जो महिलाएं गर्भवती हैं या गर्भधारण करने की कोशिश कर रही हैं, उन्हें कॉफी और कैफीन वाले उत्पादों से पूरी तरह से बचने की सलाह दी जानी चाहिए क्योंकि सबूत बताते हैं कि गर्भवती महिला की कैफीन की खपत गर्भावस्था के दौरान नकारात्मक परिणामों से जुड़ी है और प्रेगनेंसी के दौरान कैफीन का कितना सेवन करना चाहिए इसका कोई सुरक्षित लेवल भी नहीं है।
कैफीन के सेवन से भ्रूण को हो सकता है नुकसान
एक नए अध्ययन में यह बात सामने आयी है कि गर्भवती मांओं द्वारा कैफीन का सेवन गर्भ में पल रहे भ्रूण और बच्चे को नुकसान पहुंचा सकता है। ब्रिटिश मेडिकल जर्नल (बीएमजे) एविडेंस बेस्ड मेडिसिन जर्नल के लेटेस्ट एडिशन में इस स्टडी को "मैटरनल कैफीन की खपत और गर्भावस्था के परिणामों: गर्भवती मांओं और होने वाली मांओं के लिए सलाह के साथ एक सकारात्मक समीक्षा" शीर्षक से प्रकाशित किया गया था।
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गर्भवती महिलाओं को कैफीन का सेवन नहीं करना चाहिए
कैफीन और प्रेगनेंसी को लेकर की गई इस स्टडी में कहा गया है कि मिसकैरेज, जन्म के समय बच्चे का कम वजन और गर्भ में ही बच्चे की मौत (स्टिलबर्थ) जैसी घटनाओं को रोकने के लिए गर्भवती महिलाओं को पूरी तरह से कॉफी का सेवन बंद कर देना चाहिए। कॉफी में कैफीन की मात्रा काफी अधिक होती है और कॉफी शायद इतिहास में सबसे अधिक व्यापक रूप से सेवन किया जाने वाला साइकोऐक्टिव पेय पदार्थ है।
कॉफी में मौजूद कैफीन की वजह से इसकी आदत लग जाती है और बड़ी संख्या में लोग रोजाना कॉफी का सेवन करते हैं जिसमें गर्भवती महिलाएं भी शामिल हैं। (अमेरिका की 82 प्रतिशत और फ्रांस की 91 प्रतिशत गर्भवती महिलाएं रोजाना कॉफी पीती हैं)
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क्या 2 कप कॉफी रोजाना कैफीन की सेफ लिमिट है?
ज्यादातर गर्भवती महिलाओं को सलाह दी जाती है कि रोजाना थोड़ी मात्रा में कैफीन का सेवन करने से उनके बच्चे को कोई नुकसान नहीं होगा। यूके के नैशनल हेल्थ सर्विस (एनएचएस), अमेरिकन कॉलेज ऑफ ओब्स्टेट्रिशियन एंड गायनेकोलॉजिस्ट और यूरोपीय खाद्य सुरक्षा प्राधिकरण (ईएफएसए) ने गर्भवती महिलाओं के लिए कैफीन के सुरक्षित स्तर को 200 मिलीग्राम प्रतिदिन पर निर्धारित किया है। इसका मतलब है 2 कप कॉफी रोजाना। इस अध्ययन ने कैफीन से संबंधित गर्भावस्था के परिणामों पर वर्तमान साक्ष्यों की समीक्षा की ताकि यह निर्धारित किया जा सके कि गर्भवती महिलाओं के लिए जिसे कैफीन के सेवन का सुरक्षित स्तर कहा जा रहा है उसके पीछे भरोसेमंद कारण और सबूत हैं या नहीं।
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कैफीन के कारण गर्भावस्था के नकारात्मक परिणाम
