योग करना न केवल हमारे शरीर के लिए अच्छा होता है बल्कि यह हमारी मानसिक सेहत के लिए भी काफी अच्छा होता है. इससे हमारा स्ट्रेस, चिंता, डिप्रेशन दूर होता है.

अगर आप अपने हिप्स, एंकल और कमर की मांसपेशियों को मजबूत बनाना चाहते हैं तो आप मलासन ट्राई कर सकते हैं. अगर आप पहली बार इसे कर रहे हैं तो योग एक्सपर्ट की निगरानी में ही करें. मलासन को बैठकर मल त्यागने की पोजीशन में किया जाता है.

आज इस लेख में जानेंगे मलासन करने  के तरीके, बरती जाने वाली सावधानियां और फायदों के बारे में.

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  1. मलासन करने का तरीका क्या है? - How to do Malasana in Hindi
  2. मलासन के फायदे - Benefits of Malasana in Hindi
  3. मलासन करते समय सावधानियां - Precautions while doing Malasana in Hindi
  4. सारांश
मलासन करने का तरीका, फायदे और सावधानियां के डॉक्टर

मलासन जिसे गारलैंड पोज़ भी कहा जाता है यह आपके कूल्हों और कमर की मांसपेशियों को खोलता है. साथ ही पैर और टखनों को भी मजबूती प्रदान करता है. इस आसन को स्क्वाट मल त्यागने की पोजीशन में किया जाता है. इसलिए इसे मलासन कहा जाता है. आइए विस्तार से जाने मलासन करने का सही तरीका क्या है.

  • स्टेप 1 : एक मैट पर खड़े हो जाएं और अपनी टांगों को एक दूसरे से दूर ले जाएं.
  • स्टेप 2 : अब स्क्वाट की अवस्था में आने के लिए अपने घुटनों को थोड़ा मोड़ें और अपने हिप्स को जमीन की ओर लेकर जाएं.
  • स्टेप 3 : अपने हाथों को घुटनों के नीचे से ऊपर की ओर निकालें और दोनों हाथों को जोड़ कर प्रार्थना करने की अवस्था में आ जाएं.
  • स्टेप 4 : इस अवस्था में अब अपने अंगूठों के द्वारा अपनी चेस्ट बोन को छूने की कोशिश करें. इससे आपकी छाती ऊपर उठी रहने में मदद मिलती है. अपनी बाजुओं को जांघों की तरफ प्रेस करते रहें ताकि आप एक संतुलन में रह सकें.
  • स्टेप 5 : अपनी रीढ़ की हड्डी को सीधा रखें, अपनी हिप्स को जमीन की ओर ही रखें और अपने कंधों को अपने कानों से दूर दूर रखें.
  • स्टेप 6 : 5 बार लंबी-लंबी सांसे लें और अपने आप को इसी अवस्था में रखे. इसके बाद आप इस अवस्था को छोड़कर सामान्य अवस्था में आ सकते हैं.
  • स्टेप 7 : अगर आप इस आसन का पूरी तरह से लाभ उठाना चाहते हैं तो रोजाना इस आसन को कम से कम तीन बार दोहराने का प्रयास करें.

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मलासन न सिर्फ आपकी कब्ज की समस्या को दूर करता है बल्कि मसल्स को भी स्ट्रेच करता है. यह शरीर को टोन करने में मदद करता है. आइए विस्तार से जानें मलासन के फायदे के बारे में.

हिप्स और कमर की मांसपेशियों के लिए मलासन के फायदे

जब आप घर पर रहकर बहुत समय तक बैठे रहते हैं तो आपकी कमर की मसल्स और हिप्स बहुत प्रभावित होते हैं. वे एक तरह से अकड़ जाते हैं. इस आसन के माध्यम से इन मांसपेशियों को खुलने में और अकड़न से मुक्ति मिलने में मदद मिल सकती है.

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मसल्स को स्ट्रेच करने के लिए मलासन के फायदे

इस आसन को करने से आपको हिप्स और जांघों में एक बहुत अच्छा खिंचाव मिलता है. इससे आपकी पिंडलियों में भी खिंचाव आता है. इस आसन से मांसपेशियां खुलती है और शरीर अधिक लचीला बनता है. साथ ही यह आसन आपके टखनों को भी मजबूत बनाता है.

शरीर को टोन करने के लिए मलासन के फायदे

कुछ लोग केवल निचले शरीर के मोटापे से दुखी रहते हैं. लेकिन केवल आपकी जांघ और पिंडली ही काफी अधिक मोटी लगती हैं, तो रोजाना इस आसन को करने से आप अपने निचले शरीर को भी फिट कर सकते हैं.

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अच्छे मेटाबॉलिज्म के लिए मलासन के फायदे

मलासन को करने से आपके शरीर में रक्त प्रवाह (ब्लड सर्कुलेशन) सुचारू रूप से काम करता है. ये आपके मेटाबॉलिज्म में भी सुधार आता है. इस कारण आप का पाचन तंत्र भी काफी बढ़िया ढंग से काम करता है.

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अगर आप पहली बार यह आसन कर रहे हैं तो एक्सपर्ट की नजर में यह आसन करें. इसके अलावा आपको साइटिका या लोअर बैक पेन है तो मलासन करने से बचें. इसके अलावा मलासन करते समय कुछ और सावधानियां  बरतें.

  • अपने हिप्स को अपने पैरों के टखनों तक न लेकर जाएं और जब तक आपकी जांघ जमीन के समानांतर रहें, वहीं तक ही स्क्वाट करें.
  • अगर आपकी कमर या घुटनों में चोट लगी हुई है तो इस आसन को न करें.
  • अगर आपको ऐसे ही ऊपर रहने में दिक्कत हो रही है तो अपने हिप्स के नीचे कुछ ईंट रख लें.
  • बेहतर संतुलन बनाए रखने के लिए अपनी एड़ियों को ऊपर न उठने दें.

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मलासन रोज करने से आपके हिप्स और निचले शरीर में काफी अंतर देखने को मिल सकता है. मलासन को स्क्वाट की पोजीशन में किया जाता है. मलासन आपकी सेहत के लिए बहुत फायदेमंद है. यह मेटाबॉलिज्म बढ़ाने से लेकर, शरीर को टोन करने और कब्ज की समस्या को दूर कर सकता है.

लेकिन ध्यान रखें एक साथ अपने शरीर पर ज्यादा अधिक प्रेशर न डलने दें. बस मलासन करते समय उसका सही तरीका ध्यान रखें. तभी आपको मलासन से फायदा मिलेगा और पहली बार योगा एक्सपर्ट की निगरानी में ही करें.

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Dr. Smriti Sharma

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