Kairali Manasamitram Gulika

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    Kairali Manasamitram Gulika की जानकारी

    Kairali manasamitram gulika बिना डॉक्टर के पर्चे द्वारा मिलने वाली आयुर्वेदिक दवा है, जो मुख्यतः डिप्रेशन, चिंता, मिर्गी, आटिज्‍म, सेरेब्रल पाल्सी के इलाज के लिए उपयोग किया जाता है। Kairali manasamitram gulika के मुख्य घटक हैं पुष्करमूल, शंखपुष्पी, वाचा, लाल चंदन, मोती, चंदन, लौह भस्म, दालचीनी, पिप्पली, कपूर, चेरी, निर्गुण्डी, रसना, कमल, कंटकारी, त्रिफला, गिलोय, अश्वगंधा, हल्दी, उशिरा, अंगूर के बीज, मुलेठी, रिद्धि, दूब घास, तुलसी, केसर, बेल, बाला, दूध, ज़ीरा जिनकी प्रकृति और गुणों के बारे में नीचे बताया गया है। Kairali manasamitram gulika की उचित खुराक मरीज की उम्र, लिंग और उसके स्वास्थ्य संबंधी पिछली समस्याओं पर निर्भर करती है। यह जानकारी विस्तार से खुराक वाले भाग में दी गई है।

    Kairali Manasamitram Gulika की सामग्री - Kairali Manasamitram Gulika Active Ingredients in Hindi

