाली सूजन को कम करती हैं।
    • वे घटक जिनका इस्‍तेमाल फ्री रेडिकल्‍स की सक्रियता को कम करने और ऑक्‍सीडेटिव स्‍ट्रेस (मुक्त कणों के बनने और उनके शरीर के प्रति हानिकरक प्रभाव को न रोक पाने के बीच का असंतुलन) को रोकने के लिए किया जाता है।
    • पाचन क्रिया को सुधारने व खाने को ठीक से अवशोषित करने के लिए उपयोग की जाने वाली दवाएं।
    • कब्ज में मल त्याग की क्रिया को उत्तेजित और सुधार करने वाले एजेंटस।
    कृष्णा ज़ीरका
    • शरीर में मौजूद ऑक्सीजन के मुक्त कणों को निकालने के लिए उपयोग होने वाले पदार्थ।
    • पाचन क्रिया और पेट को आराम देने वाले घटक।
    • ऐसे एजेंटस जो एसिडिटी का इलाज करते हैं।
    काली मिर्च
    • ये एजेंट पाचन में सुधार करते हैं और भोजन के अवशोषण में सहायता करते हैं।
    • लीवर के कार्यों और उसे खराब होने से रोकने वाले एजेंट।
    अदरक
    • एजेंट या तत्‍व जो सूजन को कम करने के लिए इस्तेमाल किए जाते हैं।
    • वे दवाएं जो जठरांत्र के कार्य को धीमा करके दस्‍त का इलाज करती हैं।
    • ऐसे घटक जो उल्टी और मतली से राहत दिलाते हैं।
    • वे घटक जिनका इस्‍तेमाल फ्री रेडिकल्‍स की सक्रियता को कम करने और ऑक्‍सीडेटिव स्‍ट्रेस (मुक्त कणों के बनने और उनके शरीर के प्रति हानिकरक प्रभाव को न रोक पाने के बीच का असंतुलन) को रोकने के लिए किया जाता है।
    • ऐसा पदार्थ जो पेट और आंतों से अतिरिक्त गैस को खत्म करता है।
    • पाचन क्रिया को बेहतर करने वाले तत्‍व।
    • कब्ज में मल त्याग की क्रिया को उत्तेजित और सुधार करने वाले एजेंटस।
    • ये एजेंट पेट के पीएच स्तर को बेहतर बनाने में मदद करते हैं।
    पुदीना
    • पाचन क्रिया को बेहतर करने वाले तत्‍व।
    • शरीर में आमाशय (गैस्ट्रिक) रस के स्राव को बढ़ाने में मदद करने वाले तत्‍व।
    बहेड़ा
    • वे घटक जिनका इस्‍तेमाल फ्री रेडिकल्‍स की सक्रियता को कम करने और ऑक्‍सीडेटिव स्‍ट्रेस (मुक्त कणों के बनने और उनके शरीर के प्रति हानिकरक प्रभाव को न रोक पाने के बीच का असंतुलन) को रोकने के लिए किया जाता है।
    • वे दवाएं जो लिवर को संक्रमण से बचाने और उसे बेहतर तरीके से कार्य करने में मदद करती हैं।

    Cipzer Hazim Chatni के लाभ - Cipzer Hazim Chatni Benefits in Hindi

    Cipzer Hazim Chatni इन बिमारियों के इलाज में काम आती है -



    Cipzer Hazim Chatni की खुराक - Cipzer Hazim Chatni Dosage in Hindi

    यह अधिकतर मामलों में दी जाने वाली Cipzer Hazim Chatni की खुराक है। कृपया याद रखें कि हर रोगी और उनका मामला अलग हो सकता है। इसलिए रोग, दवाई देने के तरीके, रोगी की आयु, रोगी का चिकित्सा इतिहास और अन्य कारकों के आधार पर Cipzer Hazim Chatni की खुराक अलग हो सकती है।

    आयु वर्ग खुराक
    व्यस्क
    • मात्रा: निर्धारित खुराक का उपयोग करें
    • खाने के बाद या पहले: खाने के बाद
    • अधिकतम मात्रा: 10 g
    • लेने का तरीका: गुनगुना पानी
    • दवा का प्रकार: पेस्ट
    • दवा लेने का माध्यम: मुँह
    • आवृत्ति (दवा कितनी बार लेनी है): दिन में दो बार


    Cipzer Hazim Chatni के नुकसान, दुष्प्रभाव और साइड इफेक्ट्स - Cipzer Hazim Chatni Side Effects in Hindi

    चिकित्सा साहित्य में Cipzer Hazim Chatni के दुष्प्रभावों के बारे में कोई सूचना नहीं मिली है। हालांकि, Cipzer Hazim Chatni का इस्तेमाल करने से पहले हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह-मशविरा जरूर करें।



    संदर्भ

    Ministry of Health and Family Welfare. Department of Ayush: Government of India. Volume 1. Ghaziabad, India: Pharmacopoeia Commission for Indian Medicine & Homoeopathy; 1986: Page No 5-8

    Ministry of Health and Family Welfare. Department of Ayush: Government of India. [link]. Volume 1. Ghaziabad, India: Pharmacopoeia Commission for Indian Medicine & Homoeopathy; 1986: Page No 62-63

    Ministry of Health and Family Welfare. Department of Ayush: Government of India. [link]. Volume 1. Ghaziabad, India: Pharmacopoeia Commission for Indian Medicine & Homoeopathy; 1986: Page No 101-102

    Ministry of Health and Family Welfare. Department of Ayush: Government of India. [link]. Volume 3. Ghaziabad, India: Pharmacopoeia Commission for Indian Medicine & Homoeopathy; 2001: Page No - 115 - 117

    Ministry of Health and Family Welfare. Department of Ayush: Government of India. [link]. Volume 1. Ghaziabad, India: Pharmacopoeia Commission for Indian Medicine & Homoeopathy; 1986: Page No - 138 -139

    Ministry of Health and Family Welfare. Department of Ayush: Government of India. [link]. Volume 5. Ghaziabad, India: Pharmacopoeia Commission for Indian Medicine & Homoeopathy; 2006: Page No - 169 - 171

    Ministry of Health and Family Welfare. Department of Ayush: Government of India. [link]. Volume 1. Ghaziabad, India: Pharmacopoeia Commission for Indian Medicine & Homoeopathy; 1986: Page No 33 - 34

    Ministry of Health and Family Welfare. Department of Ayush: Government of India. [link]. Volume 1. Ghaziabad, India: Pharmacopoeia Commission for Indian Medicine & Homoeopathy; 1986: Page No 33 - 34