यह 1930 के दशक से ज्ञात है कि तम्बाकू एक खतरनाक पदार्थ है जो कई गंभीर प्रतिकूल स्वास्थ्य प्रभावों से जुड़ा हुआ है, न केवल उन लोगों के लिए जो इसे उपभोग करते हैं बल्कि उनके आसपास रहने वाले के लोगों के लिए भी।
तम्बाकू में निकोटीन नामक एक रसायन होता है जो निगलने पर उपभोक्ता को "सुखद अहसास" देता है और परिणामस्वरूप दुनिया भर में कई लोग सदियों से इस पौधे के आदी रहे हैं।
तंबाकू उत्पाद पूरी तरह से या आंशिक रूप से तंबाकू के पत्ते को कच्चे माल के रूप में उपयोग करके बने होते हैं, जिनका उद्देश्य धूम्रपान, चूसना, चबाना या सांस के साथ खींचना होता है। सभी में अत्यधिक लत लगाने वाला मादक घटक, निकोटीन पाया जाता है।
तंबाकू का उपयोग कैंसर, फेफड़ों की बीमारियों और हृदय रोग सहित कई पुरानी बीमारियों के लिए मुख्य जोखिम कारकों में से एक है। इसके बावजूद, तंबाकू का सेवन दुनिया भर में आम है।
कई देशों में तंबाकू के विज्ञापन को प्रतिबंधित करने वाले कानून बने हुए है। इन कानूनों द्वारा तंबाकू उत्पादों को खरीदने और उपयोग करने वाले लोगों को तथा लोग कहां धूम्रपान कर सकते हैं और कहां नहीं, इसे नियंत्रित किया जाता है।
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