सोडा वाटर दिखने में पानी जैसा ही लगता है, लेकिन इसके लाभ पानी से कई ज्यादा हैं। आपने बाजार में सोडा वाटर बिकते हुए देखा होगा, पर इसे घर में भी आसानी से बनाया जा सकता है। इसे बनाने के लिए घर में मौजूद कुछ सामान्य सामग्री की आवश्यकता होती है। इन सामग्रियों के इस्तेमाल से आप अपने लिए स्वादिष्ट सोडा वाटर बना सकते हैं। सोडा पानी के लाभ के साथ-साथ इसके कुछ नुकसान भी हैं जिन्हें जानना आपके लिए बेहद जरूरी है और यह सारी जानकारी इस लेख में बताई गई है।

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तो चलिए आपको बताते हैं सोडा पानी क्या है, कैसे बनता है, फायदे और नुकसान -

  1. सोडा वाटर क्या है - Soda water kya hai
  2. सोडा पानी बनाने की विधि - Soda pani banane ki vidhi
  3. सोडा वाटर पीने के फायदे - Soda water pine ke fayde
  4. सोडा वाटर के नुकसान - Soda water ke nuksan

सोडा वाटर को आमतौर पर सोडा ही कहा जाता है। यह एक ऐसी ड्रिंक है जिसमें एक निश्चित दबाव में कार्बन डाइऑक्साइड को पानी में मिलाया जाता है। सोडा को आप बिना कुछ मिलाए भी पी सकते हैं या फिर इसे किसी अन्य पेय पदार्थ जैसे फलों का जूस और कुछ शराब से जुड़े पेय पदार्थों के साथ मिलाकर भी पिया जा सकता है। 

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आप निम्नलिखित तरीके से घर में भी स्वादिष्ट सोडा पानी बना सकते हैं।

सोडा पानी कैसे बनता है:

सामग्री:

  1. आधा कप पानी या तीन चौथाई कप पानी।
  2. एक कप चीनी
  3. आधा कप ताजा फलों का जूस।

बनाने का तरीका:

  1. पहले एक भारी सॉसपैन में सभी सामग्रियों को मिला लें।
  2. अब सॉसपैन को गैस पर गर्म होने के लिए रख दें और तब तक उबलने दें जब तक मिश्रण आधा न हो जाए। स्वाद को बनाए रखने के लिए आप किसी भी फल के जूस को फिर से मिला सकते हैं।
  3. अब इस मिश्रण को किसी स्प्रे वाली बोतल में करके रख दें या फिर किसी भी साफ बोतल में डालकर फ्रिज में रख दें।
  4. घर में सोडा बनाने के लिए, बस एक कांच का ग्लास लें और फिर उसके आधे हिस्से तक बर्फ डालें। अब इस मिश्रण को उसमें मिलाएं और उपर से फिर क्लब सोडा (club soda) या सेल्टजर सोडा (seltzer water) डाल दें।

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आप अन्य स्वादिष्ट फलों के जूस भी मिला सकते हैं:

  1. नींबू या मौसम्बी
  2. आम या पपीता
  3. अनार
  4. ब्लूबेरी
  5. स्ट्रॉबेरी
  6. खरबूजा, आदि।

टिप - आप चाहे तो इस सिरप के उपर आईस क्रीम या अन्य कुछ मीठा पदार्थ डाल सकते हैं। 

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सोडा वाटर पीने के फायदे इस प्रकार हैं -

सोडा पीने से नही होती है कब्ज - Soda peene se nahi hoti hai kabj

कब्ज एक ऐसी स्थिति है जिसमें व्यक्ति को मल बेहद कम आता है। जो लोग कब्ज की समस्या से परेशान होते हैं उन्हें पेट में गैस, पेट फूलने और मल त्याग करते समय दर्द महसूस होता है। एक स्टडी के अनुसार, सोडा पानी कब्ज का इलाज करने में मदद करता है। सोडा वाटर पीने से मल त्याग करने में आसानी होती है और अन्य समस्याएं भी कम हो जाती हैं।

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सोडा वाटर पीने से शरीर में पानी की कमी नही होती - Soda water peene se shareer me pani ki kami nahi hoti

कई लोग सोचते हैं कि सोडा पीने से शरीर में पानी की कमी हो जाती है, लेकिन ऐसा नहीं है। सामान्य पानी की तरह ही सोडा भी शरीर में पानी की कमी नहीं होने देता है। सोडा पीने से शरीर से सभी विषाक्त पदार्थ आसानी से निकल जाते हैं और आप पूरा दिन हाइड्रेट रहते हैं।

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सोडा पीने से ह्रदय रोग का जोखिम कम होता है - Soda pine se hriday rog ka jokhim kam hota hai

एक स्टडी में गर्भवती महिलाओं को सोडा पानी दिया गया जो सोडियम से समृद्ध था, परिणाम में यह देखा गया कि उनमें हृदय रोग का जोखिम कम हुआ था। इसके अलावा जो लोग सोडा वाटर पीते हैं, उन्हें पाचन से संबंधित परेशानी नहीं होती। सोडा पीने से पेट साफ रहता है। जो महिलाएं सोडियम से समृद्ध सोडा पानी पीती हैं, उनके शरीर में बैड कोलेस्ट्रॉल का स्तर कम हो जाता है। सोडा पानी पीने से गुड कोलेस्ट्रॉल का स्तर बढ़ता है।

