पुष्यानुग चूर्ण आयुर्वेदिक औषधि है जो मुख्य रूप से पाचन और गैस के लिए प्रयोग की जाती है। यह चूर्ण विभिन्न जड़ी बूटियों से तैयार किया जाता है और सुरक्षित पाचन लाभ प्रदान करने के लिए उपयोग किया जाता है। इसका उपयोग पेट के संबंधित विकारों जैसे कि अपच, गैस, आंतों की सफाई, खांसी आदि में किया जाता है। यह प्राकृतिक और उपयोग में पूरी तरह सुरक्षित उपचार है, पुष्यानुग चूर्ण आमतौर पर निम्नलिखित प्रमुख औषधियों से बनाया जाता है जैसे पुष्यानुग पौधे का पत्ता होता है, जिसे आयुर्वेद में पाचन और गैस के लिए उपयोगी माना जाता है , सोंठ को पाचन और गैस को कम करने के लिए जाना जाता है , आजवाइन भी पाचन को सुधारने और गैस को कम करने में मदद करता है, हिंग को भी पाचन में सहायक माना जाता है और गैस को कम करने में मदद करता है , चित्रक को पाचन के लिए जाना जाता है, और इसका उपयोग विभिन्न पेट संबंधी समस्याओं को ठीक करने में किया जाता है। यह एक प्रमुख आयुर्वेदिक औषधि है और इसे सावधानी से उपयोग किया जाना चाहिए। इससे पहले इसका उपयोग करने से पहले डॉक्टर से सलाह लेना बेहतर होता है। आइए जानते हैं विस्तृत रूप से पुष्यानुग चूर्ण के फ़ायदों के बारे में-
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