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हर्निया को आम समस्या माना गया है. दुनियाभर में करोड़ों लोग हर्निया का सामना कर रहे हैं. हर्निया किसी भी लिंग और उम्र के लोगों को प्रभावित कर सकता है. हर्निया तब होता है, जब पेट की मसल्स कमजोर हो जाती हैं. इस स्थिति में पेट में से कोई अंग या फैटी टिश्यू बाहर निकल आते हैं. हर्निया के कई प्रकार होते हैं. इसमें इनगुइनल हर्निया, फीमोरल हर्निया और अम्बिलिकल हर्निया सबसे आम हैं. अगर अम्बिलिकल हर्निया की बात की जाए, तो ये शिशुओं और व्यस्कों दोनों को हो सकता है और इसके लक्षण साफ नजर आते हैं.

आज इस लेख में हम अम्बिलिकल हर्निया के लक्षण, कारण व इलाज के बारे में बताएंगे -

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  1. अम्बिलिकल हर्निया क्या है?
  2. अम्बिलिकल हर्निया के लक्षण
  3. अम्बिलिकल हर्निया के कारण
  4. अम्बिलिकल हर्निया का इलाज
  5. सारांश
अम्बिलिकल हर्निया के लक्षण, कारण व इलाज के डॉक्टर

अम्बिलिकल हर्निया वयस्कों में होने वाले हर्निया का सबसे बड़ा दूसरा रूप है. अम्बिलिकल हर्निया तब होता है, जब आंत या फैटी टिश्यू का एक हिस्सा नाभि के पास की कमजोर मांसपेशी से बाहर निकलने लगता है. अम्बिलिकल हर्निया तब होता है, जब पेट की दीवार (नाभि के नीचे) में कोई विकार होता है. यह हर्निया नवजात शिशुओं और बच्चों में आम है, लेकिन यह वयस्कों को भी प्रभावित कर सकता है -

बच्चों में अम्बिलिकल हर्निया

शिशुओं में अम्बिलिकल हर्निया आम है. यह समस्या 10 से 30 फीसदी बच्चों में जन्म के समय दिख सकती है. यह हर्निया विशेष रूप से समय से पहले जन्म लेने वाले शिशुओं में देखने को मिल सकती है. रिसर्च से पता चला है कि 1 से 1.5 किलो वजन के साथ जन्म लेने वाले 84 प्रतिशत नवजात शिशुओं में अम्बिलिकल हर्निया होता है. अधिकतर मामलों में 2 साल की उम्र तक शिशुओं में अम्बिलिकल हर्निया ठीक हो जाता है.

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वयस्कों में अम्बिलिकल हर्निया

10 में से 1 वयस्क में अम्बिलिकल हर्निया बचपन से ही होता है, जबकि 90 प्रतिशत को व्यस्क काल में ये समस्या होती है. इस स्थिति में वयस्कों को पेट की मांसपेशियों में दबाव महसूस हो सकता है. प्रेगनेंसी में भार उठाने में समस्या अधिक बढ़ सकती है.

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अम्बिलिकल हर्निया होने पर नाभि में एक गांठ दिखाई देती है. अम्बिलिकल हर्निया उस समय अधिक साफ दिखता है, जब कोई हंस या रो रहा होता है. खांसते समय भी अम्बिलिकल हर्निया दिखाई दे सकता है, लेकिन जब व्यक्ति लेट जाता है, तो यह गांठ सिकुड़ जाती है. अलग-अलग मामलों में अम्बिलिकल हर्निया के लक्षण विभिन्न हो सकते हैं -

नाभि में सूजन और उभार

नाभि में सूजन और उभार महसूस होना अम्बिलिकल हर्निया का सबसे आम लक्षण होता है. बच्चे में नाभि के पास का उभार रोते हुए या खांसते हुए दिख सकता है. बच्चों में अम्बिलिकल हर्निया दर्द रहित होता है. वयस्क होने पर इसमें तेज दर्द हो सकता है.

