आयुर्वेद के अनुसार शरीर में तीन दोष पाए जाते हैं - वात, पित्त और कफ. अगर शरीर में ये तीनों दोष संतुलित हैं, तो आप स्वस्थ हैं. वहीं, जब शरीर में इनमें से कोई एक दोष भी असंतुलित होता है, तो व्यक्ति में कई तरह के रोग पैदा होने लगते हैं. खराब जीवनशैली और खानपान किसी भी दोष के असंतुलित होने के मुख्य कारण हो सकते हैं.
इस लेख में आप पित्त दोष के असंतुलित होने के लक्षण, कारण और उपाय के बारे में विस्तार से जानेंगे -
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