बैलर-गेरोल्डसिंड्रोम (बीजीएस) एक दुर्लभ स्थिति है, जो मुख्य रूप से खोपड़ी और लिंब्स (शरीर का बड़ा हिस्सा जैसे हाथ पैर) के विकास को प्रभावित करती है। बैलर-गेरोल्ड सिंड्रोम में खोपड़ी की कुछ हड्डियों में प्रीमैच्योर फ्यूजन (दो हड्डियों का आपस में जुड़ना) हो जाता है। इस स्थिति को क्रेनिओसिनोस्टोसिस नाम से जाना जाता है, जो कि एक जन्मजात स्थिति है, जिसमें खोपड़ी के सूचर समय से पहले बंद हो जाते हैं। इसके अलावा हाथों और भुजाओं में हड्डियों का विकास सही से ना होना भी इसकी एक पहचान है।