मुलेठी (लीकोरिस या नद्यपान) का उपयोग व्यापक रूप से मिठाई, टूथपेस्ट और पेय पदार्थ में स्वाद बढ़ाने के लिए किया जाता है।इसका उपयोग भारतीय आयुर्वेद के साथ-साथ चीनी दवाओं में भी प्राचीन काल से होता आ रहा है।
औषधीय प्रयोजनों के लिए, इस जड़ी बूटी की सूखी जड़ का प्रयोग किया जाता है। वास्तव में, यह दुनिया भर में औषधीय लाभ के लिए सबसे व्यापक रूप से इस्तेमाल होने वाली जड़ी बूटियों में से एक है।
इस जड़ी बूटी का स्वाद चीनी की तुलना में ज्यादा मीठा होता है। इसमें कई पोषक तत्वों और फ्लेवोनॉइड्स (flavonoids) की एक विस्तृत श्रृंखला शामिल है।
यह विटामिन बी और विटामिन ई का एक अच्छा स्रोत है। यह फास्फोरस, कैल्शियम, कोलीन, आयरन, मैग्नीशियम, पोटेशियम, सेलेनियम, सिलिकॉन और जिंक जैसे खनिज का भी एक अच्छा स्रोत है। इसके अलावा, इसमें कई आवश्यक फाइटोन्यूटरिएंट्स (phytonutrients) भी होता हैं।
मुलेठी की जड़ आसानी से अलग अलग रूपों में बाजार में उपलब्ध है। आप इसे सूखी जड़, पाउडर, या कैप्सूल के रूप में पा सकते हैं। हालांकि, चिकित्सा सहायता के रूप में इस जड़ी बूटी का उपयोग करने से पहले चिकित्सक से परामर्श करने का सुझाव दिया जाता है। आइए विस्तार से जाने इसके गुणों के बारे में -