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Looz Fibre Granules 180gm डॉक्टर द्वारा लिखी जाने वाली दवा है, जो ग्रैन्युल्स के रूप में उपलब्ध है। कब्ज के लिए मुख्य रूप से इस्तेमाल की जाती है। Looz Fibre Granules 180gm का उपयोग कुछ अन्य स्थितियों के लिए भी किया जा सकता है, जिनके बारे में नीचे बताया गया है।
Looz Fibre Granules 180gm को कितनी मात्रा में लेना है, यह पूर्ण रूप से रोगी के वजन, लिंग, आयु और पिछले चिकित्सकीय इतिहास पर निर्भर करता है। इसकी खुराक मरीज की समस्या और दवा देने के तरीके पर भी आधारित की जाती है। विस्तारपूर्वक जानने के लिए खुराक वाले भाग में पढ़ें।
इन दुष्परिणामों के अलावा Looz Fibre Granules 180gm के कुछ अन्य दुष्प्रभाव भी हैं, जिनके बारे में आगे बताया गया है। Looz Fibre Granules 180gm के दुष्प्रभाव जल्दी ही खत्म हो जाते हैं और इलाज के बाद जारी नहीं रहते। अगर ये दुष्प्रभाव और बिगड़ जाते हैं या लंबे समय तक बने रहते हैं तो इस बारे में अपने डॉक्टर से बात करें।
इसके अलावा Looz Fibre Granules 180gm को गर्भावस्था के दौरान लेने पर प्रभाव सुरक्षित होता है और स्तनपान कराने वाली माताओं के लिए इसका प्रभाव हल्का है। यहां पर ये जानना जरूरी है कि Looz Fibre Granules 180gm का किडनी, लिवर या हार्ट पर कोई प्रभाव पड़ता है या नहीं। इस तरह के दुष्प्रभाव अगर कोई हैं तो इससे जुड़ी जानकारी Looz Fibre Granules 180gm से जुड़ी चेतावनी सेक्शन में दी गई है।
अगर आपको पहले से कुछ चिकित्सीय समस्याएं हैं जैसे गैलेक्टोसिमिया तो Looz Fibre Granules 180gm दवा की सलाह नहीं दी जाती है, इससे दुष्परिणाम हो सकते हैं। इनके आलावा कुछ अन्य समस्याएं भी हैं जिनमें Looz Fibre Granules 180gm लेने से स्वास्थ्य पर बुरा असर पड़ सकता है। इसके बारे में जानकरी के लिए आगे पढ़ें।
साथ ही, Looz Fibre Granules 180gm को कुछ दवाओं के साथ लेने से गंभीर साइड इफेक्ट्स हो सकते हैं। ऐसी दवाओं की पूरी सूची आगे इस लेख में दी गयी है।
इन सभी सावधानियों के अलावा याद रखें कि वाहन चलाते समय Looz Fibre Granules 180gm को लेना सुरक्षित है, साथ ही इस की लत लगने की संभावना है।
Looz Fibre Granules 180gm इन बिमारियों के इलाज में काम आती है -
मुख्य लाभ
अन्य लाभ
यह अधिकतर मामलों में दी जाने वाली Looz Fibre Granules 180gm की खुराक है। कृपया याद रखें कि हर रोगी और उनका मामला अलग हो सकता है। इसलिए रोग, दवाई देने के तरीके, रोगी की आयु, रोगी का चिकित्सा इतिहास और अन्य कारकों के आधार पर Looz Fibre Granules 180gm की खुराक अलग हो सकती है।
दवाई की खुराक बीमारी और उम्र के हिसाब से जानें
आयु वर्ग | खुराक |
क्या Looz Fibre Granules 180gm का उपयोग गर्भवती महिला के लिए ठीक है?
प्रेग्नेंट महिला Looz को बिना किसी घबराहट के खा सकती हैं।
क्या Looz Fibre Granules 180gm का उपयोग स्तनपान करने वाली महिलाओं के लिए ठीक है?
स्तनपान कराने वाली महिलाओं पर Looz का दुष्प्रभाव इतना कम होता है कि आपको यह महसूस भी नहीं होता है।
Looz Fibre Granules 180gm का प्रभाव गुर्दे पर क्या होता है?
Looz किडनी के लिए पूर्ण रूप से सुरक्षित है।
Looz Fibre Granules 180gm का जिगर (लिवर) पर क्या असर होता है?
Looz का सेवन आप बिना डॉक्टर कि सलाह के भी कर सकते हैं और ये दवा आपके लीवर की सेहत को हानि नहीं पहुंचाएगी।
क्या ह्रदय पर Looz Fibre Granules 180gm का प्रभाव पड़ता है?
Looz हृदय के लिए सुरक्षित है।
अगर आपको इनमें से कोई भी रोग है तो, Looz Fibre Granules 180gm को न लें क्योंकि इससे आपकी स्थिति और बिगड़ सकती है। अगर आपके डॉक्टर उचित समझें तो आप इन रोग से ग्रसित होने के बावजूद Looz Fibre Granules 180gm ले सकते हैं -
क्या Looz Fibre Granules 180gm आदत या लत बन सकती है?
