बीटा कैरोटीन एक कैरोटेनोइड (carotenoid) है, जो पौधों में पाए जाने वाले कुछ ऐसे तत्व होते हैं जिनका मानव शरीर में अच्छा एंटीऑक्सीडेंट प्रभाव पड़ता है। यह पदार्थ शरीर में पहुंचकर विटामिन ए में परिवर्तित हो जाता है। बीटा कैरोटीन को अक्सर विटामिन ए के रूप में भी माना जाता है। विटामिन ए का सामान्य स्तर आपकी आंखों, प्रतिरक्षा तंत्र और सामान्य स्वास्थ्य के लिए महत्वपूर्ण होता है।

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गर्भावस्था के दौरान महिलाओं की कुपोषण से होने वाली मृत्यु और रात के समय न दिखने की समस्या (रतौंधी) को बीटा कैरोटीन से कम किया जा सकता है। डिलीवरी के बाद महिला को होने वाले बुखार और दस्त की समस्या को भी यह कम करने का काम करता है।

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इस लेख में बीटा कैरोटीन के इन सभी और अन्य गुण के बारे में विस्तार से बताया गया है। साथ ही इस लेख में आप जानेंगे कि बीटा कैरोटीन क्या है, बीटा कैरोटीन के फायदे व स्रोत, और बीटा कैरोटीन के नुकसान क्या हैं।

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  1. बीटा कैरोटीन क्या है - Beta-carotene kya hai
  2. बीटा कैरोटीन के फायदे - Beta-carotene ke fayde
  3. बीटा कैरोटिन कितनी मात्रा में लें - Beta-carotene kitni maatra mein lein
  4. बीटा कैरोटीन के स्त्रोत - Beta carotene ke srot
  5. बीटा कैरोटीन के नुकसान - Beta carotene ke nuksan

बीटा कैरोटीन लाल और नारंगी रंग का द्रव (जूस) होता है, जो पौधों और फलों से प्राप्त होता है। मुख्य रूप से गाजर और कुछ अन्य रंग की सब्जियों से इसे निकाला जाता है। बीटा कैरोटीन नाम ग्रीक के "बीटा" और लैटिन के "कैरोटा" (गाजर) शब्द से लिया गया है। वर्ष 1831 में एच वाचेनरोडर ने गाजर की जड़ों से बीटा कैरोटीन को निकाला था और गाजर से प्राप्त होने के लिए इसके नाम में "कैरोटीन" शब्द को शामिल किया गया।

यह त्वचा, तंत्रिका, कैंसर, मस्तिष्क, श्वसन तंत्र, डायबिटीज और गठिया जैसे कई रोगों से आपको बचाता है। बीटा कैरोटीन शरीर में पहुंचकर विटामिन ए बन जाता है, जो त्वचा, आंखों और तंत्रिकाओं को स्वस्थ बनाता है। विटामिन ए दो प्राथमिक रूपों में पाया जाता है, जिसमें पहला सक्रिय विटामिन ए और दूसरा बीटा कैरोटीन होता है। बीटा कैरोटीन​ एक एंटीऑक्सीडेंट युक्त खाद्य पदार्थ है और इसको खाने से आप कई गंभीर रोगों से सुरक्षित रहते हैं।

बीटा कैरोटीन को आहार के रूप में लेने के प्रभावों पर कई रिसर्च की गई हैं जो बताती हैं कि यह बहुत फायदेमंद है। हालांकि, बीटा कैरोटीन की पूरक (supplement) से जुड़े अध्ययनों के मिश्रित परिणाम मिले हैं। कुछ अध्ययन बताते हैं कि इसको दवा रूप में लेने से आपको दिल की बीमारी और कैंसर होने की संभावनाएं बढ़ जाती हैं।

इससे मूल बात यह निकलती है कि आहार के रूप में कुछ विटामिन लेने के ऐसे फायदे हैं जो उन्हें पूरक या दवा के रूप में लेने से नहीं मिलते। 

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बीटा कैरोटीन के कई तरह के फायदे होते हैं। इन फायदों के बारे में नीचे विस्तार से बताया जा रहा है -

