लंबे समय से नारियल पानी उष्णकटिबंधीय क्षेत्रों में रहने वाले लोगों का पसंदीदा पेय बना हुआ है। कोस्टा रिका, दोमिनिकन गणराज्य, इंडोनेशिया, श्रीलंका, फिलीपींस, ब्राजील, कैरेबियन द्वीप समूह, मैक्सिको और यहां तक कि भारत में भी नारियल पानी बहुत लोकप्रिय है।
नारियल पानी का स्वाद इसकी मिट्टी पर निर्भर करता है। अगर ताड़ का पेड समुद्र या समुद्रतट के पास हो तो नारियल पानी का स्वाद थोड़ा नमकीन होता है। दुनियाभर में इंडोनेशिया में सबसे ज्यादा नारियल का उत्पादन किया जाता है और इसके बाद भारत एवं फिलीपींस का नाम आता हे। भारत के केरल, कर्नाटक और तमिलनाडु राज्य नारियल के सबसे बड़े उत्पादक हैं।
नारियल में 95 फीसदी पानी होता है और इसमें कैलोरी एवं फैट भी कम पाया जाता है। इसके अलावा नारियल पानी में शरीर के लिए फायदेमंद कई तरह के विटामिंस, मिनरल्स और इलेक्ट्रोलाइट पाए जाते हैं।
नारियल पानी के बारे में तथ्य:
- वानस्पतिक नाम: कोकोस न्यूकिफेरा
- कुल: अरेकासिएई (Arecaceae)
- सामान्य नाम: नारियल पानी
- संस्कृत नाम: नारिकेल जलम
- उपयोगी भाग: नारियल के अंदर मौजूद पानी
- भौगोलिक विवरण: दुनियाभर में तकरीबन 80 देशों में नारियल उगाया जाता है। इंडोनेशिया, फिलीपींस, श्रीलंका और थाइलैंड में कुल नारियल की 78 फीसदी खेती की जाती है।
- रोचक तथ्य: प्रत्येक वर्ष दो हजार करोड़ से भी ज्यादा नारियल का उत्पादन किया जाता है।