स्टडी के ऑथर ने लिखा, "अगर गर्भवती महिला प्रेगनेंसी के दौरान कॉफी का सेवन करे तो कैफीन की औषधीय क्रियाएं भ्रूण के विकास के लिए संभावित खतरे का सुझाव देती हैं।" यह अध्ययन गर्भावस्था के दौरान कैफीन के सेवन से होने वाले संभावित नुकसान के बारे में उपलब्ध साक्ष्यों को देखने का एक प्रयास था। इस स्टडी के लिए टीम ने उपलब्ध आंकड़ों की खोज की जो कैफीन और कैफीन युक्त पेय और गर्भावस्था के परिणामों के बीच संबंध के बारे में थे। टीम ने इस विषय पर कुल 1 हजार 261 पियर-रिव्यूड स्टडीज की खोज की। इनमें से 48 मूल पर्यवेक्षणीय अध्ययन और मेटा-विश्लेषण थे जो पिछले 20 वर्षों में गर्भवती मांओं द्वारा कैफीन के सेवन से जुड़े थे। इस दौरान कैफीन के सेवन के कारण गर्भावस्था के निम्नलिखित नकारात्मक परिणाम सामने आए:
- मिसकैरेज
- गर्भ में बच्चे का मरना (स्टिलबर्थ)
- जन्म के समय बच्चे का कम वजन या छोटा गर्भकाल
- समय से पहले बच्चे का जन्म
- बचपन में एक्यूट ल्यूकेमिया की समस्या
- बचपन में अधिक वजन और बच्चों में मोटापा
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विश्लेषण में शामिल 32 अवलोकन अध्ययनों के लिए 42 अलग-अलग निष्कर्ष सामने आए, जैसे:
- कुल 32 निष्कर्षों से यह पता चला कि गर्भावस्था में कैफीन का सेवन किसी न किसी तरह के जोखिम से जुड़ा था।
- केवल 10 निष्कर्षों से पता चला है कि गर्भवती महिला द्वारा कैफीन के सेवन और गर्भावस्था के खराब परिणामों के बीच अनिश्चित संबंध था।
- इसमें 17 मेटा-विश्लेषण थे जिनमें कई अध्ययन शामिल थे। इनमें से 14 मेटा-विश्लेषणों से पता चला है कि गर्भवती महिला के कैफीन सेवन के कारण गर्भावस्था के चार नकारात्मक परिणामों का जोखिम बढ़ सकता है- गर्भ में बच्चे की मौत, जन्म के समय कम वजन, छोटा गर्भकाल और बचपन में तीव्र ल्यूकेमिया।
- 3 मेटा-एनालिसिस में कैफीन से होने वाले नुकसान के कोई निर्णायक सबूत नहीं मिले।
कैफीन और प्रेगनेंसी के बीच डोज रिस्पॉन्स रिलेशन
इस स्टडी में आगे यह भी बताया गया है कि यहां पर एक तरह का "खुराक प्रतिक्रिया संबंध (डोज रिस्पॉन्स रिलेशनशिप)" मौजूद है। इसका मतलब यह है कि गर्भवती महिला कैफीन के सेवन की मात्रा को जितना अधिक बढ़ाती हैं उनके होने वाले बच्चे को उतना ही अधिक नुकसान होगा। ऐसी कोई रिपोर्ट नहीं है, जिसमें कैफीन की सुरक्षित मात्रा बताई गई हो, जिससे बच्चे को कोई नुकसान न हो।
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स्टडी के ऑथर्स का यही निष्कर्ष है कि, मौजूदा सबूत विभिन्न हेल्थ एजेंसियों द्वारा दिए गए स्वास्थ्य सलाह का समर्थन नहीं करते जिसमें कहा गया है कि सीमित मात्रा में कैफीन का सेवन प्रेगनेंसी के दौरान सुरक्षित है। इसके विपरित बढ़ते हुए वैज्ञानिक प्रमाण गर्भवती महिलाओं और गर्भवती होने की कोशिश कर रही महिलाओं को कैफीन से बचने की सलाह देते हैं।"