जब बात साबूदाना की आती है तो ज्यादातर लोगों को यही लगता है कि ये तो व्रत का खाना क्योंकि आमतौर पर साबूदाने की खिचड़ी, वड़ा, पकौड़ा या साबूदाने की खीर व्रत और उपवास के दिनों में खायी जाती है। लेकिन साबूदाना जिसे अंग्रेजी में टैपिओका या सागो भी कहा जाता है सिर्फ भारत में ही नहीं बल्कि दुनियाभर में पाया जाता है और लोग इसकी अलग-अलग डिश बनाकर इसे खाना पसंद करते हैं। कार्बोहाइड्रेट, विटामिन, प्रोटीन, डाइट्री फाइबर, आयरन और कैल्शियम से भरपूर साबूदाने में सैचुरेटेड फैट, कोलेस्ट्रॉल और सोडियम बिल्कुल कम होता है और यह ग्लूटेन-फ्री भी होता है। इसलिए साबूदाना सिर्फ व्रत का खाना नहीं है, बल्कि आप चाहें तो इसे अपनी डेली डाइट में भी शामिल कर सकते हैं। 

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इतने सारे फायदों के बावजूद अक्सर गर्भवती महिलाओं के मन में यह आशंका रहती है कि उन्हें प्रेगनेंसी में साबूदाना खाना चाहिए या नहीं। प्रेगनेंसी के दौरान वैसे भी हमें ऐसी चीजों का सेवन करना चाहिए जो पोषक तत्वों से भरपूर हो ताकि होने वाली मां के साथ ही गर्भ में पल रहे बच्चे का भी पूरी तरह से विकास हो सके। इसलिए भोजन के मामले में आपकी चॉइस सही होना जरूरी है। साबूदाना का न्यूट्रिशन लेवल अधिक होता है और आप इसे स्नैक, मील या डेजर्ट किसी भी तरीके से खा सकती हैं। अगर आपके मन में साबूदाना को लेकर कोई आशंका है तो हम आपको इस आर्टिकल में बता रहे हैं कि प्रेगनेंसी में साबूदाना खाना चाहिए या नहीं, और इसके क्या फायदे और नुकसान हो सकते हैं।

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  1. प्रेगनेंसी में साबूदाना खाना चाहिए या नहीं? - Pregnancy me sabudana khaye ya nhi?
  2. प्रेगनेंसी में साबूदाना खाने के फायदे - Pregnancy me sabudana khane ke fayde
  3. प्रेगनेंसी में साबूदाना खाने के नुकसान - Pregnancy me sabudana khane ke nuksan
  4. सारांश

आपने भी लोगों को यह कहते जरूर सुना होगा कि गर्भवती महिलाओं को 2 लोगों के लिए खाना चाहिए क्योंकि गर्भवती महिला पर अपनी सेहत के साथ ही अपने बच्चे की भी सेहत और जीवन की जिम्मेदारी होती है। इसलिए गर्भवती महिलाओं को अपनी डाइट का एक उचित प्लान बनाना चाहिए जिसमें पोषक तत्वों से भरपूर और सुरक्षित खाद्य पदार्थ शामिल हों। ऐसे में साबूदाना उन खाद्य पदार्थों में से एक है जो मां और बच्चे दोनों के लिए बेहद हेल्दी और सुरक्षित माना जाता है। ऐसे में गर्भावस्था के दौरान स्वस्थ खाद्य पदार्थों के विकल्पों की तलाश के मामले में, साबूदाना बहुत जरूरी है। 

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इसके अलावा, सबसे अच्छी बात ये है कि साबूदाने को पचाना बेहद आसान होता है और इसलिए गर्भवती महिलाओं को इसका सेवन जरूर करना चाहिए। हालांकि वे महिलाएं जो गर्भावस्था के दौरान मधुमेह (जेस्टेशनल डायबिटीज) से पीड़ित हों उन्हें साबूदाने का सेवन करने से परहेज करना चाहिए क्योंकि साबूदाना में स्टार्च और कार्बोहाइड्रेट की मात्रा बहुत अधिक होती है जो उन्हें नुकसान पहुंचा सकती है।