    अश्वगंधा
    • ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस (शरीर में एंटीऑक्सीडेंट्स और फ्री रेडिकल्स के बीच असंतुलन पैदा होना) को कम करने वाली दवाएं।
    • कामेच्छा को बढ़ाने के लिए उपयोगी एजेंट।
    • नींद लाने के लिए उपयोगी एजेंट, जिनका इस्तेमाल अनिद्रा में किया जाता है।
    • नसों की उत्तेजना को कम करने के लिए और चिंता का उपचार करने वाले तत्व।
    • ये एजेंट विभिन्न प्रकार के मूड संबंधी विकारों को नियंत्रित करने का काम करते हैं।
    बेल
    • ऐसी दवाएं जो दर्द को नियंत्रित करने और बेहोशी (सुधबुध खोने) रोकने के लिए इस्‍तेमाल की जाती है।
    • चोट लगने के बाद सूजन को कम करने वाली दवाएं।
    • ऐसा पदार्थ जो पेट और आंतों से अतिरिक्त गैस को खत्म करता है।
    बाला
    • दर्द को कम करने के लिए उपयोग की जाने वाली दवाएं या एजेंट।
    • दवाइयां जो शरीर से परजीवी कीड़ों को निकालती हैं और उन्हें मारती हैं।
    • ऐसा पदार्थ जिसमें यौन इच्छा को तीव्र करने की क्षमता होती है।
    • वे दवाएं जिनका इस्‍तेमाल मानसिक विकारों को नियंत्रित करने में किया जाता है।
    चंदन
    • चोट लगने के बाद सूजन को कम करने वाली दवाएं।
    • ये तत्व यौन इच्छा को बढ़ाते हैं।
    • रक्‍त वाहिकाओं में संकुचन पैदा करने वाले घटक जिससे उस हिस्‍से में रक्‍त प्रवाह में कमी आती है।
    दूब घास
    • दर्द को कम करने के लिए उपयोग की जाने वाली दवाएं या एजेंट।
    • ये दवाएं चोट के कारण होने वाली सूजन को कम करती हैं।
    • वो तत्व जो जीवित कोशिकाओं में मुक्त कणों के ऑक्सीकरण के प्रभाव को रोकता है।
    गिलोय
    • दर्द को कम करने के लिए उपयोग की जाने वाली दवाएं या एजेंट।
    • ये दवाएं चोट के कारण होने वाली सूजन को कम करती हैं।
    • वो तत्व जो जीवित कोशिकाओं में मुक्त कणों के ऑक्सीकरण के प्रभाव को रोकता है।
    • दवाएं जो भूख को बढ़ाती हैं और एनोरेक्सिया व भूख न लगने के इलाज में इस्तेमाल की जाती हैं।
    • वो दवाएं जो श्वास नली से कफ, बलगम को निकाल बाहर करती है।
    • एलर्जी के लक्षणों से राहत दिलाने के लिए उपयोगी तत्व।
    हल्दी
    • ये दवाएं चोट के कारण होने वाली सूजन को कम करती हैं।
    • रूमेटाइड आर्थराइटिस को बढ़ने से रोक कर इस बीमारी के प्रबंधन में इस्‍तेमाल होने वाली दवाएं।
    • ये एजेंट मुक्त कणों को साफ करके ऑक्सीडेटिव तनाव को कम करने में मदद करते हैं।
    • फेफड़ों और श्वसन मार्ग से बलगम निकालने वाले पदार्थ।
    • प्रतिरक्षा प्रणाली को ठीक करने वाले पदार्थ।
    • एलर्जी के लक्षणों से राहत दिलाने के लिए उपयोगी तत्व।
    जीरा
    • ये दवाएं रोगी की जागृत अवस्था को प्रभावित किए बिना दर्द को कम कर सकती हैं।
    • चोट या संक्रमण के कारण होने वाली सूजन को कम करने वाली दवाएं।
    • ये एजेंट मुक्त कणों को साफ करके ऑक्सीडेटिव तनाव को कम करने में मदद करते हैं।
    • पेट की गैस या पट फूलने की समस्या को कम करने वाले एजेंट।
    • पाचन क्रिया को बेहतर करने वाले तत्‍व।
    • हाई ब्लड प्रेशर के इलाज में इस्तेमाल होने वाली दवाएं।
    कपूर
    • दर्द को कम करने के लिए उपयोग की जाने वाली दवाएं या एजेंट।
    • प्रभावित क्षेत्र पर लगाई जाने वाली दवाएं जो बिना सुन्न किए दर्द को कम करती हैं।
    • एक ऐसा एजेंट जो अंदरूनी अंगों में सूजन रोकने के लिए त्‍वचा की ऊपरी सतह पर सूजन पैदा करता है।
    • दवाएं जो कफ और बलगम को श्वसन मार्ग से निकालती हैं।
