रेटिनोस्किसिस तब होता है जब रेटिना दो परतों में विभाजित हो जाती है। इस​ स्थिति में देखने में ​​कठिनाई हो सकती है। रेटिना आंख के पीछे ऊतक की एक परत है। यह ऑप्टिक नर्व के पास स्थित होती है। रेटिना का मुख्य कार्य उस रोशनी को प्राप्त करना है, जिस पर आंख का लेंस फोकस कर रहा होता है। उसके बाद इस रोशनी को तंत्रिका संकेतों में बदल कर उसे मस्तिष्क तक भेज दिया जाता है।

रेटिनोस्किसिस से ग्रस्त लोगों में, रेटिना में कोशिकाओं की परत दो भागों में बंट जाती है। यह असामान्यता या स्थिति विभिन्न तरीकों से दृष्टि को प्रभावित कर सकती है। इस स्थिति के दो रूप हैं:

  • जुवेनाइल एक्स-लिंक्ड रेटिनोस्किसिस
  • डीजेनरेटिव रेटिनोस्किसिस

रेटिनोस्किसिस के लक्षण क्या हैं - Retinoschisis Symptoms in Hindi

1. जुवेनाइल एक्स-लिंक्ड रेटिनोस्किसिस के लक्षण

यह एक दुर्लभ स्थिति है, जिसे कभी-कभी एक्सजेआर भी कहा जाता है, मुख्य रूप से यह लड़कों और पुरुषों को प्रभावित करती है।

एक्सजेआर जन्म के समय शुरू होता है और आमतौर पर दोनों आंखों को प्रभावित करता है। इसके लक्षण जीवन के शुरुआती कुछ महीनों में दिखाई दे सकते हैं। चूंकि, इस स्थिति में पढ़ने में परेशानी होती है ऐसे में, कुछ लड़कों में तब तक इस स्थिति का निदान नहीं किया जाता है जब तक कि वे स्कूल जाना या पढ़ना शुरू नहीं करते हैं। उनकी दृष्टि अक्सर बचपन में ही खराब हो जाती है और फिर कुछ समय के लिए दृष्टि में खराबी होना रुक जाता है। इसके बाद जब व्यक्ति 50 और 60 वर्ष का हो जाता है, तो फिर से उसकी दृष्टि खराब होने का जोखिम बना रहता है।

2. डीजेनरेटिव रेटिनोस्किसिस के लक्षण

इस रूप को कभी-कभी एसआर भी कहा जाता है। आमतौर पर यह 50 से 70 वर्ष के बीच में पुरुषों और महिलाओं दोनों को प्रभावित करता है, लेकिन यह जीवन के शुरुआती कुछ हफ्तों से प्रभावित करना शुरू कर देता है।

आमतौर पर एसआर दृष्टि की हानि या अन्य लक्षणों का कारण नहीं बनता है। यह केवल आंखों की जांच के दौरान ही स्पष्ट हो पाता है। समय के साथ, कुछ लोगों में उनकी साइड विजन (किनारे देखने की क्षमता) कम हो जाती है। जबकि कुछ दुर्लभ मामलों में, रेटिना अलग या दो भागों में बट सकती है।

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रेटिनोस्किसिस का कारण क्या है? - Retinoschisis Causes in Hindi

1. जुवेनाइल एक्स-लिंक्ड रेटिनोस्किसिस के कारण

एक्सजेआर जीन में गड़बड़ी या बदलााव की वजह से होता है। यदि किसी लड़की को उसके माता-पिता से दोषपूर्ण जीन मिला है, तो वह इस सिंड्रोम की वाह​क हो सकती है, लेकिन उसमें लक्षण नहीं दिखाई देंगे। यदि किसी लड़के को उसके माता पिता से दोर्षपूर्ण जीन मिलता है, तो उसमें रेटिनोस्किसिस का खतरा हो सकता है।

2. डीजेनरेटिव रेटिनोस्किसिस के कारण

यह समस्या जीन के कारण नहीं होती है और न ही यह परिवारों के सदस्यों में पारित होती है। वास्तव में डॉक्टर अभी तक इसके सटीक कारण पता नहीं लगा पाए हैं कि बूढ़े होने पर रेटिना को नुकसान कैसे या क्यों होता है।

यदि पिता में दोषपूर्ण जीन है, तो उनमें से यह जीन उनके बेटों में पारित नहीं हो सकता है, लेकिन उनकी बेटियां वाहक हो सकती हैं।

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रेटिनोस्किसिस का निदान कैसे किया जाता है? - Retinoschisis Diagnosis in Hindi

रेटिनोस्किसिस का निदान आमतौर पर आंख के पिछले हिस्से की जांच करके किया जाता है। इस जांच के दौरान निम्नलिखित चीजें देखी जाती है।

  • रेटिना में कोशिकाओं की परत दो भागों में बंट जाना
  • किसी तरह का चीरा

इसके अलावा एक नैदानिक उपकरण का प्रयोग किया जाता है जिसे ऑप्टिकल कोहेरेन्स टोमोग्राफी (ओसीटी) कहते हैं, यह रेटिना की छवियों को बनाने के लिए प्रकाश तरंगों (लाइट वेव्स) का उपयोग करता है।

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रेटिनोस्किसिस का इलाज कैसे होता है? - Retinoschisis Treatment in Hindi

1. जुवेनाइल एक्स-लिंक्ड रेटिनोस्किसिस

कोई भी दवा या सर्जरी ऐसी रेटिना का इलाज नहीं कर सकती है, जिसे नुकसान हुआ हो। यदि तंत्रिका को नुकसान पहुंचने के कारण आपकी दृष्टि खराब हुई है, तो ऐसे में चश्मा लगाने से भी बहुत अधिक फायदा नहीं होगा। लेकिन दूर या पास की नजर कमजोर होने पर चश्मा लगाने से कुछ मदद मिल सकती है।

इसके अलावा क्रायोथेरेपी व सर्जरी भी की जा सकती है। फिलहाल शोधकर्ता रेटिनोस्किसिस के लिए नए उपचार का परीक्षण कर रहे हैं।

2. डीजेनरेटिव रेटिनोस्किसिस

डीजेनरेटिव रेटिनोस्किसिस से ग्रस्त लोगों को आमतौर पर उपचार की आवश्यकता नहीं होती है। नियमित जांच के लिए नेत्र चिकित्सक के पास जाएं ताकि किसी गड़बड़ी का उचित समय पर पता चल सके। यदि रेटिना विभाजित है, तो डॉक्टर सर्जरी की सलाह दे सकते हैं।

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Dr. Vikram Bhalla

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