शरीर के किसी भी हिस्से जैसे त्वचा, मांसपेशियों में तभी सूजन आती है जब शरीर के प्रभावित हिस्से में तरल पदार्थ (फ्लूइड) जमने लगता है या फिर उस जगह जलन या आंतरिक सूजन होती है। सूजन अंदरूनी हो सकती है या त्वचा और मांसपेशियों को बाहर से प्रभावित कर सकती है।
बहरहाल, उंगली में भी सूजन इन्हीं कारणों से आ सकती है लेकिन उंगली में आई सूजन को इतना सरल समझना आपकी भूल हो सकती है। उंगली में सूजन कई बार अन्य बीमारियों के लक्षण के तौर पर भी उभर सकती है। इस लेख में हम आपको बताएंगे कि उंगली में सूजन क्यों आती है और उंगली में सूजन अन्य किस बीमारी की ओर इशारा करती है?
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चोट लगना:
उंगली में चोट लगने की वजह से सूजन आ सकती है। सूजन की वजह से हड्डी का टूटने या हड्डी के खिसकने की शिकायत हो सकती है। यदि चोट बहुत तेज लगी है तो तुरंत प्रभावित हिस्से में बर्फ लगाएं और कुछ देर आराम करें। जरूरत पड़ने पर दर्द निवारक दवाई लें।
कई बार गंभीर चोट लगने पर यह उपाय कारगर साबित नहीं होता है। ऐसे में डाॅक्टर के पास जाना चाहिए। कभी कभी उंगली में चोट लगने की वजह से आपको बुखार भी आ सकता है। इसलिए उंगली में चोट लगने पर सूजन आई है तो कतई लापरवाही न बरतें।
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संक्रमण:
संक्रमण की वजह से यदि उंगली में सूजन है, तो इसकी तीन वजहें हो सकती हैं जैसे कि-
- हर्पेटिक विथलो: यह हर्पीज संक्रमण से फैलता है, जिसमें उंगली में छोटे-छोटे खून भरे दाने हो जाते हें।
- परोंचिया: ये बैक्टीरिया और फंगस द्वारा नाखून में फैलने वाला संक्रमण है।
- फेलोन: ये उंगली के टिप में होने वाला पस भरा संक्रमण है।
समय पर उपचार नहीं किए जाने की वजह से उंगली में हुआ संक्रमण शरीर के किसी भी हिस्से में फैल सकता है।
अर्थराइटिस:
रूमेटाइड अर्थराइटिस जोड़ों को प्रभावित कर उसमें सूजन, दर्द और अकड़न पैदा करता है। आमतौर पर रूमेटाइड अर्थराइटिस सबसे पहले दोनों हाथों में ही होता है। इसी तरह सोरियाटिक अर्थराइटिस गठिया का एक रूप है जो त्वचा विकार सोरायसिस के मरीजों को प्रभावित करता है। इसमें हाथों और पैरों की उंगलियों में सूजन हो जाती है। ये दोनों तरह के अर्थराइटिस गंभीर हैं। यदि सही समय पर इलाज न किया जाए तो इससे आपके जोड़ों को क्षति हो सकती है और शरीर के अन्य हिस्सों में भी समस्या हो सकती है।
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गाउट:
गाउट एक दीर्घकालिक बीमारी है जो कि शरीर में यूरिक एसिड जमने की वजह से होती है। यूरिक एसिड जोड़ों में क्रिस्टल के रूप में बनने लगता है जिससे काफी दर्द होता है। गाउट आमतौर पर हाथ की उंगलियों, पैरों की उंगलियों, घुटनों और टखनों को प्रभावित करता है यानी शरीर के हर जोड़ में इसका असर दिखता है। अगर पूरा इलाज नहीं किया जाए तो यह समस्या बार-बार हो सकती है। गाउट विशेषतौर पर पुरूषों को होता है। जिन पुरूषों का वजन ज्यादा है, परिवार में पहले किसी को गाउट रहा है और जो प्यूरिन्स (घुलनशील, रंगहीन कम्पाउंड जो यूरिक एसिड बनाता है) से भरपूर आहार का सेवन ज्यादा करते हैं, वे इसकी चपेट में आसानी से आ जाते हैं।
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कार्पल टनल सिंड्रोम:
इस बीमारी के होने पर हाथ सुन्न पड़ जाते हैं और उंगलियों में झनझनाहट महसूस होती है। कार्पल टनल (कलाई से बांह तक जाने वाली एक नलिका) में किसी नस के दबने की वजह से यह समस्या होती है। परिणामस्वरूप उंगली में सूजन और दर्द महसूस हो सकता है। समय के साथ लक्षण और भी गंभीर रूप ले लेते हैं। उंगलियों में जलन का भी अहसास होने लगता है। पुरूषों की तुलना में महिलाओं में तीन गुना ज्यादा यह समस्या होने का खतरा रहता है। कार्पल टनल सिंड्रोम से बचने के लिए डाॅक्टर से संपर्क करें।
लिम्फेटिक सिस्टम में ब्लोकेज:
लिंफेडिमा हाथ और पैरों में होने वाली सूजन से संबंधित बीमारी है। जब लिंफ फ्लूइड (शरीर से वायरस, बैक्टीरिया और अपशिष्ट पदार्थों से युक्त) ठीक तरह से बाहर नहीं निकल पाता है तो ये समस्या उत्पन्न होती है। नेशनल कैंसर इंस्टीट्यूट के अनुसार लिम्फेटिक सिस्टम में ब्लॉकेज होने पर उंगलियों की त्वचा टाइट हो जाती है।
कुल मिलाकर कहने की बात यह है कि उंगलियों में आई सूजन बहुत कुछ कहती है। इसे लेकर लापरवाही न बरतें। उंगली में आई सूजन किसी अन्य बीमारी की ओर इशारा कर सकती है। अतः कोई असामान्य लक्षण दिखे तो तुरंत विशेषज्ञों से संपर्क करें।