फैमिली थेरेपी सत्र किसी सामाजिक कार्यकर्ता, लइसेंस प्राप्त थेरेपिस्ट या किसी मनोचिकित्सक द्वारा आयोजित किये जाते हैं। आपके परिवार की आवश्यकता के हिसाब से उपचार का तरीका निर्धारित किया जाता है। आपको और आपके प्रियजनों की मदद के लिए कई प्रकार के फैमिली थेरेपी सिस्टम उपलब्ध हैं।
एक आम धारणा है कि थेरेपी का मतलब कुर्सी पर बैठ जाओ और घंटो बातें करो। किन्तु ऐसा नहीं है। बातचीत इस थेरेपी का एक महत्वपूर्ण भाग है लेकिन बहुत सारे थेरेपिस्ट अलग-अलग प्रकार की गतिविधियों और खेलों पर भरोसा करते हैं जिनको परिवार में संवाद और भरोसा बढ़ाने के लिए तैयार किया गया है। फैमिली थेरेपी यानी परिवार चिकित्सा में उपयोग की जाने वाली तकनीक निम्नलिखित हैं -
1. स्ट्रक्चरल फैमिली थेरेपी (एसएफटी) -
इस तकनीक में यह देखा जाता है कि एक परिवार के रूप में कार्य करते वक्त व्यक्तिगत रूप से परिवार का हर सदस्य किन परेशानियों और चुनौतियों का सामना करता है। एसएफटी का मुख्य ध्यान परिवार, परिवार की बनावट, परिवार में नियम, छोटे-बड़े का क्रम और परिवार के सदस्यों की भूमिका आदि बिंदुओं पर रहता है। इस प्रकार इन सब जानकारियों का पता लगाने के बाद थेरेपिस्ट गड़बड़ का कारण खोजते हैं और प्रत्येक व्यक्ति को स्वस्थ संबंध, स्थायी रिश्ते तथा तात्कालिक समस्या को दूर करने के साधन और तरीके बताते हैं।
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2. स्ट्रेटेजिक फैमिली थेरेपी -
यह सबसे अधिक उपयोग की जाने वाली तकनीक में से एक है। इस तकनीक में थेरेपिस्ट एक प्रक्रिया का पालन करता है जो नीचे दी गयी है -
- अवलोकन - थेरेपिस्ट परिवार और परिवार के सदस्यों की एक दूसरे से बातचीत का अवलोकन करता है।
- समस्या - अवलोकन करके थेरेपिस्ट समस्या का पता लगाता है।
- बातचीत - एक बार जब समस्या पता चल जाती है तो थेरेपिस्ट परिवार के सदस्यों को समस्या पर चर्चा करने के लिए प्रेरित करता है और परिवार की सीमाओं तथा उसकी बनावट का विश्लेषण करता है।
- लक्ष्य निर्धारण - थेरेपिस्ट और परिवार के सदस्य मिलकर यह निर्धारित करते हैं कि वे उपचार से क्या उम्मीद रखते हैं और उनका क्या उद्देश्य है।
- कार्य निर्धारण - समस्या को सुलझाने के लिए परिवार के हर सदस्य को कोई कार्य या असाइनमेंट दिया जाता है।
3. फंक्शनल फैमिली थेरेपी (एफएफटी) -
यह तकनीक अक्सर किशोर और युवाओं में मादक द्रव्यों के सेवन और हिंसा की समस्याओं में मदद के लिए उपयोग की जाती है। उन किशोर और युवाओं और उनके परिवार के लिए यह एक छोटी अवधी का उपचार होता है और सभी के प्रति सम्मान और भरोसा विकसित करने में इस तकनीक की सफलता निहित है। इसके साथ ही एफएफटी व्यक्तिगत रूप से सभी को अपने जीवन में सकारात्मकता ढूढ़ने के लिए प्रेरित करती है।
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4. सिस्टमिक फैमिली थेरेपी -
इस तकनीक में समस्या को विश्लेषण की बजाय एक व्यवस्थित तरीके से देखा जाता है। इसलिए कारण, लक्षण और पुरानी घटनाओं से जुड़े मुद्दों को इस तकनीक में नहीं देखा जाता है। इस तकनीक में परिवार के सदस्यों के व्यक्तिगत और परिवार के व्यवहार का पैटर्न पहचाना जाता है तथा उनकी नए सकारात्मक पैटर्न को विकसित करने में मदद की जाती है। यह एक ऐसी तकनीक है जो शिक्षा, सामाजिक कार्य और राजनीति में तेजी से अपनी जगह बना रही है।
5. नैरेटिव फैमिली थेरेपी -
इस तकनीक में परिवार के प्रत्येक सदस्य को स्वयं को समस्या से अलग करके देखने के लिए प्रेरित किया जाता है और उन्हें खुद की क्षमताओं का उपयोग करके समस्या सुलझाने के लिए तैयार किया जाता है। नैरेटिव थेरेपी का ध्यान लोगों के अंदर के प्राकृतिक कौशल एवं क्षमताओं का उपयोग करके व्यक्तिगत जीवन में सकारात्मक बदलाव लाने के लिए प्रेरित करने पर होता है। व्यक्ति को बदलने की बजाय इसका उद्देश्य समस्या व्यक्ति को किस तरह से प्रभावित करती है इसे बदलना है।