    • वासोडिलेटर गुणों वाले तत्व रक्त के प्रवाह में वृद्धि के कारण होने वाली त्वचा की लालिमा और जलन का कारण बनते हैं।
    • लिंग में उत्तेजना लाने वाली दवाएं।
    • दवाएं जिनका इस्तेमाल शुक्राणु के उत्पादन में सुधार के लिए और पुरुष यौन विकारों के इलाज के लिए होता हैं।
    कंटकारी
    • ये दवाएं चोट के कारण होने वाली सूजन को कम करती हैं।
    • मांसपेशियों में दर्द और ऐंठन को रोकने वाली दवाएं।
    • वे दवाएं जो शरीर में हिस्‍टामाइन (जो धूल-मिटटी जैसे बाहरी तत्वों से शरीर की रक्षा करता है) के स्राव को नियंत्रित कर एलर्जी को रोकती हैं।
    रसना
    • सूजन को कम करने वाली दवाएं।
    • मांसपेशियों को आराम पहुंचाने वाली दवाएं।
    मुलेठी
    • सूजन को कम करने वाली दवाएं।
    • ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस (शरीर में एंटीऑक्सीडेंट्स और फ्री रेडिकल्स के बीच असंतुलन पैदा होना) को कम करने वाली दवाएं।
    • मांसपेशियों में दर्द और ऐंठन को रोकने वाली दवाएं।
    • पाचन क्रिया और पेट को आराम देने वाले घटक।
    • दवाएं जो कफ और बलगम को श्वसन मार्ग से निकालती हैं।
    • ये एजेंट प्रतिरक्षा प्रणाली पर प्रभाव डालते हैं और प्रतिरक्षा प्रणाली के कार्यों को बदलने में मदद करते हैं।
    निर्गुण्डी
    • ये टॉपिकल दवाएं शरीर के किसी विशेष अंग या क्षेत्र में दर्द कम करने के लिए उपयोग की जाती हैं।
    • चोट लगने के बाद सूजन को कम करने वाली दवाएं।
    • वह दवा या तत्व जो बुखार में शरीर के तापमान को कम करने के लिए इस्तेमाल किये जाते हैं।
    • वो तत्व जो जीवित कोशिकाओं में मुक्त कणों के ऑक्सीकरण के प्रभाव को रोकता है।
    • पाचन क्रिया को सुधारने व खाने को ठीक से अवशोषित करने के लिए उपयोग की जाने वाली दवाएं।
    • इन एजेंट का उपयोग बुखार के इलाज में किया जाता है।
    पिप्पली
    • दर्द को कम करने के लिए उपयोग की जाने वाली दवाएं या एजेंट।
    • चोट लगने के बाद सूजन को कम करने वाली दवाएं।
    • ये एजेंट मुक्त कणों को साफ करके ऑक्सीडेटिव तनाव को कम करने में मदद करते हैं।
    • स्वैच्छिक या अनैच्छिक रूप से नस पर नस चढ़ने की समस्या को कम करने या रोकने के लिए उपयोग किए जाने वाली दवाएं।
    • भूख बढ़ाने वाले एजेंट।
    • पाचन क्रिया और पेट को आराम देने वाले घटक।
    • वो दवा जो मस्तिष्क को प्रभावित कर अनिद्रा की समस्या को दूर करती है। इससे नींद आती है।
    • ये एजेंट प्रतिरक्षा प्रणाली पर प्रभाव डालते हैं और प्रतिरक्षा प्रणाली के कार्यों को बदलने में मदद करते हैं।
    • ये दवाएं शरीर पर शांत और पीड़ा दूर करने वाले प्रभाव डालकर अनिद्रा के लक्षणों को नियंत्रित करती हैं, जिससे अच्छी नींद आने में मदद मिलती है।
    • पाचन रस का स्राव बढ़ाकर अपच का इलाज करने वाले घटक।
    दालचीनी
    • चोट या संक्रमण के कारण होने वाली सूजन को कम करने वाली दवाएं।
    • ये एजेंट मुक्त कणों को साफ करके ऑक्सीडेटिव तनाव को कम करने में मदद करते हैं।
    • ये दवाएं मांसपेशियों के दर्द और ऐंठन को कम करने में मदद करती हैं।
    • कामेच्छा को बढ़ाने के लिए उपयोगी एजेंट।
    • फंगस को बढ़ने से रोकने या खत्म करने वाले पदार्थ।
    • ये एजेंट सूक्ष्मजीवों के विकास और कार्यों के खिलाफ सहायक होते हैं।
    शंखपुष्पी
    • वो तत्व जो जीवित कोशिकाओं में मुक्त कणों के ऑक्सीकरण के प्रभाव को रोकता है।
    • ऐसे एजेंट्स जो डिप्रेशन के लक्षणों से राहत दिलाते हैं।
    • वे दवाएं जो उत्तेजित नसों को शांत करने के लिए तंत्रिका तंत्र को उत्तेजित करती हैं।