साबूदाने में कार्बोहाइड्रेट, प्रोटीन, विटामिन बी कॉम्प्लेकस, पोटैशियम, कैल्शियम, आयरन, डाइट्री फाइबर समेत कई और पोषक तत्व पाए जाते हैं और देखा जाए तो साबूदाने में वे सारी चीजें होती हैं जो गर्भावस्था में महिला के शरीर के लिए जरूरी मानी जाती हैं। इसलिए साबूदाने को प्रेगनेंसी डाइट में जरूर शामिल करना चाहिए। इतना ही नहीं डॉक्टर, डिलिवरी के बाद बच्चे को ब्रेस्टफीडिंग करवाने वाली महिलाओं को भी साबूदाना खाने और जब बच्चे के दांत निकलने लगें तो बच्चे को भी साबूदाना खिलाने की सलाह देते हैं। 

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जैसा कि हमने पहले ही बताया कि साबूदाना उन सभी पोषक तत्वों का बेहतरीन सोर्स है जिनकी जरूरत गर्भवती महिलाओं को होती है। ऐसे में गर्भावस्था के दौरान साबूदाना खाने के क्या-क्या फायदे हैं इस बारे में हम आपको यहां बता रहे हैं :

 

जन्मजात दोष से बचने के लिए प्रेगनेंसी में साबूदाना के फायदे - Pregnancy me sabudana ke fayde birth defect se bachne ke liye

साबूदाना में विटामिन बी-कॉम्प्लेकस और फोलिक एसिड भी भरपूर मात्रा में होता है जो गर्भ में पल रहे बच्चे में न्यूरल ट्यूब दोष या जन्मजात दोष होने की आशंका को कम करने में मदद कर सकता है। गर्भ में पल रहे बच्चे के लिए साबूदाना कारगर दवाई की तरह काम कर सकता है। ऐसे में अगर गर्भवती महिला साबूदाने का सेवन करे तो इससे बच्चे का उचित विकास हो सकता है। 

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आयरन के लिए प्रेगनेंसी में साबूदाना के फायदे - Pregnancy me sabudana ke fayde iron ke liye

साबूदाना आयरन का भी अच्छा सोर्स माना जाता है। 1 कप साबूदाना में रोजाना की जरूरत का 2.4 मिलिग्राम आयरन पाया जाता है। साबूदाना में मौजूद आयरन को आपका शरीर बेहतर तरीके से अवशोषित कर पाए इसके लिए जरूरी है कि आप इसे विटामिन सी के साथ खाएं। खून में मौजूद हीमोग्लोबिन एक प्रोटीन है जो शरीर के अलग-अलग हिस्सों तक ऑक्सीजन पहुंचाने का काम करता है और आयरन, हीमोग्लोबिन का एक अहम कॉम्पोनेंट है। अगर गर्भवती महिला के खून में आयरन की कमी हो जाए तो उसे एनीमिया होने का खतरा हो सकता है जो मां और बच्चे दोनों के लिए नुकसानदेह हो सकता है।

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बेहतर पाचन के लिए प्रेगनेंसी में साबूदाना के फायदे - Pregnancy me sabudana ke fayde digestion ke liye

साबूदाने का शरीर के पाचन तंत्र पर एक ठंडा असर (कूलिंग इफेक्ट) होता है और साबूदाने को पचाना भी बेहद आसान होता है और कब्ज से भी बचने में मदद मिलती है। दरअसल, गर्भावस्था के दौरान बहुत सी महिलाओं को कब्ज, सीने में जलन (हार्टबर्न) और ऐसिडिटी की समस्या हो जाती है और कब्ज की वजह से पेट फूलने की समस्या हो सकती है और असहजता महसूस होने लगती है। इसलिए गर्भावस्था के दौरान साबूदाने का सेवन करें क्योंकि यह आसानी से पच जाता है और शरीर में मौजूद विषाक्त पदार्थों को शरीर से बाहर निकालने में भी मदद करता है।

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एनर्जी के लिए प्रेगनेंसी में साबूदाना के फायदे - Pregnancy me sabudana ke fayde energy ke liye

