जिम में आमतौर पर जिन व्यायामों को सबसे प्रभावी माना जाता है उन्हीं में से एक है ट्राइसेप्स डिप्स। यह एक कंपाउंड वर्कआउट है जो छाती की मांसपेशियों को लक्षित करता है। अगर इसे सही ढंग से किया जाता है तो ट्राइसेप्स की मांसपेशियों के लिए भी यह व्यायाम काफी फायदेमंद होता है।
आमतौर पर देखने में सभी बॉडीवेट व्यायाम बहुत आसान लगते हैं, लेकिन असल में वह उतने ही प्रभावी स्तर वाले भी होते हैं। कई बार वेट-ट्रेनिंग वर्कआउट से पहले वार्म-अप अभ्यास के तौर पर इन व्यायामों को किया जाता है। पुश-अप्स, पुल-अप्स, स्क्वाट्स ऐसे ही कुछ बॉडीवेट व्यायाम हैं जिन्हें आप जिमों में अक्सर कर लेते हैं, लेकिन ट्राइसेप्स डिप्स ज्यादातर लोगों के लिए अब भी मुश्किल ही बना हुआ है। खासतौर पर जिम में शुरुआती स्तर वालों के लिए यह व्यायाम तो पहले टेढ़ी खीर ही लगता है।
असल में जितना कठिन ट्राइसेप्स व्यायाम को बताया जाता है यह उतना भी नहीं है। कंधे की चौड़ाई पर लगे दो समानांतर बारबेलों की सहायता से इस व्यायाम को करते हुए अपने छाती और ट्राइसेप्स की मांसपेशियों को सक्रिय करना होता है। ट्राइसेप्स डिप्स जैसे कंपाउंड एक्सरसाइज का एक और लाभ यह भी है कि इससे एक ही समय में शरीर के दो हिस्सों की मांसपेशियों का व्यायाम होता है। ऐसे में हर अंग के लिए आपको उसके विशेष व्यायाम करने की जरूरत नहीं होती है।
अधिक वजन वाले व्यायाम जैसे बेंच प्रेस करने के लिए भी ट्राइसप डिप्स आपको शक्ति अर्जित करने में मदद करता है। इसके अलावा कंपाउंड एक्सरसाइज से तेजी से मांसपेशियों का विकास होता है और अधिक मात्रा में कैलोरी बर्न भी होती है, क्योंकि इससे एक बार में ही शरीर के कई हिस्सों की मांसपेशियां सक्रिय होती हैं।