    • मिर्गी या बेहोशी के इलाज के लिए इस्तेमाल में आने वाली दवाएं।
    • फंगल संक्रमण का उपचार करने वाले तत्व।
    • सूक्ष्म जीवों को बढ़ने से रोकने वाले या खत्म करने वाले एजेंट।
    दूध
    • एजेंट या तत्‍व जो सूजन को कम करने के लिए इस्तेमाल किए जाते हैं।
    • वे एजेंट्स जो सूक्ष्‍म जीवों को नष्‍ट या उनके कार्य को रोक कर माइक्रोबियल रेप्लिका (सूक्ष्‍म जीवों की प्रतिकृति) और इसको बढ़ने से बचाते हैं।
    तुलसी
    • दर्द को कम करने के लिए उपयोग की जाने वाली दवाएं या एजेंट।
    • चोट या संक्रमण के कारण होने वाली सूजन को कम करने वाली दवाएं।
    • वे घटक जिनका इस्‍तेमाल फ्री रेडिकल्‍स की सक्रियता को कम करने और ऑक्‍सीडेटिव स्‍ट्रेस (मुक्त कणों के बनने और उनके शरीर के प्रति हानिकरक प्रभाव को न रोक पाने के बीच का असंतुलन) को रोकने के लिए किया जाता है।
    • प्रतिरक्षा प्रणाली को ठीक करने वाले पदार्थ।
    • ये एजेंट शरीर में एलर्जी की प्रतिक्रिया होने से रोकते हैं।
    उशिरा
    • चोट लगने के बाद सूजन को कम करने वाली दवाएं।
    • ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस (शरीर में एंटीऑक्सीडेंट्स और फ्री रेडिकल्स के बीच असंतुलन पैदा होना) को कम करने वाली दवाएं।
    • वे तत्व जो सूक्ष्म जीवों को बढ़ने से रोकने के लिए इस्तेमाल किए जाते हैं।
    • ऐसा पदार्थ जिसमें यौन इच्छा को तीव्र करने की क्षमता होती है।
    • ये एजेंट मांसपेशियों को संकुचित कर चोट लगने वाली जगह तक खून का संचरण कम कर देते हैं।
    • वे दवाएं जो उत्तेजित नसों को शांत करने के लिए तंत्रिका तंत्र को उत्तेजित करती हैं।
    • तंत्रिकाओं को आराम देने वाली और शांत करने वाली दवाएं, जिनसे नींद आती है।
    वाचा
    • चोट या संक्रमण के कारण होने वाली सूजन को कम करने वाली दवाएं।
    • ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस (शरीर में एंटीऑक्सीडेंट्स और फ्री रेडिकल्स के बीच असंतुलन पैदा होना) को कम करने वाली दवाएं।
    • ये दवाएं अवसाद के लक्षणों को नियंत्रित रखने में उपयोगी होती हैं।
    • वे दवाएं जो उत्तेजित नसों को शांत करने के लिए तंत्रिका तंत्र को उत्तेजित करती हैं।
    • ये दवाएं शरीर पर शांत और पीड़ा दूर करने वाले प्रभाव डालकर अनिद्रा के लक्षणों को नियंत्रित करती हैं, जिससे अच्छी नींद आने में मदद मिलती है।
    • मिर्गी या बेहोशी के इलाज के लिए इस्तेमाल में आने वाली दवाएं।
    कमल
    • सूजन को कम करने वाली दवाएं।
    • वो दवाएं जो वायरल संक्रमण के उपचार के लिए इस्तेमाल की जाती हैं।
    • बैक्‍टीरिया को बढ़ने से रोकने वाली दवाएं।
    • वे दवाएं जो शरीर में लिपिड की मात्रा और कोलेस्‍ट्रोल के स्‍तर को नियंत्रित करने में मदद करती हैं। ये दवाएं कार्डिएक से संबंधित विकारों को रोकने के लिए ली जाती हैं।
    केसर
    • शरीर में मौजूद ऑक्सीजन के मुक्त कणों को निकालने के लिए उपयोग होने वाले पदार्थ।
    • डिप्रेशन को नियंत्रित करने में मदद करने वाली दवाएं।
    • मिर्गी या बेहोशी के इलाज के लिए इस्तेमाल में आने वाली दवाएं।
    • शरीर में लिपिड की मात्रा को कम करने के लिए और कोलेस्ट्रॉल के स्तर को नियंत्रित करने वाली दवाएं।
    त्रिफला
    • ये दवाएं चोट के कारण होने वाली सूजन को कम करती हैं।
    • एक पदार्थ या औषधि मिश्रण जो रक्त स्राव और अन्य स्राव को रोकने के लिए शरीर के ऊतकों को संकुचित करती है।