हृदय स्वास्थ्य के लिए जरूरी होता है

बीटा कैरोटीन युक्त आहार लेने से हृदय संबंधी रोग होने की संभावनाएं कम हो जाती हैं। बीटा कैरोटीन विटामिन ई के साथ मिलकर शरीर में मौजूद खराब कोलेस्ट्रोल (एलडीएल) के ऑक्सीकरण (oxidation: कैमिकल रूप से ऑक्सीजन के साथ मिलना) को कम करता है। जिससे एथेरोस्क्लेरोसिस (Atherosclerosis: धमनियों से संबंधित रोग) और कोरोनरी आर्टरी डिजीज (Coronary artery disease: हृदय धमनी की बीमारी) होने की संभवानाएं कम हो जाती है।

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कैंसर से बचाव करने में सहायक होता है

बीटा कैरोटीन अपने एंटीऑक्सीडेंट गुण की वजह से कैंसर से लड़ने में आपकी मदद करता है। इसके अलावा यह आपकी कोशिकाओं के बीच होने वाले संचार को सही बनाए रखता है, जिससे कैंसर की कोशिकाओं का विकास नहीं हो पाता है। बीटा कैरोटीन युक्त खाद्य पदार्थों को लेने से स्तन कैंसर, कोलन कैंसर (Colon: बृहदान्त्र), मुंह का कैंसर और फेफड़ों के कैंसर का खतरा कम हो जाता है।

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मस्तिष्क कार्यों के लिए जरूरी होता है

कई रिसर्च में इस बात का पता चला है कि बीटा कैरोटीन लेने से मस्तिष्क को कई लाभ मिलते हैं। यह उम्र बढ़ने से याददाश्त कम होने वाले कारकों की तीव्रता को धीमा कर देता है। इसके अलावा यह मस्तिष्क कोशिकाओं को नष्ट करने वाले ऑक्सीडेटिव तनाव (फ्री रेडिकल्स का हानिकारक प्रभाव) को कम करता है, जिससे डिमेंशिया नामक रोग के होने की संभावनाएं भी कम हो जाती हैं।

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सांस संबंधी रोगों का उपचार करता है

बीटा कैरोटीन युक्त खाद्य पदार्थों को लेने से फेफड़ों की कार्य क्षमता में वृद्धि होती है और सांस संबंधित रोगों से छुटकारा पाने में मदद मिलती है। बीटा कैरोटीन अस्थमाब्रोंकाइटिस और एम्फिसीमा जैसे सांस संबंधी विकारों से आपको सुरक्षित रखता है।

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डायबिटीज से बचाता है बीटा कैरोटीन

विभिन्न अध्ययनों से पता चला है कि जिन लोगों के शरीर में बीटा कैरोटीन पर्याप्त स्तर में होता है, उनमें ग्लूकोज की कमी और डायबिटीज होने की संभावना कम हो जाती है।

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आंखों के रोग को रोकने में महत्वपूर्ण होता है

आयु से संबंधित मैक्युलर डीजेनेरेशन आंख का रोग होता है, जो आंख के रेटिना के केंद्र और मैक्युला (macula) को प्रभावित करता है। पोषक तत्वों के साथ बीटा कैरोटीन (15 मिलीग्राम) लेने से आयु से संबंधित मैक्युलर डीजेनेरेशन के बढ़ने की गति धीमा हो जाती है।

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गठिया के रोग से बचाव करता है

बीटा कैरोटीन की कमी और विटामिन सी की कमी गठिया के एक प्रकार “रूमेटाइड अर्थराइटिस” के जोखिम कारकों को बढ़ाने का कार्य करती है। इसलिए रूमेटोइड आर्थराइटिस से बचाव के लिए आपको पर्याप्त मात्रा में बीटा कैरोटीन लेने की आवश्यकता होती है।

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प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करता है

बीटा कैरोटीन प्रतिरक्षा तंत्र को मजबूत करने वाली थाइमस ग्रंथि को सक्रिय करने का कार्य करता है। थाइमस ग्रंथि आपकी प्रतिरक्षा प्रणाली को संक्रमण और वायरस से लड़ने में सक्षम बनाती है। इस तरह आपकी प्रतिरक्षा प्रणाली कैंसर कोशिकाओं के फैलने से पहले ही नष्ट कर देती है।

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चमकदार त्वचा को प्रदान करता है बीटा कैरोटीन

