आयुर्वेद में प्राकृतिक तरीकों से बीमारियों को ठीक करने की कोशिश की जाती है. इसमें कई तरह की थेरेपीज होती हैं. इनमें पोडिकिजी ऐसी ही एक आयुर्वेदिक थेरेपी है, जिसके माध्यम से अर्थराइटिस, न्यूओरोलॉजिकल जटिलताएं, गठिया व शारीरिक सूजन जैसी समस्याओं का प्रभावी इलाज होता है. इस थेरेपी में जड़ी-बूटियों के मिश्रण पाउडर को गर्म करके कपास की थैलियों में भरकर शरीर के प्रभावित हिस्से पर प्रयोग किया जाता है.
पोडिकिजी थेरेपी के लिए विशेष औषधीय पाउडर का उपयोग किया जाता है और यह आयुर्वेदिक उपचार का एकमात्र रूप है, जिसे तेल के साथ या बिना तेल इस्तेमाल किए किया जा सकता है.
इस लेख में आप पोडिकिजी की प्रक्रिया, फायदे, नुकसान व सावधानियों के बारे में विस्तार से जानेंगे -
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