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दर्द

अम्बिलिकल हर्निया होने पर पेट से जुड़ी समस्याएं परेशान कर सकती हैं. इस स्थिति में आपको पेट में दर्द महसूस हो सकता है. यह दर्द हल्के से लेकर गंभीर तक हो सकता है. इतना ही नहीं पेट फूल भी सकता है. 

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उल्टी होना

अम्बिलिकल हर्निया में बच्चे या वयस्कों को उल्टी भी हो सकती है. इसके साथ ही हर्निया की जगह पर कोमलता और सूजन भी महसूस हो सकती है.

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उम्र के अनुसार अम्बिलिकल हर्निया के कारण अलग-अलग हो सकते हैं. यह शिशुओं और मोटे लोगों में अधिक देखने को मिल सकता है. इसके अलावा, कुछ प्रेगनेंट महिलाओं में भी इसका जोखिम बढ़ सकता है. अम्बिलिकल हर्निया के कारण इस प्रकार हैं -

शिशुओं में अम्बिलिकल हर्निया के कारण

जब गर्भ में भ्रूण विकसित होता है, तो पेट की मांसपेशियां थोड़ी-सी खुल सकती है. ऐसे में जन्म के साथ ही ये मांसपेशियां बंद हो जानी चाहिए. अगर ये पूरी तरह से बंद नहीं होती हैं, तो फैटी टिश्यू या आंत का कोई हिस्सा बाहर आ सकता है. इससे अम्बिलिकल हर्निया हो सकता है.

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वयस्कों में अम्बिलिकल हर्निया के कारण

वयस्कों में अम्बिलिकल हर्निया होने का सबसे आम कारण मांसपेशियों का कमजोर होना होता है. ऐसे में जब पेट पर अधिक दबाव पड़ता है, तो फैटी टिश्यू या आंत का एक हिस्सा पेट से निकल सकता है. वयस्कों में पेट पर अधिक दबाव अम्बिलिकल हर्निया का कारण बन सकता है. मोटापागर्भावस्था या कोई सर्जरी दबाव बढ़ा सकती है. इससे अम्बिलिकल हर्निया हो सकता है.

वैसे तो अधिकतर शिशुओं का अम्बिलिकल हर्निया 2 वर्ष का होने तक ठीक हो जाता है. ऐसे में इलाज की जरूरत नहीं पड़ती है. वहीं, वयस्कों में हर्निया के अपने आप ठीक होने की संभावना काफी कम होती है. कुछ स्थितियों में डॉक्टर सर्जरी की सलाह दे सकते हैं -

  • अगर 2 वर्ष से अधिक उम्र के बच्चों में हर्निया 1.5 सेमी से अधिक है.
  • आंतें हर्नियल थैली के अंदर हैं.
  • हर्निया में गंभीर या तेज दर्द होता है.
  • हर्निया की जगह पर त्वचा में बदलाव होता है.

अगर हर्निया फट जाता है, तो इस स्थिति में आपातकालीन सर्जरी की जरूरत होती है. हालांकि, हर्निया का फटना बेहद कम ही मामलों में देखने को मिलता है. अम्बिलिकल हर्निया में एक छोटा-सा ऑपरेशन किया जाता है. इसमें आमतौर पर 20-30 मिनट लग सकते हैं. सर्जरी में नाभि के नीचे एक चीरा लगाया जाता है और उभरे हुए ऊतक को वापस पेट में धकेला जाता है.

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किसी भी व्यक्ति को अम्बिलिकल हर्निया तब होता है, जब आंत या वसा युक्त ऊतक का कुछ हिस्सा पेट की मांसपेशियों के छेद से बाहर निकल जाता है. इस स्थिति में नाभि में एक उभार दिखाई देता है. साथ ही दर्द भी महसूस हो सकता है. अम्बिलिकल हर्निया शिशुओं में सबसे आम है, लेकिन पेट में अधिक दबाव पड़ने पर वयस्कों में भी इसका जोखिम बढ़ सकता है. आमतौर पर हर्निया अपने आप ठीक हो जाता है, लेकिन कुछ स्थितियों में इसके लिए सर्जरी की जरूरत पड़ सकती है. इसलिए, हर्निया की स्थिति को बिल्कुल भी नजरअंदाज नहीं करना चाहिए।

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