Looz Fibre Granules 180gm की लत नहीं लगती, लेकिन फिर भी आपको इसे लेने से पहले सर्तकता बरतनी बेहद जरूरी है और इस विषय पर डॉक्टरी सलाह अवश्य लें।
क्या Looz Fibre Granules 180gm को लेते समय गाड़ी चलाना या कैसी भी बड़ी मशीन संचालित करना सुरक्षित है?
हां, Looz Fibre Granules 180gm के सेवन के बाद आप किसी भारी मशीन या वाहन चलाने का काम कर सकते हैं।
क्या Looz Fibre Granules 180gm को लेना सुरखित है?
हां, परंतु इसको लेने से पहले डॉक्टर से परामर्श लेना जरूरी है।
क्या मनोवैज्ञानिक विकार या मानसिक समस्याओं के इलाज में Looz Fibre Granules 180gm इस्तेमाल की जा सकती है?
मस्तिष्क विकारों में Looz Fibre Granules 180gm काम नहीं कर पाती है।
क्या Looz Fibre Granules 180gm को कुछ खाद्य पदार्थों के साथ लेने से नकारात्मक प्रभाव पड़ता है?
Looz Fibre Granules 180gm को खाने के साथ लेना सुरक्षित है।
जब Looz Fibre Granules 180gm ले रहे हों, तब शराब पीने से नकारात्मक प्रभाव पड़ता है क्या?
Looz Fibre Granules 180gm का शरीर पर क्या असर होता है इस बारे में कुछ कह पाना मुश्किल है। इस पर कोई रिसर्च नहीं हो पाई है।
कब्ज: शरीर में Looz का पाचन नहीं हो पाता है इसलिए ये बड़ी आंत से होकर गुज़रती है जहां बैक्टीरिया होता है जोकि उसे लैक्टिक एसिड, एसेटिक एसिड और फॉर्मिक एसिड में बदल देता है। इससे मल में फ्लूइड आ जाता है जिससे वह मुलायम हो जाती है और आसानी से मल त्याग किया हो पाता है।
हेपेटिक एंसेफलोपैथी: लिवर के फेल होने पर अमोनिया का शरीर से बाहर निकला मुश्किल हो जाता है। रक्त वाहिकाओं में अमोनिया का लेवल बढ़ने पर ये मस्तिष्क तक पहुंच सकता है और उसे नुकसान पहुंचा सकता है। इसलिए अतिरिक्त अमोनिया का शरीर से निकलना जरूरी होता है। Looz अमोनिया को रक्त वाहिकाओं से खींचकर मल के द्वारा शरीर से बाहर निकाल देती है। इस तरह Looz अमोनिया का स्तर बढने से रोकती है।
कब्ज या हेपेटिक एंसेफलोपैथी के ठीक होने तक Looz ले सकते हैं। कब्ज के लिए डॉक्टर आपको एक सप्ताह तक Looz लेने के लिए कह सकते हैं। हेपेटिक एंसेफालोपैथी के लिए डॉक्टर कुछ महीनों तक Looz लेने की सलाह दे सकते हैं। डॉक्टर द्वारा प्रिस्क्राइब किए गए समय तक Looz लेना बहुत जरूरी है।
Looz की वजह से किडनी फेल नहीं होती है। गंभीर किडनी रोग से जूझ रहे मरीज़ों को Looz दी जा सकती है। किडनी खराब होने पर शरीर से विषाक्त पदार्थ बाहर नहीं निकल पाते हैं। Looz सीरम यूरिआ और क्रिएटिनिन का लेवल कम कर देती है और इससे यूरिक एसिड का स्तर भी घट जाता है। ऐसे कई काम हैं जो किडनी फेल होने पर नहीं हो पाते हैं लेकिन Looz वो काम कर देती है।
Looz डिसैकाराइड या शुगर है जोकि फ्रूक्टोज़ और गैलेक्टोज़ से संश्लेषित है। प्रमुख तौर पर Looz का इस्तेमाल कब्ज से राहत पाने के लिए किया जाता है।
Looz गोली और लिक्विड के रूप में उपलब्ध है। कब्ज को रोकने के लिए दिन में एक बार और लिवर रोग को रोकने के लिए दिन में 3 से 4 बार Looz लेनी चाहिए। डॉक्टर द्वारा प्रिस्क्राइब की गई मात्रा में ही Looz लेनी चाहिए। Looz की ज्यादा या कम खुराक की वजह से हानिकारक प्रभाव झेलने पड़ सकते हैं इसलिए डॉक्टर की सलाह पर ही Looz लेनी चाहिए।
इस जानकारी के लेखक है -
B.Pharma, फार्मेसी
5 वर्षों का अनुभव
संदर्भ
April Hazard Vallerand, Cynthia A. Sanoski. [link]. Sixteenth Edition. Philadelphia, China: F. A. Davis Company; 2019: Page No 739
KD Tripathi. [link]. Seventh Edition. New Delhi, India: Jaypee Brothers Medical Publishers; 2013: Page No 676