बच्चे को स्पर्श करना कई चीजों का प्रतीक होता है। स्पर्श के द्वारा ही बच्चे बाहरी दुनिया से जुड़ पाते हैं। शायद इसीलिए बच्चे परेशानी में अपने माता-पिता के साथ दुलार करना पसंद करते हैं। यदि स्पर्श के माध्यम से बच्चे को स्वस्थ और मजबूत बनाने का कोई तरीका है, तो वह सिर्फ मसाज है। मालिश करने से आपका बच्चे के साथ गहरा रिश्ता बनाता है। मसाज से कई फायदे होते हैं।
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मां बनने के बाद कई महिलाएं अपने बच्चे की मसाज करना चाहती हैं, लेकिन मसाज का सही तरीका मालूम न होने के कारण महिलाओं को परेशानी का सामना करना पड़ता है। आपकी इसी परेशानी को देखते हुए, इस लेख में नवजात शिशु की मालिश के बारे में विस्तार से बताया जा रहा है। साथ ही आपको नवजात शिशु की मालिश क्या है, नवजात शिशु की मालिश कब शुरू करें और कितनी बार करें, नवजात शिशु की मालिश के फायदे, नवजात शिशु की मसाज करने का सही समय, शिशु की मालिश कैसे करें, बच्चे की मालिश के लिए टिप्स व नवजात शिशु की मालिश कब तक करनी चाहिए, आदि बातों के बारे में भी बताया जा रहा है।
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