डिलीवरी के बाद सेक्स के लिए, चाहे आप स्तनपान कराती हों या न कराती हों, एक भरोसेमंद जन्म नियंत्रण विधि ज़रूरी होती है। प्रेग्नेंसी की जटिलताओं और अन्य स्वास्थ्य समस्याओं के जोखिम को कम करने के लिए, रिसर्चों से पता चलता है कि महिलाओं को दोबारा गर्भधारण करने से पहले कम से कम 18 से 24 महीनों का इंतज़ार करना चाहिए।
डॉक्टर आपको दूसरी गर्भावस्था के बीच अंतर रखने की सलाह देंगे। डिलीवरी के तुरंत बाद आपके पास केवल प्रोजेस्टिन (Progestin) नामक गर्भनिरोधक का विकल्प होता है, जो गोली या इंजेक्शन के रूप में लिया जा सकता है।
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आप लंबे समय तक स्थायी गर्भनिरोधक का उपयोग भी कर सकती हैं, जैसे कॉपर या हार्मोनल आईयूडी। आपके डॉक्टर इसको चुनने में आपकी मदद कर सकते हैं।
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जन्म नियंत्रण विधियों में एस्ट्रोजन और प्रोजेस्टिन दोनों का उपयोग भी किया जा सकता है, जैसे इन दोनों से समृद्ध, संयुक्त जन्म नियंत्रण की गोलियां (Combined birth control pills)। एक स्वस्थ महिला प्रसव के तुरंत बाद अर्थात 5-6 हफ़्तों तक संयुक्त गर्भनिरोधक गोलियों और अन्य प्रकार के संयुक्त हार्मोनल गर्भनिरोधकों का उपयोग कर सकती है। हालांकि ऐसा माना जाता था कि ऐसे गर्भनिरोधक तरीकों से जिनमें एस्ट्रोजन और प्रोजेस्टिन दोनों हार्मोन मौजूद होते हैं, स्तनपान कराने वाली महिलाओं में दूध कम बनता है, लेकिन हाल में हुए एक शोध में ये सिद्ध हो गया है कि ये बिलकुल गलत मान्यता है।
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प्रसव के बाद जब आप डॉक्टर के पास जाएं तो उनसे उपयोग कर सकने वाले गर्भनिरोधक विकल्पों और उनका उपयोग करने के लिए उचित समय के बारे में जानकारी ज़रूर ले लें।
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