एम्नेसिया, भूलने की बीमारी को कहा जाता है। एम्नेसिया मुख्यरूप से दो प्रकार का होता है, एंट्रोग्रेड एम्नेसिया और रेट्रोग्रेड एम्नेसिया। इस लेख में हम एंट्रोग्रेड एम्नेसिया के बारे में जानेंगे। एंट्रोग्रेड एम्नेसिया, मस्तिष्क में नई जानकारी को बनाए रखने की क्षमता में कमी को कहते है। चूंकि दिमाग में नई जानकारियां ज्यादा देर तक बनी नहीं रह पाती हैं ऐसे में इस वजह से दैनिक गतिविधियां प्रभावित हो सकती हैं। इतना ही नहीं इसका असर व्यक्ति के काम और सामाजिक गतिविधियों पर भी देखने को मिल सकता है।
जैसा कि ऊपर बताया गया है कि एंट्रोग्रेड एम्नेसिया, मुख्य रूप से भूलने की बीमारी का ही हिस्सा है, ऐसे में इससे ग्रसित लोगों को पहले से ही एम्नेसिया की समस्या हो सकती है। एंट्रोग्रेड एम्नेसिया की समस्या मस्तिष्क के मेमोरी-मेकिंग हिस्सों को क्षति पहुंचने के कारण होती है। कुछ लोगों में भूलने की यह बीमारी अस्थायी जबकि कुछ लोगों में स्थायी रूप से हो सकती है। इलाज के कुछ माध्यमों जैसे थेरपी आदि से इसमें लाभ मिल सकता है।
जिन लोगों को एंट्रोग्रेड एम्नेसिया की समस्या होती है उनके लिए बहुत ही सामान्य नई जानकारियां जैसे फोन नंबर, रात का खाया हुआ खाना, हाल ही में मिले लोगों का चेहरा और नाम तक याद रख पाना मुश्किल हो जाता है। आइए इस समस्या के बारे में विस्तार से जानते हैं।
इस लेख में हम एंट्रोग्रेड एम्नेसिया के लक्षण, कारण और इसके इलाज के बारे में जानकारी प्राप्त करेंगे।