    • ये एजेंट पाचन में सुधार करते हैं और भोजन के अवशोषण में सहायता करते हैं।
    • ऐसे पदार्थ जो प्रतिरक्षा प्रणाली के कार्य को उत्तेजित करके या कम करके उसे ठीक करता है।
    • हाई ब्लड प्रेशर के इलाज में इस्तेमाल होने वाली दवाएं।
    मोती
    • ये दवाएं शरीर का तापमान कम करती हैं और बुखार के दौरान इनका उपयोग किया जाता है।
    • वे घटक जिनका इस्‍तेमाल फ्री रेडिकल्‍स की सक्रियता को कम करने और ऑक्‍सीडेटिव स्‍ट्रेस (मुक्त कणों के बनने और उनके शरीर के प्रति हानिकरक प्रभाव को न रोक पाने के बीच का असंतुलन) को रोकने के लिए किया जाता है।
    • चिपचिपा पदार्थ जो जलन या श्लेष्म झिल्ली की सूजन को कम करने के लिए उपयोग किया जाता है।
    • ये दवाएं अवसाद के लक्षणों को नियंत्रित रखने में उपयोगी होती हैं।
    • वो एजेंट या दवा जो मांसपेशियों के तंतुओं की सिकुड़न को कम करता है और मांसपेशियों में खिंचाव से राहत देता है।
    • ऐसे एजेंटस जो एसिडिटी का इलाज करते हैं।
    • वे दवाएं जिनका इस्‍तेमाल मिर्गी के दौरों को कम और उसे रोकने और मिर्गी के इलाज में किया जाता है।
    • वे दवाएं जिनका इस्‍तेमाल हाई ब्‍लड प्रेशर (हाइपरटेंशन) को नियंत्रित करने के लिए किया जाता है।
    लौह भस्म
    • लीवर के कार्यों और उसे खराब होने से रोकने वाले एजेंट।
    • ये तत्व रक्त निर्माण में सहायता करते हैं और एनीमिया के उपचार में मदद करते हैं।
    लाल चंदन
    • एक दवा या एक एजेंट जो बेहोश किए बिना दर्द को कम करती है।
    • ये दवाएं चोट के कारण होने वाली सूजन को कम करती हैं।
    • वो तत्व जो जीवित कोशिकाओं में मुक्त कणों के ऑक्सीकरण के प्रभाव को रोकता है।
    • मांसपेशियों में दर्द और ऐंठन को रोकने वाली दवाएं।
    • ये तत्व यौन इच्छा को बढ़ाते हैं।
    • रक्‍त वाहिकाओं में संकुचन पैदा करने वाले घटक जिससे उस हिस्‍से में रक्‍त प्रवाह में कमी आती है।
    पुष्करमूल
    • पौधे पर आधारित घटक जो कि विषाक्त नहीं होते हैं और शरीर के कार्य में मदद करते हैं
    • ऐसी दवाएं जो दर्द को नियंत्रित करने और बेहोशी (सुधबुध खोने) रोकने के लिए इस्‍तेमाल की जाती है।
    • ये दवाएं अस्थमा के लक्षणों से राहत प्रदान करने में मदद करती हैं।
    • ये दवाएं चोट के कारण होने वाली सूजन को कम करती हैं।
    • वो तत्व जो जीवित कोशिकाओं में मुक्त कणों के ऑक्सीकरण के प्रभाव को रोकता है।
    • बैक्टीरिया को बढ़ने से रोकने या खत्म करने वाले पदार्थ।
    • एलर्जी के लक्षणों से राहत दिलाने वाले घटक।
    चेरी
    • ऐसी दवाएं जो दर्द को नियंत्रित करने और बेहोशी (सुधबुध खोने) रोकने के लिए इस्‍तेमाल की जाती है।
    • सूजन को कम करने वाली दवाएं।
    • ऐसे पदार्थ जो प्रतिरक्षा प्रणाली के कार्य को उत्तेजित करके या कम करके उसे ठीक करता है।
    रिद्धि
    • होमियोस्टैसिस (किसी अंग या प्रणाली के असामान्य कार्य को ठीक करने के लिए शरीर की प्राकृतिक प्रक्रिया) को बनाए रखने और तनाव की स्थिति में शारीरिक क्रियाओं को नियंत्रित करने वाले बायोएक्टिव तत्‍व।
    • शरीर में मौजूद ऑक्सीजन के मुक्त कणों को निकालने के लिए उपयोग होने वाले पदार्थ।
    • ऐसा पदार्थ जिसमें यौन इच्छा को तीव्र करने की क्षमता होती है।
    • ये एजेंट भोजन करने की इच्छा में सुधार करते हैं।
    अंगूर के बीज
    • हृदय के कार्य को ठीक या बेहतर करने वाले तत्व।
    • वे दवा या तत्व जो रक्त में लिपिड की मात्रा को कम करता है जिससे कोलेस्ट्रोल स्तर को कम करने और हृदय रोगों को रोकने में मदद मिलती है।

