नाखून में खून जमना क्या है?
नाखून के नीचे खरोंच या खून बहने की स्थिति को मेडिकल भाषा में सबंगुअल हेमेटोमा कहा जाता है। आमतौर पर ऐसा तब होता है जब नाखून के अंदर की रक्त वाहिकाओं को किसी तरह की चोट पहुंचती है। उदाहरण के लिए दरवाजा बंद होते समय उंगली दब जाने पर या किसी भारी वस्तु के पैर के पंजे पर गिर जाने पर रक्त वाहिका का टूटने या उसमें से खून रिसने की समस्या हो सकती है। इसमें खून नाखून के अंदर ही जम जाता है जिसकी वजह से तेज दर्द जैसे लक्षण दिखाई दे सकते हैं।
इस स्थिति का सबसे सामान्य लक्षण ही काफी गंभीर होता है। इसमें तेज चुभने वाला दर्द होता है। ऐसा नाखून के अंदर खून जमने के दबाव के कारण होता है। इसके अलावा निम्न लक्षण भी दिखाई दे सकते हैं:
- प्रभावित हिस्से या पूरे नाखून का रंग बदलना (लाल, मैरून या बैंगनी-काला)
- प्रभावित हाथ या पैर की उंगली के आगे के हिस्से में सूजन या छूने पर दर्द होना
नाखून में किसी तरह की चोट लगने की वजह से खून जम सकता है, ये चोटें निम्न स्थितियों में लग सकती हैं:
- कार या घर के दरवाजे में उंगली फंसने पर
- भारी वस्तु जैसे हथौड़े से चोट लगने पर
- पैर की उंगली पर डंबल (जिम में इस्तेमाल किए जाने वाला) जैसी कोई भारी वस्तु गिरने पर
- कठोर चीज से पैर की उंगली टकराने पर
- यदि नाखून में कोई चोट न लगी हो लेकिन नाखून के अंदर का रंग काला हो रहा हो, तो ऐसी स्थिति में डॉक्टर को दिखाएं
नाखून में खून जमने का प्राथमिक उपचार
अगर स्थिति ज्यादा गंभीर नहीं है तो इसे घर पर ही ठीक किया जा सकता है। सूजन को कम करने के लिए प्रभावित पैर या हाथ को ऊपर उठाकर लगभग 20 मिनट तक बर्फ की सिकाई करें। इसके लिए, एक कपड़े या तौलिए में बर्फ लपेटें और सिकाई करें। सीधे त्वचा पर बर्फ लगाने से नुकसान हो सकता है, इसलिए कोशिश करें कि प्रभावित हिस्से के आसपास सिकाई करें। ओवर-द-काउंटर (जो दवा डॉक्टर के प्रिस्क्रिप्शन के बिना खरीदी जाए) दर्द निवारक दवा से असहजता के साथ-साथ सूजन को कम करने में मदद मिलेगी।
यदि लक्षण गंभीर हैं या कई दिनों से बने हुए हैं, तो ऐसे में मेडिकल ट्रीटमेंट की जरूरत पड़ती है। दबाव एवं दर्द को दूर करने के लिए, डॉक्टर नेल ट्रेफिकेशन (सर्जिकल प्रक्रिया) कर सकते हैं। इस प्रक्रिया में दर्द किए बिना जहां खून जमा होता है वहां पर एक छोटा-सा छेद किया जाता है, जिससे जमा हुआ खून निकल जाता है। डॉक्टर इस प्रक्रिया को साफ सुईं या पेपर क्लिप के जरिए लगा सकते हैं (इसे घर पर करने का प्रयास नहीं करना चाहिए)। जरूरत पड़ने पर डॉक्टर लेजर का इस्तेमाल भी कर सकते हैं।
डॉक्टर के पास कब जाना चाहिए
यदि निम्नलिखित स्थितियां नजर आ रही हैं तो तुरंत डॉक्टर के पास जाएं: