लंबे समय तक सूजन से ग्रसित लोगों को अर्थराइटिस, दर्द व जोड़ों की समस्या आदि समस्याएं हो सकती हैं. तनाव, शारीरिक गतिविधि का स्तर कम होना और सूजन पैदा करने वाले खाद्य पदार्थों के सेवन से सूजन होने का जोखिम और भी अधिक बढ़ सकता है. वहीं, कुछ अध्ययनों से पता चलता है कि कुछ खाद्य पदार्थों के सेवन से पुरानी सूजन को कम किया जा सकता है. इन खाद्य पदार्थों में ब्रोकली, एवोकाडो व बेरीज आदि को शामिल किया गया है. वहीं, शराब, अतिरिक्त चीनी, ग्लूटेन, कार्बोहाइड्रेट युक्त खाद्य पदार्थों के सेवन से सूजन बढ़ सकती है.

आज इस लेख में सूजन में क्या खाना चाहिए, क्या नहीं, इसके बारे में विस्तार से जानेंगे -

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  1. सूजन में क्या खाना चाहिए?
  2. सूजन में क्या नहीं खाना चाहिए?
  3. सारांश
सूजन में क्या खाएं, क्या नहीं के डॉक्टर

सूजन की परेशानी होने पर एंटी-इंफ्लेमेटरी गुणों से भरपूर आहार का सेवन करना चाहिए. इन आहार में कई तरह के बेरीज, फैटी फिश व ग्रीन टी इत्यादि शामिल हैं. इस तरह के आहार का सेवन करने से शरीर में सूजन और सूजन से होने वाली परेशानियों को कम किया जाता है. आइए विस्तार से जानते हैं इन फूड्स के बारे में -

बेरीज

छोटे-छोटे आकार के बेरीज कई तरह के पोषक तत्वों, जैसे - फाइबर, विटामिनखनिज से भरे होते हैं. मार्केट में कई तरह के बेरीज, जैसे- स्ट्रॉबेरीज, ब्लू बैरीज, रास्पबेरी, काले रंग के शहतूत उपलब्ध हैं. इनके सेवन से सूजन की परेशानी को कम किया जा सकता है.

इन सभी में बेरीज एंथोसायनिन नामक एंटीऑक्सीडेंट पाया जाता है. इन यौगिकों में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होता है, जो सूजन से होने वाली बीमारियों के जोखिमों को कम कर सकता है. रिसर्च से पता चलता है कि अधिक वजन वाले वयस्कों द्वारा स्ट्रॉबेरी का सेवन करने से हृदय रोग से जुड़ी सूजन को कम किया जा सकता है.

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फैटी फिश

वसा युक्त मछली प्रोटीन और ओमेगा-3 फैटी एसिड का मुख्य स्त्रोत होता है. हालांकि, सभी प्रकार की मछलियों में कुछ मात्रा में ओमेगा-3 फैटी एसिड मौजूद होते हैं. फैटी फिश जैसे - सैल्मन, सार्डिन, हिलसा, छोटी समुद्री मछली इत्यादि का सेवन करने से सूजन को कम किया जा सकता है. इस तरह के आहार से चयापचय सिंड्रोम, हृदय रोग, मधुमेह और किडनी से जुड़ी बीमारियों से बचाव किया जा सकता है.

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ब्रोकली

शरीर में सूजन को कम करने के लिए ब्रोकली का सेवन किया जा सकता है. यह फूलगोभी, ब्रसेल्स स्प्राउट्स और केल प्रजाति की सब्जी है. रिसर्च से पता चलता है कि इन सब्जियों का सेवन करने से हृदय रोग और कैंसर के जोखिमों का खतरा कम होता है. इस तरह की सब्जियों में एंटीऑक्सीडेंट और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं. ब्रोकली का नियमित रूप से सेवन करने से शरीर में सूजन और सूजन से होने वाली समस्याएं दूर हो सकती हैं. ऐसे में इसे आहार में शामिल करना, एक अच्छा विकल्प हो सकता है.

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एवोकाडो

एवोकाडो पोटेशियम, मैग्नीशियम, फाइबर और हार्ट हेल्दी मोनोअनसैचुरेटेड वसा से भरपूर होता है. इसके अलावा, इसमें कैरोटीनॉयड और टोकोफेरोल भी होते हैं, जो कैंसर के जोखिमों को कम करने में असरदार हो सकते हैं. इसके अलावा, एवोकाडो में मौजूद यौगिक त्वचा की नई कोशिकाओं को विकसित करके सूजन को कम करने में असरदार हो सकते हैं. कई रिसर्च में अधिक वजन से ग्रसित व्यक्तियों को एवोकाडो खाने की सलाह दी गई है.

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ग्रीन टी

ग्रीन टी सबसे हेल्दी पेय पदार्थों में से एक है, जिसका सेवन करने से शरीर की कई परेशानियों को दूर किया जा सकता है. खासतौर से सूजन को कम करने में ग्रीन टी लाभकारी है. रिसर्च में पाया गया है कि ग्रीन टी पीने से हृदय रोग, कैंसर, अल्जाइमर, मोटापा और अन्य स्थितियों के जोखिमों को कम किया जा सकता है. इसके अलावा, इसमें एपिगैलोकैटेचिन-3-गैलेट नामक पदार्थ पाया जाता है, जो एंटीऑक्सीडेंट और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुणों से भरपूर होता है.

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काली मिर्च

काली मिर्च विटामिन-सी और एंटीऑक्सीडेंट गुणों से भरपूर होती है. जिसमें शक्तिशाली एंटी इंफ्लेमेटरी प्रभाव होते हैं. काली मिर्च क्वेरसेटिन नामक एंटीऑक्सीडेंट भी प्रदान करती है, जो डायबिटीज जैसी पुरानी बीमारियों से जुड़ी सूजन को कम कर सकती है. इसके अलावा, काली मिर्च में सिनैपिक एसिड और फेरुलिक एसिड होता है, जो सूजन को कम कर सकता है और बढ़ते उम्र के लक्षणों को कम करने में भी प्रभावी हो सकता है.

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हल्दी

खाना पकाने के लिए कई तरह से हल्दी का इस्तेमाल किया जाता है. भारतीय किचन में हल्दी का इस्तेमाल प्रमुख मसाले के रूप में किया जाता है. इसमें करक्यूमिन नामक यौगिक होता है, जो एक शक्तिशाली एंटी इंफ्लेमेटरी यौगिक है.

रिसर्च से पता चलता है कि हल्दी का सेवन करने से गठिया, मधुमेह और अन्य गंभीर बीमारियों को दूर किया जा सकता है. एक अन्य रिसर्च से पता चलता है कि मेटाबॉलिक सिंड्रोम से ग्रसित व्यक्ति अगर रोजाना काली मिर्च और हल्दी का सेवन करें, तो उन्हें काफी लाभ हो सकता है.

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मशरूम

दुनिया भर में मशरूम की हजारों किस्में मौजूद हैं. हालांकि, केवल कुछ प्रकार के मशरूम को खाद्य और व्यावसायिक रूप से उगाया जाता हैं. इनमें ट्रफल्स, पोर्टोबेलो मशरूम और शीटेक मशरूम शामिल है. मशरूम में कैलोरी काफी कम होती है. साथ ही यह सेलेनियम, कॉपर और सभी प्रकार के विटामिन-बी से भरपूर होता है. इसके अलावा, मशरूम में फिनोल और अन्य एंटीऑक्सीडेंट भी होते हैं, जो एंटी-इंफ्लेमेटरी गुणों से भरपूर हैं यानी मशरूम के सेवन से शरीर में होने वाले सूजन और सूजन की परेशानियों को दूर किया जा सकता है.

इन सभी खाद्य पदार्थों के अलावा कई अन्य खाद्य पदार्थ, जैसे- अंगूर, ऑलिव ऑयल, डार्क चॉकलेट, कोकोआ, टमाटर व कई तरह के चेरीज इत्यादि हैं, जिसमें एंटी इंफ्लेमेटरी गुण भरपूर रूप से होता है. एंटी-इंफ्लेमेटरी गुणों से भरपूर आहार का सेवन करने से शरीर में सूजन को कम किया जा सकता है.

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सूजन की परेशानियों से बचने के लिए कुछ खाद्य पदार्थ, जैसे- प्रोसेस्ड फूड्स, अत्यधिक मात्रा में चीनी, अनहेल्दी तेल इत्यादि का सेवन करने से बचना चाहिए, ताकि सूजन की परेशानियों से बचा जा सके. आइए विस्तार से जानते हैं ऐसे कुछ आहार के बारे में -

ग्लूटेन

कुछ लोगों को ग्लूटेन का सेवन करने पर सूजन की प्रतिक्रिया का अनुभव होता है. ऐसे में मरीज को ग्लूटेन युक्त आहार का सेवन करने से परहेज करने की आवश्यकता होती है. वहीं, कुछ लोगों को इस तरह की परेशानी का अनुभव नहीं होता है. हालांकि, अगर किसी व्यक्ति को यह संदेह है कि ग्लूटेन के सेवन से सूजन के लक्षण ट्रिगर हो रहे हैं, तो इस स्थिति में ग्लूटेन युक्त आहार का सेवन बिल्कुल बंद कर देना चाहिए, ताकि मरीज के लक्षणों में सुधार आ सके.

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नाइटशेड

नाइटशेड परिवार से संबंधित आहार, जैसे - बैंगन, मिर्च और आलू का सेवन करने से कुछ लोगों में सूजन संबंधी बीमारियों बढ़ जाती है. हालांकि, इस प्रभाव की पुष्टि करने के लिए सीमित प्रमाण हैं, लेकिन अगर मरीज को इस तरह की स्थिति का अनुभव होता है, तो तुरंत नाइटशेड से संबंधित आहार का सेवन नहीं करना चाहिए.

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कार्बोहाइड्रेट

अच्छे कार्ब्स युक्त आहार स्वास्थ्य के लिए लाभकारी माने जाते हैं, लेकिन कुछ लोगों में कार्ब्स युक्त आहार का सेवन करने से सूजन की परेशानी बढ़ सकती है. हालांकि, कुछ कार्ब्स युक्त खाद्य पदार्थ, जैसे - शकरकंद और साबुत अनाज एंटीऑक्सीडेंट व अन्य पोषक तत्वों के उत्कृष्ट स्रोत हैं, जो स्वास्थ्य के लिए लाभकारी हैं.

कुछ ऐसे खाद्य पदार्थ हैं, जिसे सभी व्यक्तियों को परहेज करने की आवश्यकता होती है, जैसे -

  • प्रोसेस्ड फूड्स (डिब्बाबंद खाना, चिप्स, स्नैक आदि)
  • अतिरिक्त चीनी या नमक युक्त खाद्य पदार्थ
  • अनहेल्दी तेल
  • प्रोसेस्ड कार्ब्स (व्हाइट ब्रेड, व्हाइट पास्ता आदि)
  • कुकीज, कैंडी व आइसक्रीम
  • शराबतंबाकू

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सूजन को कम करने के लिए बेरीज, हल्दी, अंगूर, मशरूम जैसे खाद्य पदार्थों का सेवन करना चाहिए. वहीं, सूजन की परेशानियों से ग्रसित व्यक्तियों को शराब, प्रोसेस्ड फूड्स, अनहेल्दी तेल इत्यादि का सेवन करने से परहेज करना चाहिए. इस तरह के आहार से सूजन की परेशानियां ट्रिगर होती हैं. वहीं, अगर व्यक्ति को किसी भी तरह का आहार लेने से सूजन की परेशानी होती है, तो इस स्थिति में तुरंत उस आहार का सेवन करना बंद करना चाहिए. ध्यान रखें कि मरीज पहले से ही किसी परेशानी से ग्रसित है, तो इस स्थिति में डॉक्टर की सलाह पर ही डाइट में किसी तरह का बदलाव करना चाहिए.

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