बीटा कैरोटीन समय से पहले चेहरे पर आने वाली झुर्रियों को कम करने वाले एंटीऑक्सीडेंट्स की तरह काम करता है। इसके अलावा यह सूर्य की हानिकारक किरणों के प्रभावों को दूर के करने के साथ ही धूम्रपान और प्रदूषण की वजह से त्वचा पर होने वाले दुष्प्रभावों को कम करने का काम करता है। पर्याप्त मात्रा में बीटा कैरोटीन लेने से आपकी त्वचा चमकदार बनती है, जिससे आप आकर्षित और सुंदर लगती हैं। इसको अधिक लेने से आपको परहेज करना चाहिए क्योंकि इसकी अधिकता से आपको त्वचा संबंधी कई समस्याएं हो सकती हैं।

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बालों की समस्या को दूर करता है बीटा कैरोटीन

विटामिन ए की कमी से बाल रूखें और बेजान हो जाते हैं। इस वजह से बालों में रूसी भी हो जाती है। पूर्ण पोषक तत्व न मिल पाने के कारण महिलाओं के बाल अक्सर पतले हो जाते हैं और बाद में बाल झड़ने लगते हैं। इस स्तिथि में महिलाओं को पर्याप्त मात्रा में बीटा कैरोटीन युक्त आहार लेना चाहिए। इससे बालों को बढ़ने में मदद मिलती है और वह गिरना बंद हो जाते हैं। 

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बीटा कैरोटिन की कोई निर्धारित मात्रा नहीं है। लेकिन अमरीका के "मेयो क्लिनिक" अस्पताल के विशेषज्ञ बताते हैं कि पूरक के रूप में लिया जाए, तो बीटा कैरोटीन इतनी मात्रा में लेना चाहिए:

  • व्यस्क व्यक्ति दिन में करीब 6-15 मिलीग्राम बीटा कैरोटिन ले सकते हैं।
  • बच्चे दिन में करीब 3-6 मिलीग्राम बीटा कैरोटिन ले सकते हैं।

कृपया अपने डॉक्टर से सलाह करने के बाद ही बीटा कैरोटीन पूरक लें।

ये भी ध्यान में रखें कि आपकी बीटा कैरोटीन की दैनिक आवश्यकता आसानी से आहार से पूरी हो सकती है। बीटा कैरोटीन युक्त आहार के बारे में नीचे विस्तार से बताया गया है।

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बीटा कैरोटीन को हरे, पीले और नारंगी रंग के फल और सब्जियों से प्राप्त किया जा सकता है। कुछ फल, सब्जियों, जड़ीबूटियों और ड्राई फ्रूट्स में बीटा कैरोटीन की अधिक मात्रा पाई जाती हैं। नीचे जानते हैं बीटा कैरोटीन युक्त खाद्य पदार्थों के बारे में। (और पढ़ें - पौष्टिक आहार के फायदे)

बीटा कैरोटीन युक्त सब्जियां

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बीटा कैरोटीन युक्त फल

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जड़ी बूटी, मसाले और ड्राई फ्रूट

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भोजन में उपयुक्त मात्रा में बीटा कैरोटीन से किसी भी प्रकार के कोई हानिकारक प्रभाव नहीं होते हैं। डॉक्टर बीटा कैरोटिन को दवा रूप में लेने की सलाह नहीं देते हैं। बीटा-कैरोटीन को लंबे समय तक अधिक मात्रा में लेना आपके स्वास्थ्य के लिए खतरनाक हो सकता है। बीटा कैरोटीन की अधिक मात्रा को लेने से आपकी त्वचा का रंग पीला या नारंगी हो सकता है।

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बीटा कैरोटीन जैसे एंटीऑक्सीडेंट की अधिक मात्रा लेने से आपको फायदे की जगह नुकसान हो सकता है। कुछ रिसर्च से पता चलता है कि बीटा कैरोटीन की अधिक मात्रा लेने से आप में कई तरह के कैंसर का खतरा बढ़ जाता है और इसकी वजह से अन्य हानिकारक प्रभाव भी हो सकते हैं। इसके अलावा मल्टीविटामिन के साथ बीटा कैरोटीन को दवा के रूप में लेने वाले पुरुषों में प्रोस्टेट कैंसर होने की संभावनाएं बढ़ जाती हैं।

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उत्पाद या दवाइयाँ जिनमें बीटा कैरोटीन है

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