गर्भावस्था के दौरान ज्यादातर महिलाएं अपनी सेहत को लेकर किसी भी तरह का रिस्क नहीं लेना चाहतीं। यही वजह है कि कुछ भी खाने या पीने से पहले वह कई बार सोचती हैं कि कहीं उनके गर्भ में पल रहे बच्चे की सेहत पर इसका कोई बुरा असर तो नहीं होगा। इसकी एक वजह ये भी है कि गर्भवती महिलाओं को हर वक्त घर से लेकर बाहर तक हर कोई कुछ न कुछ सलाह देता रहता है कि उन्हें क्या करना चाहिए, क्या नहीं, क्या खाना चाहिए और क्या नहीं। इस वजह से भी कई बार गर्भवती महिलाओं के मन में कुछ चीजों को लेकर कन्फ्यूजन रहती है कि उन्हें उसे खाना चाहिए या नहीं। ऐसी ही कन्फ्यूजन लीची को लेकर भी रहती है।
वैसे तो प्रेगनेंसी के दौरान डॉक्टर्स और हेल्थ एक्सपर्ट्स गर्भवती महिला को कई तरह के फलों का सेवन करने की सलाह देते हैं। फलों में मौजूद पोषक तत्व गर्भवती महिला और गर्भ में पल रहे उनके बच्चे दोनों के लिए फायदेमंद माने जाते हैं लेकिन इसका मतलब ये नहीं कि सभी तरह के फल गर्भवती महिलाओं के लिए फायदेमंद होते हैं। खासकर मौसमी फल और उष्णकटिबंधीय (ट्रॉपिकल) फल जो सिर्फ किसी विशेष सीजन में ही आते हैं।
(और पढ़ें : लीची खाने के फायदे और नुकसान)
अगर आप गर्मी के मौसम में प्रेगनेंट हैं तो जाहिर सी बात है कि लीची का मौसम चल रहा है और अगर लीची आपका पसंदीदा फल है तो आपको भी लीची खाने की प्रबल इच्छा (क्रेविंग) महसूस हो रही होगी। लेकिन क्या प्रेगनेंसी के दौरान आपको लीची का सेवन करना चाहिए? हम आपको इस आर्टिकल में इसी बारे में बता रहे हैं कि गर्भावस्था में लीची खाना सुरक्षित है या नहीं और प्रेगनेंसी में लीची खाने के फायदे और नुकसान क्या क्या हैं।