थोरैसिक आउटलेट सिंड्रोम टीओएस विकारों का एक समूह है। कॉलरबोन और पहले रिब (थोरैसिक आउटलेट) के बीच की जगह में रक्त वाहिकाओं या तंत्रिकाओं के संकुचन के कारण यह समस्या देखने को मिल सकती है। इसके कारण कंधों और गर्दन में दर्द के अलावा उंगलियों में सुन्नता आ सकती है। थोरैसिक आउटलेट सिंड्रोम मुख्यरूप से किसी दुर्घटना के कारण होने वाले शारीरिक आघात, खेल संबंधी गतिविधियों के कारण लगने वाली चोट और कई प्रकार के शारीरिक दोष (जैसे अतिरिक्त रिब) के कारण होती है। कुछ महिलाओं को गर्भावस्था में भी यह समस्या हो सकती है। कुछ स्थितियों में थोरैसिक आउटलेट सिंड्रोम का निर्धारण कर पाना चिकित्सकों के लिए कठिन हो जाता है।
टीओएस के इलाज के लिए आमतौर पर फिजिकल थेरेपी और दर्द निवारक दवाओं को प्रयोग में लाया जाता है। इन उपचार विधियों से ज्यादातर लोगों को लाभ मिल जाता है। हालांकि, कुछ मामले गंभीर भी होते हैं, जिनके लिए सर्जरी की आवश्यकता होती है।
थोरैसिक आउटलेट सिंड्रोम मुख्यरूप से तीन प्रकार का होता है।
- न्यूरोजेनिक टीओएस : गर्दन से हाथ की ओर जाने वाली नस (ब्रैकियल प्लेक्सस) में संकुचन के कारण यह समस्या होती है। 90 प्रतिशत से अधिक मामले न्यूरोजेनिक होते हैं।
- वेनस टीओएस : शरीर के ऊपरी थ्रंबोसिस की ओर जाने वाली नस में संकुचन के कारण यह समस्या होती है। टीओएस के करीब पांच फीसदी मामलों में इसे मुख्य कारण माना जाता है।
- आर्टियल टीओएस : यह समस्या मुख्य रूप से धमनी में संकुचन के कारण होती है। आर्टियल टीओएस के मामले मात्र एक फीसदी ही देखने को मिलते हैं।
इस लेख में हम थोरैसिक आउटलेट सिंड्रोम के लक्षण, कारण और इलाज के बारे में जानेंगे।