New Year Bumper Sale @ Rs. 1 X
Unjha Shilajit Vati (Shiva Gutika) बिना डॉक्टर के पर्चे द्वारा मिलने वाली आयुर्वेदिक दवा है, जो मुख्यतः शुगर, गाउट, बांझपन, कमजोरी के इलाज के लिए उपयोग किया जाता है। Unjha Shilajit Vati (Shiva Gutika) के मुख्य घटक हैं आंवला, नागकेसर, शिलाजीत जिनकी प्रकृति और गुणों के बारे में नीचे बताया गया है। Unjha Shilajit Vati (Shiva Gutika) की उचित खुराक मरीज की उम्र, लिंग और उसके स्वास्थ्य संबंधी पिछली समस्याओं पर निर्भर करती है। यह जानकारी विस्तार से खुराक वाले भाग में दी गई है।
आंवला |
|
नागकेसर |
|
शिलाजीत |
|
Unjha Shilajit Vati (Shiva Gutika) इन बिमारियों के इलाज में काम आती है -
मुख्य लाभ
चिकित्सा साहित्य में Unjha Shilajit Vati (Shiva Gutika) के दुष्प्रभावों के बारे में कोई सूचना नहीं मिली है। हालांकि, Unjha Shilajit Vati (Shiva Gutika) का इस्तेमाल करने से पहले हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह-मशविरा जरूर करें।
Unjha Shilajit Vati (Shiva Gutika) का पेट पर क्या असर होता है?
Unjha Shilajit Vati (Shiva Gutika) के इस्तेमाल से पेट को किसी तरह का नुकसान नहीं होता।
क्या Unjha Shilajit Vati (Shiva Gutika) का उपयोग बच्चों के लिए ठीक है?
बच्चों में Unjha Shilajit Vati (Shiva Gutika) के इस्तेमाल की अनुमति नहीं है।
क्या Unjha Shilajit Vati (Shiva Gutika) का उपयोग शराब का सेवन करने वालों के लिए सही है
Unjha Shilajit Vati (Shiva Gutika) का शरीर पर क्या असर होता है इस बारे में कुछ कह पाना मुश्किल है। इस पर कोई रिसर्च नहीं हो पाई है।
क्या Unjha Shilajit Vati (Shiva Gutika) शरीर को सुस्त तो नहीं कर देती है?
Unjha Shilajit Vati (Shiva Gutika) लेने के बाद आपको नींद नहीं आएगी। इसलिए आप गाड़ी चलाने या दूसरे कामों को आसानी से कर सकते हैं।
क्या Unjha Shilajit Vati (Shiva Gutika) का उपयोग करने से आदत तो नहीं लग जाती है?
नहीं, Unjha Shilajit Vati (Shiva Gutika) को लेने के बाद आपको इसकी आदत नहीं पड़ती है।
आप Unjha Shilajit Vati (Shiva Gutika) को निम्नलिखित के साथ ले सकते है:
क्या Unjha Shilajit Vati (Shiva Gutika) को गुनगुना पानी के साथ ले सकते है?
Unjha Shilajit Vati (Shiva Gutika) लेने के लिए आप गुनगुने पानी का उपयोग कर सकते हैं; यह बिल्कुल सुरक्षित है।
इस जानकारी के लेखक है -
BAMS, गैस्ट्रोएंटरोलॉजी, डर्माटोलॉजी, मनोचिकित्सा, आयुर्वेद, सेक्सोलोजी, मधुमेह चिकित्सक
10 वर्षों का अनुभव
संदर्भ
Ministry of Health and Family Welfare. Department of Ayush: Government of India. Volume 1. Ghaziabad, India: Pharmacopoeia Commission for Indian Medicine & Homoeopathy; 1986: Page No 5-8
Ministry of Health and Family Welfare. Department of Ayush: Government of India. [link]. Volume 2. Ghaziabad, India: Pharmacopoeia Commission for Indian Medicine & Homoeopathy; 1999: Page No - 125 - 126