    Kairali Manasamitram Gulika के लाभ - Kairali Manasamitram Gulika Benefits in Hindi

    Kairali Manasamitram Gulika इन बिमारियों के इलाज में काम आती है -



    Kairali Manasamitram Gulika के नुकसान, दुष्प्रभाव और साइड इफेक्ट्स - Kairali Manasamitram Gulika Side Effects in Hindi

    चिकित्सा साहित्य में Kairali Manasamitram Gulika के दुष्प्रभावों के बारे में कोई सूचना नहीं मिली है। हालांकि, Kairali Manasamitram Gulika का इस्तेमाल करने से पहले हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह-मशविरा जरूर करें।



    Kairali Manasamitram Gulika से सम्बंधित चेतावनी - Kairali Manasamitram Gulika Related Warnings in Hindi

    • क्या Kairali Manasamitram Gulika का उपयोग गर्भवती महिला के लिए ठीक है?


      शोध कार्य न हो पाने की वजह से Kairali manasamitram gulika के हानिकारक प्रभावों के बारे में कोई जानकारी उपलब्ध नहीं हैं।

      अज्ञात
    • क्या Kairali Manasamitram Gulika का उपयोग स्तनपान करने वाली महिलाओं के लिए ठीक है?


      जो स्त्रियां स्तनपान कराती हैं उनके ऊपर Kairali manasamitram gulika का क्या असर होगा इस विषय पर कोई शोध नहीं किया गया है, इसके चलते पूर्ण जानकारी मौजूद नहीं है। दवा को लेते समय डॉक्टर की राय लेना जरूरी।

      अज्ञात
    • Kairali Manasamitram Gulika का पेट पर क्या असर होता है?


      Kairali manasamitram gulika के इस्तेमाल से पेट को किसी तरह का नुकसान नहीं होता।

      सुरक्षित
    • क्या Kairali Manasamitram Gulika का उपयोग बच्चों के लिए ठीक है?


      बच्चों पर Kairali manasamitram gulika का क्या असर होगा इस बारे में जानकारी मौजूद नहीं है, क्योंकि इस विषय में अब तक कोई रिसर्च नहीं हुई है।

      अज्ञात
    • क्या Kairali Manasamitram Gulika का उपयोग शराब का सेवन करने वालों के लिए सही है


      रिसर्च न होने के कारण Kairali manasamitram gulika के नुकसान के विषय में पूर्ण जानकारी मौजूद नहीं है। अतः डॉक्टर की सलाह पर ही इसको लें।

      अज्ञात
    • क्या Kairali Manasamitram Gulika शरीर को सुस्त तो नहीं कर देती है?


      Kairali manasamitram gulika के सेवन के बाद चक्कर आना या झपकी आना जैसी दिक्कतें नहीं होती हैं। इसलिए आप वाहन चला सकते हैं या मशीनरी का इस्तेमाल भी कर सकते हैं।

      नहीं
    • क्या Kairali Manasamitram Gulika का उपयोग करने से आदत तो नहीं लग जाती है?


      Kairali manasamitram gulika की लत नहीं लगती, लेकिन फिर भी आपको इसे लेने से पहले सर्तकता बरतनी बेहद जरूरी है और इस विषय पर डॉक्टरी सलाह अवश्य लें।

      नहीं

    इस जानकारी के लेखक है -

    Dr. Braj Bhushan Ojha

    BAMS, गैस्ट्रोएंटरोलॉजी, डर्माटोलॉजी, मनोचिकित्सा, आयुर्वेद, सेक्सोलोजी, मधुमेह चिकित्सक
    10 वर्षों का अनुभव


