ब्लेफ्रोफिमोसिस, पीटोसिस, और एपिकेनथस इन्वर्सस सिंड्रोम (बीपीईएस) ऐसी स्थिति है जिसके कारण पलकों का विकास प्रभावित होता है। इस स्थिति में लोगों को कई प्रकार की समस्याएं हो सकती हैं, जैसे आंखों के खुलने वाले हिस्से (ब्लेफ्रोफिमोसिस) का संकरा होना, ड्रॉपी आइलिड (टोसिस) आदि। इसके अलावा कुछ लोगों के आंखों के आंतरिक कोनों (टेलीकेन्थस) के बीच दूरी बढ़ जाती है।
मुख्य रूप से बीपीईएस दो प्रकार का होता है। पहला पलकों के विकास का प्रभावित होना और दूसरा चेहरे का प्रभावित होना। बीपीईएस टाइप1, महिलाओं में डिम्बग्रंथि के फंक्शन से संबंधित है, जिसके कारण उनका मासिक धर्म अनियमित हो जाता है। कई महिलाओं में मासिक धर्म 40 वर्ष की आयु से पहले ही बंद हो जाता है। इस कारण से कई महिलाओं को गर्भ धारण करने में भी कठिनाई हो सकती है।
इस लेख में हम बीपीईएस के लक्षण, कारण और इसके इलाज के बारे में जानेंगे।