जैसा कि हमने पहले ही बताया है कि साबूदाने में कार्बोहाइड्रेट्स भी भरपूर मात्रा में पाया जाता है, इसलिए अगर गर्भवती महिलाएं ब्रेकफास्ट में साबूदाने का सेवन करें तो आपके दिन की शुरुआत भरपूर एनर्जी के साथ होगी। इतना ही नहीं साबूदाना खाने के बाद तुरंत इंस्टेंट एनर्जी मिल जाती है और गर्भावस्था के दौरान अक्सर महिलाओं को जो थकान महसूस होती है उसे दूर करने में मदद मिल सकती है। इसके अलावा अगर यह आपकी पहली प्रेगनेंसी नहीं है तो आपको गर्भ में पल रहे बच्चे के साथ ही अपने दूसरे बच्चे का भी ध्यान रखना है। ऐसे में साबूदाना खाने से आपको थकान और तनाव महसूस नहीं होगा और लंबे समय तक पेट भी भरा हुआ महसूस होगा।

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वजन बढ़ाने के लिए प्रेगनेंसी में साबूदाना के फायदे - Pregnancy me sabudana ke fayde weight gain ke liye

अगर आपके डॉक्टर ने आपसे कहा है कि आपका वजन उतना ही बढ़ा है जितना प्रेगनेंसी के दौरान बढ़ाना जरूरी है तो साबूदाने को अपनी डाइट में शामिल करने से आपको फायदा हो सकता है। चूंकि साबूदाना कार्बोहाइड्रेट्स से भरपूर होता है इसलिए यह गर्भावस्था के दौरान वजन बढ़ाने में मदद करता है। आप चाहें तो साबूदाने की खिचड़ी, साबूदाने की चाट, साबूदाने की खीर, साबूदाने का उपमा, साबूदाने का सूप- इनमें से किसी भी रेसिपी को अपनी डाइट में शामिल कर सकती हैं।

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हड्डियों की मजबूती के लिए प्रेगनेंसी में साबूदाना के फायदे - Pregnancy me sabudana ke fayde strong bones aur muscles ke liye

100 ग्राम साबूदाने में करीब 0.2 ग्राम प्रोटीन होता है। वैसे तो यह बहुत ज्यादा नहीं है लेकिन किसी अनहेल्दी स्नैक या खाद्य पदार्थ को खाने की बजाए आप गर्भावस्था के दौरान साबूदाने का सेवन कर सकती हैं। प्रोटीन मांसपेशियों की ग्रोथ में और उन्हें मजबूत बनाने में मदद करता है, इसलिए गर्भ में पल रहे बच्चे के लिए साबूदाना फायदेमंद है। इसके अलावा साबूदाने में कैल्शियम भी होता है जो हड्डियों को मजबूत बनाता है इसलिए यह बच्चे के साथ ही मां की भी हड्डियों को ताकत देता है ताकि वह 9 महीने तक बच्चे को अपने गर्भ में कैरी कर पाएं।

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ब्लड प्रेशर कम करने के लिए प्रेगनेंसी में साबूदाना के फायदे - Pregnancy me sabudana ke fayde bp kam karne ke liye

साबूदाना में पोटैशियम होता है और इसलिए यह ब्लड सर्कुलेशन को बेहतर बनाने के साथ ही ब्लड प्रेशर के लेवल को भी कंट्रोल करने में मदद करता है।

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वैसे तो साबूदाना पूरी तरह से हेल्दी होता है लेकिन किसी भी चीज की अति बुरी हो सकती है। इसलिए बेहद जरूरी है कि आप सीमित मात्रा में ही साबूदाने का सेवन करें। अगर आपको किसी भी तरह की एलर्जी हो तो डॉक्टर से पूछे बिना साबूदाने का सेवन न करें ताकि आपको या बच्चे को किसी तरह का नुकसान न हो।

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प्रेगनेंसी के दौरान साबूदाना खाना माँ और बच्चे दोनों के स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद हो सकता है। साबूदाना में कार्बोहाइड्रेट की उच्च मात्रा होती है, जो ऊर्जा प्रदान करता है और थकान को कम करता है। यह आयरन, कैल्शियम, और फोलिक एसिड का भी अच्छा स्रोत है, जो गर्भावस्था में आवश्यक पोषक तत्व हैं। आयरन खून की कमी को दूर करने में मदद करता है, जबकि कैल्शियम हड्डियों और दांतों के विकास में सहायक होता है। फोलिक एसिड भ्रूण के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है और न्यूरल ट्यूब डिफेक्ट्स को रोकने में मदद करता है। साबूदाना का हल्का और पचने में आसान होना इसे गर्भावस्था के दौरान एक अच्छा विकल्प बनाता है, खासकर जब माँ को पाचन संबंधी समस्याओं का सामना करना पड़ता है।

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