    संदर्भ

    Ministry of Health and Family Welfare. Department of Ayush: Government of India. Volume- I. Ghaziabad, India: Pharmacopoeia Commission for Indian Medicine & Homoeopathy; 1999: Page No 19-20

    Ministry of Health and Family Welfare. Department of Ayush: Government of India. [link]. Volume 1. Ghaziabad, India: Pharmacopoeia Commission for Indian Medicine & Homoeopathy; 1986: Page No 35-36

    Ministry of Health and Family Welfare. Department of Ayush: Government of India. [link]. Volume 1. Ghaziabad, India: Pharmacopoeia Commission for Indian Medicine & Homoeopathy; 1986: Page No 53-55

    Ministry of Health and Family Welfare. Department of Ayush: Government of India. [link]. Volume 1. Ghaziabad, India: Pharmacopoeia Commission for Indian Medicine & Homoeopathy; 1986: Page No 60-61

    Ministry of Health and Family Welfare. Department of Ayush: Government of India. [link]. Volume 1. Ghaziabad, India: Pharmacopoeia Commission for Indian Medicine & Homoeopathy; 1986: Page No 142-143

    Ministry of Health and Family Welfare. Department of Ayush: Government of India. [link]. Volume VI. Ghaziabad, India: Pharmacopoeia Commission for Indian Medicine & Homoeopathy; 2008: Page No CCXLIV-CCXLV

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    Ministry of Health and Family Welfare. Department of Ayush: Government of India. [link]. Volume 3. Ghaziabad, India: Pharmacopoeia Commission for Indian Medicine & Homoeopathy; 2001: Page No - 163 - 165

    Ministry of Health and Family Welfare. Department of Ayush: Government of India. [link]. Volume 1. Ghaziabad, India: Pharmacopoeia Commission for Indian Medicine & Homoeopathy; 1986: Page No - 168 - 169

    Ministry of Health and Family Welfare. Department of Ayush: Government of India. [link]. Volume 3. Ghaziabad, India: Pharmacopoeia Commission for Indian Medicine & Homoeopathy; 2001: Page No - 143 - 145

    Ministry of Health and Family Welfare. Department of Ayush: Government of India. [link]. Volume 4. Ghaziabad, India: Pharmacopoeia Commission for Indian Medicine & Homoeopathy; 2004: Page No - 105 - 106

    Ministry of Health and Family Welfare. Department of Ayush: Government of India. [link]. Volume 1. Ghaziabad, India: Pharmacopoeia Commission for Indian Medicine & Homoeopathy; 1986: Page No - 151 - 152

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    Ministry of Health and Family Welfare. Department of Ayush: Government of India. [link]. Volume- II. Ghaziabad, India: Pharmacopoeia Commission for Indian Medicine & Homoeopathy; 1999: Page No 74-75

    Ministry of Health and Family Welfare. Department of Ayush: Government of India. [link]. Volume- IV. Ghaziabad, India: Pharmacopoeia Commission for Indian Medicine & Homoeopathy; 2004: Page No 59-61

    Ministry of Health and Family Welfare. Department of Ayush: Government of India. [link]. Volume- IV. Ghaziabad, India: Pharmacopoeia Commission for Indian Medicine & Homoeopathy; 2004: Page No 54-56

    Ministry of Health and Family Welfare. Department of Ayush: Government of India. [link]. Volume 3. Ghaziabad, India: Pharmacopoeia Commission for Indian Medicine & Homoeopathy; 2001: Page No 155-156

    Ministry of Health and Family Welfare. Department of Ayush: Government of India. [link]. Volume 4. Ghaziabad, India: Pharmacopoeia Commission for Indian Medicine & Homoeopathy; 2004: Page No 116-117

    Ministry of Health and Family Welfare. Department of Ayush: Government of India. [link]. Volume 5. Ghaziabad, India: Pharmacopoeia Commission for Indian Medicine & Homoeopathy; 2006: Page No 39-41

    Ministry of Health and Family Welfare. Department of Ayush: Government of India. [link]. Volume 5. Ghaziabad, India: Pharmacopoeia Commission for Indian Medicine & Homoeopathy; 2006: Page No 184-186

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