Refuro बिना डॉक्टर के पर्चे द्वारा मिलने वाली आयुर्वेदिक दवा है, इसके अलावा Refuro का उपयोग कुछ दूसरी समस्याओं के लिए भी किया जा सकता है। इनके बारे में नीचे विस्तार से जानकारी दी गयी है। Refuro की उचित खुराक मरीज की उम्र, लिंग और उसके स्वास्थ्य संबंधी पिछली समस्याओं पर निर्भर करती है। यह जानकारी विस्तार से खुराक वाले भाग में दी गई है।
Refuro इन बिमारियों के इलाज में काम आती है -
अन्य लाभ
यह अधिकतर मामलों में दी जाने वाली Refuro की खुराक है। कृपया याद रखें कि हर रोगी और उनका मामला अलग हो सकता है। इसलिए रोग, दवाई देने के तरीके, रोगी की आयु, रोगी का चिकित्सा इतिहास और अन्य कारकों के आधार पर Refuro की खुराक अलग हो सकती है।
दवाई की खुराक बीमारी और उम्र के हिसाब से जानें
आयु वर्ग | खुराक |
रिसर्च के आधार पे Refuro के निम्न साइड इफेक्ट्स देखे गए हैं -
क्या Refuro का उपयोग गर्भवती महिला के लिए ठीक है?
क्या Refuro का उपयोग स्तनपान करने वाली महिलाओं के लिए ठीक है?
Refuro का प्रभाव गुर्दे पर क्या होता है?
Refuro का जिगर (लिवर) पर क्या असर होता है?
क्या ह्रदय पर Refuro का प्रभाव पड़ता है?
Refuro को इन दवाइयों के साथ लेने से गंभीर दुष्प्रभाव या साइड इफेक्ट्स हो सकते हैं -
अगर आपको इनमें से कोई भी रोग है तो, Refuro को न लें क्योंकि इससे आपकी स्थिति और बिगड़ सकती है। अगर आपके डॉक्टर उचित समझें तो आप इन रोग से ग्रसित होने के बावजूद Refuro ले सकते हैं -
स्ट्रेप थ्रोट या स्ट्रेपटोकोकल फेरिनगाइटिस का इलाज Refuro से किया जा सकता है। स्ट्रेप थ्रोट एक बैक्टीरियल गले का संक्रमण है जोकि स्ट्रेप्टोकोकस पायोजिंस के कारण होता है। इसमें गले में खराश और खुरदरापन महसूस हो सकता है।
Refuro से पेप्टोकोकस निगेर जैसे एनायरोब्स (बिना हवा के पनपने वाले जीवाणु) को खत्म किया जा सकता है लेकिन क्लोस्ट्रिडिअम डिफिसाइल और बैक्टरोएड्स के स्ट्रेंस को Refuro पर प्रतिरोधी पाया गया है।
ई.कोलाई या क्लेबसिएला निमोनिआई बैक्टीरिया के कारण मूत्र प्रणाली में होने वाले सामान्य मूत्र मार्ग संक्रमण का इलाज Refuro से नहीं किया जा सकता है।
जी हां, Refuro से निमोनिया का इलाज हो सकता है। निमोनिया के साथ-साथ Refuro स्ट्रेप्टोकोकस निमोनिआई, क्लेबसिएला निमोनिआई, हेमोफिलस इंफ्लूएज़ा और हेमोफिलस पैराइंफ्लूएंजा जैसे बैक्टीरिया के कारण होने वाले ब्रोंकाइटिस के इलाज में भी इस्तेमाल की जाती है।
Refuro में ब्रॉड-स्पेक्ट्रम एंटीबायोटिक सैफूरोक्साइम होता है। Refuro विशिष्ट प्रोटीन (पेनिसिलिन बाइंडिंग प्रोटीन) से बाइंडिंग कर बैक्टीरिया में कोशिका की वॉल के संश्लेषण को रोकती है। कोशिका वॉल बैक्टीरिया को बाहरी चीज़ों से बचाती है। इस कोशिका वॉल के ना होने पर बैक्टीरिया कमजोर पड़ने लगता है और खत्म हो जाता है।Refuro मोराक्सेला कैटरहलिस, ई.कोलाई, हेमोफिलस इंफ्लूएंजा, नेइसिरिआ गोनोरिआ, स्टैफिलोकोकस ओरिअस, स्टैफिलोकोकस निमोनिआई और क्लेबसिएला निमोनिआई जैसे कई तरह के बैक्टीरिया पर असर करती है।