धड़कनें तेज़ या धीमी होने पर क्या आपको भी अपने हृदय रोग के जोखिम की चिंता होने लगती है? हालांकि, सच ये है कि अचानक धड़कनें असामान्य होना हमेशा किसी हृदय रोग का लक्षण नहीं होता। हृदय से संबंधित 5 आम सवालों के जवाब हमने नीचे दिए हैं:
प्रश्न 1: क्या स्ट्रेस या चिंता की स्थिति में आपकी दिल की धड़कन सामान्य से ज्यादा तेज हो जाती है?
अधिक स्ट्रेस की स्थिति में हृदय सामन्य से तेज़ धड़कता है और ये बिलकुल नार्मल है। जब हम किसी रोमांचित या डर की स्थिति में होते हैं या ज्यादा थकाने वाला कार्य करते हैं, तब हमारे दिल की धड़कन तेज हो जाती है।
हमारी धड़कन मौसम में बदलाव (गरमी या नमी) जैसे बाहरी कारणों से भी प्रभावित होती है। बहुत देर बैठे रहने के बाद खड़े होने पर भी धड़कनें कुछ सेकेंड के लिए बढ़ सकती हैं।
इसी कारण ऐसा जरूरी नहीं कि अगर आपको असामान्य धड़कन महसूस हो तो वह किसी हृदय रोग के कारण हो। हालांकि, किसी दवा (जैसे थायराइड की दवा) के दुषप्रभाव के कारण अगर ऐसा हो रहा है, तो अपने डॉक्टर से तुरंत संपर्क करें।
प्रश्न 2: दिल की धड़कन अनियमित है, तो क्या दिल का दौरा पड़ सकता है?
अनियमित दिल की धड़कन, दिल में घबराहट के कारण हो सकता है। ये घबराहट ज्यादातर जानलेवा नहीं होती और यह निम्न कारणों से हो सकती है:
- ज्यादा थका देने वाला व्यायाम करना
- ज्यादा तनाव वाली स्थिति
- पहले से कोई शारीरिक परेशानी होना, जैसे कि थायराइड
- शरीर में पानी की कमी
- धूम्रपान करना
- कैफीन युक्त पदार्थों या शराब का सेवन
- तेज बुखार
- कुछ दवाएं या सप्लीमेंट्स
ऊपर दिए हुए सभी कारक दिल की धड़कन को अनियमित कर सकते हैं और ये जरूरी नहीं कि ये दिल का दौरा पड़ने का संकेत हों। हालांकि, अगर आपको अचानक सीने में तेज दर्द हो या सांस लेने में दिक्कत महसूस हो, तो अपने डॉक्टर से तुरंत संपर्क करें।
प्रश्न 3: क्या हार्ट रेट 60-100 बीपीएम के बीच होना सही है?
आधुनकि शोध के मुताबिक, आपका हार्ट रेट पहले माने जाने वाले मानक यानि 60-100 बीपीएम (बीट्स पर मिनट) से कम होना चाहिए।
डॉक्टरों का कहना है कि हमें खिलाड़ियों (एथलीट) से प्रेरणा लेनी चाहिए (जिनका हृदय दर 45 से 70 बीपीएम के बीच होता है) क्योंकि उनका दिल कम बीट्स के बावजूद भी शरीर में ज्यादा खून पंप करने की क्षमता रखता है। जिन लोगों का बीपीएम 75 से ज्यादा होता है, उन्हें कम स्वस्थ माना जाता, क्योंकि हृदय पर अधिक जोर पड़ने के कारण उन्हें हार्ट अटैक का खतरा अधिक होता है।
प्रश्न 4: क्या पल्स रेट कम होना, कमजोर हृदय की निशानी है?
जैसा कि हमने पहले बताया गया है, कि कम पल्स रेट होना असल में एक स्वस्थ हृदय की निशानी है। हालांकि, अगर आपको सीने में तेज दर्द है, सांस लेने में परेशानी महसूस हो रही है या चक्कर आ रहे हैं, तो अपने डॉक्टर से तुरंत संपर्क करें।
प्रश्न 5: क्या ब्लड प्रेशर के स्तर का संबंध हार्ट रेट से होता है?
अक्सर ऐसा मान लिया जाता है कि ब्लड प्रेशर और हार्ट रेट एक दूसरे से सीधे तौर पर संबंधित होते हैं, क्योंकि कोई ज्यादा थका देने वाला काम करने पर या ज्यादा भावुक होने पर ब्लड प्रेशर और हार्ट रेट एक साथ गिरते या बढ़ते हैं। हालांकि, ये जानना जरूरी है कि हार्ट रेट और ब्लड प्रेशर एक दूसरे से सीधे तौर पर संबंधित नहीं होते। अगर आपका हार्ट रेट नॉर्मल है, तब भी आपको लो या हाई ब्लड प्रेशर की समस्या हो सकती है।
(और पढ़ें - दिल की धड़कन तेज होने के कारण)