9 PM डॉक्टर के पर्चे द्वारा मिलने वाली दवा है, जो ड्रौप के रूप में उपलब्ध है। यह दवाई खासतौर से काला मोतियाबिंद के उपचार के लिए इस्तेमाल की जाती है।
9 PM को कितनी मात्रा में लेना है, यह पूर्ण रूप से रोगी के वजन, लिंग, आयु और पिछले चिकित्सकीय इतिहास पर निर्भर करता है। यह दवा कितनी मात्रा में दी जानी चाहिए यह इस आधार पर भी निर्भर करता है कि मरीज की मूल समस्या क्या है और दवा को किस रूप में दिया जा रहा है। यह जानकारी विस्तार से खुराक वाले भाग में दी गई है।
9 PM के कुछ साइड इफेक्ट्स भी हो सकते हैं, जैसे आँखों का जलना , लाल चकत्ते, फोटोफोबिआ आदि। इन दुष्परिणामों के अलावा 9 PM के कुछ अन्य दुष्प्रभाव भी हैं, जिनके बारे में आगे बताया गया है। 9 PM के इस तरह के साइड इफेक्ट सामान्यतः लंबे समय तक नहीं रहते और एक बार इलाज पूरा होने जाने के बाद अपने आप खत्म हो जाते हैं। अपने डॉक्टर से संपर्क करें अगर ये साइड इफेक्ट और ज्यादा बदतर हो जाते हैं या फिर लंबे समय तक रहते हैं।
इसके अलावा 9 PM का प्रभाव प्रेग्नेंट महिलाओं के लिए मध्यम है और जो महिलाएं बच्चों को दूध पिलाती हैं, उन पर इसका प्रभाव गंभीर है। आगे 9 PM से जुड़ी चेतावनियों के सेक्शन में बताया गया है कि 9 PM का लिवर, हार्ट, किडनी पर क्या असर होता है।
अगर आपको पहले से हर्पिस सिंप्लेक्स एन्सेफलाइटिस जैसी कोई समस्या है, तो 9 PM देने की सलाह नहीं दी जाती क्योंकि इसके दुष्प्रभाव पड़ सकते हैं। ऐसी कुछ अन्य समस्याएं भी हैं, जीने बारे में नीचे बताया गया है। अगर आपको इनमें से कोई भी समस्या है, तो 9 PM न लें।
इन उपरोक्त परिस्थितियों के अलावा 9 PM कुछ अन्य दवाओं के साथ लिए जाने पर गंभीर प्रतिक्रिया कर सकती है। ऐसी दवाओं की पूरी सूची आगे इस लेख में दी गयी है।
ऊपर दी गई सावधानियों के अलावा ये जानना भी आवश्यक है कि गाडी चलाते समय 9 PM लेना असुरक्षित है और इसकी लत नहीं लग सकती है।
9 PM इन बिमारियों के इलाज में काम आती है -
अन्य लाभ
यह अधिकतर मामलों में दी जाने वाली 9 PM की खुराक है। कृपया याद रखें कि हर रोगी और उनका मामला अलग हो सकता है। इसलिए रोग, दवाई देने के तरीके, रोगी की आयु, रोगी का चिकित्सा इतिहास और अन्य कारकों के आधार पर 9 PM की खुराक अलग हो सकती है।
दवाई की खुराक बीमारी और उम्र के हिसाब से जानें
आयु वर्ग | खुराक |
व्यस्क |
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बुजुर्ग |
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रिसर्च के आधार पे 9 PM के निम्न साइड इफेक्ट्स देखे गए हैं -
हल्का
सामान्य
क्या 9 PM का उपयोग गर्भवती महिला के लिए ठीक है?
गर्भधारण करने वाली स्त्रियों पर 9 PM के दुष्प्रभाव हो सकते है। अगर ऐसा हो तो आप आगे की दवा को ना लें और अपने डॉक्टर से बात जरूर करें।
क्या 9 PM का उपयोग स्तनपान करने वाली महिलाओं के लिए ठीक है?
स्तनपान कराने वाली जो महिलाएं 9 PM का सेवन करती हैं, उनको डॉक्टर से पूछने के बाद ही इसको खाना चाहिए, नहीं तो इसके कई घातक परिणाम भी हो सकते हैं।
9 PM का प्रभाव गुर्दे पर क्या होता है?
9 PM का इस्तेमाल हम कर सकते हैं, क्योंकि इसका दुष्प्रभाव बहुत कम है।
9 PM का जिगर (लिवर) पर क्या असर होता है?
9 PM का दुष्प्रभाव आपके लीवर पर बेहद कम पड़ेगा। आप इसे डॉक्टर से बिना सलाह लिए भी ले सकते हैं।
क्या ह्रदय पर 9 PM का प्रभाव पड़ता है?
हृदय के लिए 9 PM हानिकारक नहीं है।
9 PM को इन दवाइयों के साथ लेने से गंभीर दुष्प्रभाव या साइड इफेक्ट्स हो सकते हैं -
मध्यम
अगर आपको इनमें से कोई भी रोग है तो, 9 PM को न लें क्योंकि इससे आपकी स्थिति और बिगड़ सकती है। अगर आपके डॉक्टर उचित समझें तो आप इन रोग से ग्रसित होने के बावजूद 9 PM ले सकते हैं -
क्या 9 PM आदत या लत बन सकती है?
नहीं, 9 PM लेने से कोई लत नहीं पड़ती। फिर भी, जरूरत पड़ने पर डॉक्टर की सलाह पर ही 9 PM का इस्तेमाल करें।
क्या 9 PM को लेते समय गाड़ी चलाना या कैसी भी बड़ी मशीन संचालित करना सुरक्षित है?
9 PM को खाने के बाद आपको वाहन चलाने व किसी मशीन पर काम नहीं करना चाहिए, यह खतरनाक हो सकता है।
क्या 9 PM को लेना सुरखित है?
हां, डॉक्टर के कहने पर आप 9 PM को खा सकते हैं।
क्या मनोवैज्ञानिक विकार या मानसिक समस्याओं के इलाज में 9 PM इस्तेमाल की जा सकती है?
नहीं, 9 PM दिमागी विकारों के इलाज में सक्षम नहीं है।
क्या 9 PM को कुछ खाद्य पदार्थों के साथ लेने से नकारात्मक प्रभाव पड़ता है?
कई दवाओं को खाने के साथ ही लिया जाता है। 9 PM को भी आप भोजन के साथ ले सकते हैं।
जब 9 PM ले रहे हों, तब शराब पीने से नकारात्मक प्रभाव पड़ता है क्या?
9 PM के बुरे प्रभावों के बारे में जानकारी मौजूद नहीं है। क्योंकि इस विषय पर अभी रिसर्च नहीं हो पाई है। अतः डॉक्टर के परामर्श के बाद ही इस दवा को लें।
इस जानकारी के लेखक है -
B.Pharma, फार्मेसी
5 वर्षों का अनुभव