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सोडा वाटर से वजन कम होता है - Soda water se vajan kam hota hai

जब आप चीनी से समृद्ध पेय पदार्थों को कम कर देते हैं, तो कैलोरी लेने की मात्रा भी अपने आप कम हो जाती है। अगर आप रोजाना बिना कैलोरी वाला स्पार्कलिंग वाटर कुछ मात्रा में पिएंगे, तो इस तरह आप कैलोरी का सेवन कम कर पाएंगे और वजन भी धीरे-धीरे कम होने लगेगा।

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सोडा पानी पीने से निकलते हैं शरीर से विषाक्त पदार्थ - Soda pani peene se nikalte hai sharer se vishakt padarth

अगर आप जानते हैं कि नल का पानी साफ व फिल्टर किया हुआ है, तो आपके लिए यह पानी पीना सुरक्षित है। अगर आप नल के पानी की जगह सोडा वाटर पीते हैं तो उसकी फिल्टर होने की संभावना अधिक होती है क्योंकि कार्बन मिलाने से पहले ज्यादातर इसे साफ किया ही जाता है। इसी वजह से आप नल का गंदा पानी पीने से बच जाते हैं।

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सोडा पीने से पेट भरा हुआ रहता है - Soda peene se pet bhara hua rehta hai

यह कहा जाता है कि खाने से पहले ज्यादा से ज्यादा पानी पीना चाहिए, जिससे आप जरूरत से अधिक खाना न खा पाएं। लेकिन सामान्य पानी के मुकाबले सोडा पानी पीने से आपको ज्यादा देर तक अपना पेट भरा हुआ महसूस होता है। एक स्टडी का कहना है कि सोडा वाटर की वजह से खाना पेट में ज्यादा देर तक रहता है, जिससे आपका पेट जल्द ही भरा हुआ महसूस होने लग जाता है। 

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सोडा वाटर से मोशन सिकनेस नहीं होता - Soda water se motion sickenss nahi hota

कई लोगों का कहना है कि सोडा वाटर पीने से मतली और उल्टी और मोशन सिकनेस की समस्या नहीं होती। मोशन सिकनेस को कम करने के लिए सोडा वाटर फायदेमंद माना जाता है।

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सोडा वाटर के नुकसान इस प्रकार हैं:

1. ह्रदय और किडनी की बीमारी:
डाइट सोडा हो या सामान्य सोडा वाटर हो इन सभी में फॉस्फेट, कार्बन और बहुत सारा फॉस्फोरिक एसिड होता है। यह घटक सोडा में एक तीखा स्वाद देते हैं और इस तरह सोडा पीने में मजा आता है, लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि यह घटक हृदय रोग और किडनी रोग का कारण बन सकते हैं? जब आप रोजाना सोडा पानी पीते हैं तो इससे ह्रदय और किडनी की समस्या, मांसपेशियों में मजबूती कम हो जाती है और ऑस्टियोपोरोसिस जैसी गंभीर समस्या हो सकती है। यह सभी बीमारियां आगे जाकर बहुत बड़ी बन जाती है इस तरह आपकी स्थिति गंभीर हो सकती है।

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2. पेट फूलने की समस्या:
यह तो आप सभी जानते हैं, सोडा वाटर पीने से पेट में बुलबुले बनने लगते हैं। इससे आपको तेज और बार-बार डकार आती है, जिसे नियंत्रित करना मुश्किल होता है। पेट में बनती गैस के कारण पेट फूलने और अन्य समस्याएं शुरू हो सकती हैं। अधिक मात्रा में सोडा पानी पीने से पेट दर्द और पेट फूलने की समस्या लंबे समय तक चल सकती है।

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3. पेप्टिक अल्सर:
सोडा वाटर पीने से पेट में अत्यधिक एसिड का उत्पादन हो सकता है, इस तरह पेट की की अंदरूनी परत को नुकसान पहुंचता है और इस वजह से पेप्टिक अल्सर की समस्या शुरू हो सकती है। पेप्टिक अल्सर की समस्या शुरू होने से खून की उल्टी शुरू हो जाती है और पेट में दर्द होने लगता है। ऐसी स्थिति में जल्द से जल्द आपको डॉक्टर से इलाज करवाना चाहिए।

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4. दांतो से संबंधित परेशानी:
सोडा पानी अधिक मात्रा में पीने से दांत और मसूड़ों से जुड़ी समस्या शुरू हो सकती है। सोडा में अत्यधिक मात्रा में प्रोसेस्ड चीनी होती है जो कि आपके दांतों और मसूड़ों के लिए बिल्कुल भी अच्छी नहीं है। इस कारणवश आपको सोडा पीने की मात्रा को कम कर देना चाहिए। रोजाना सोडा पीने से आपको बार-बार मसूड़ों और कैविटी की परेशानी हो सकती है।

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5. हड्डियों की मजबूती कम होना:
अगर आप रोजाना सोडा वाटर अधिक मात्रा में पीते हैं तो हड्डियों की मजबूती धीरे-धीरे कम हो सकती है। यह समस्या ऐसी बूढी महिलाओं में अधिक होती है, जो रोजाना सोडा पीती हैं। सोडा में मौजूद कार्बन डाइऑक्साइड के कारण यह समस्या शुरू होती है और इस तरह आपकी हड्डियां धीरे-धीरे कमजोर होने लगती हैं।

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