स्टोन फ्लॉवर एक लाइकेन (वानस्पति) है, जिसे छड़ीला, दगड या पत्थर फूल के नाम से भी जाना जाता है. यह एक आयुर्वेदिक औषधि है, जो पेड़ों, दीवारों और चट्टानों पर पाया जाता है. इसके पिछले भाग का रंग श्यामला होता है और निचला हिस्सा सफेद रंग का होता है. स्टोन फ्लॉवर को आमतौर पर भोजन के स्वाद को बढ़ाने के लिए मसाले के रूप में उपयोग किया जाता है.
आयुर्वेद के अनुसार, स्टोन फ्लॉवर अपने मूत्रवर्धक गुण के कारण मूत्र के उत्पादन को बढ़ाकर मूत्राशय या गुर्दे में होने वाली पथरी के जोखिमों को कम करने में उपयोगी हो सकता है. यह सूखा मसाला होता है, जिसमें काफी तीव्र मिट्टी की सुगंध होती है. इसलिए, कई भारतीय व्यंजनों में इसका इस्तेमाल मुख्य मसालों के रूप में किया जाता है. स्टोन फ्लॉवर हिमाचल प्रदेश से लेकर अरुणाचल प्रदेश तक भारत के कई विभिन्न हिस्सों में उगाए जाते हैं.
आज इस लेख में स्टोन फ्लॉवर क्या है, इसके फायदे, नुकसान और उपयोग के बारे में विस्तार से जानेंगे -
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