मलाशय गुदा के ऊपर पाचन तंत्र का एक हिस्सा है, जहां मल शरीर से बाहर निकलने से पहले इकठ्ठा होता है। जहां मल होता है उसी स्थान को मलाशय कहते हैं। मलाशय में किसी बाहरी पदार्थ के फंस जाने को अंग्रेजी में 'फॉरेन ऑब्जेक्ट इन द रेक्टम' कहते हैं।
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मलाशय गुदा के ऊपर पाचन तंत्र का एक हिस्सा है, जहां मल शरीर से बाहर निकलने से पहले इकठ्ठा होता है। जहां मल होता है उसी स्थान को मलाशय कहते हैं। मलाशय में किसी बाहरी पदार्थ के फंस जाने को अंग्रेजी में 'फॉरेन ऑब्जेक्ट इन द रेक्टम' कहते हैं।
अधिकतर लोगों को मलाशय में कुछ फंस जाने पर किसी तरह के कोई संकेत या लक्षण नजर नहीं आते हैं। इसकी वजह से खासकर बच्चों और मानसिक रोग से ग्रस्त लोगों में इसका निदान मुश्किल हो सकता है, क्योंकि उन्हें इस स्थिति के लक्षण एवं संकेत समझ नहीं आ पाते हैं। वहीं कुछ मामलों में अगर समय पर इलाज न किया जाए तो स्थिति गंभीर हो सकती है जिससे लक्षण सामने आने लगते हैं। इसके सबसे सामान्य लक्षणों में पेट दर्द, मतली और उल्टी, बुखार और मलाशय से खून आना शामिल हैं।
ज्यादातर वस्तुएं गुदा से ही शरीर के अंदर जाती हैं लेकिन कभी-कभी बाहरी पदार्थ निगलने पर वो पाचन मार्ग से गुजरता हुआ मलाशय में जाकर अटक जाता है। मलाशय में फंसने वाली बाहरी चीजों में फल और सब्जियां, मोमबत्ती, गुदा में प्रयोग की जाने वाली वस्तुएं जैसे कि वाइब्रेटर, यौन संतुष्टि के लिए इस्तेमाल की जाने वाली चीजें इत्यादि शामिल हैं। मुख्यतः तीन स्थितियों (बच्चों में खेलते समय, मानसिक रोगियों में या फिर शारीरिक उत्पीड़न के दौरान) में मलाशय में बाहरी चीज फंसने की संभावना ज्यादा रहती है।
कई लोग शर्मिंदगी या खुद का मजाक बनने के डर से मलाशय में फंसी वस्तु को खुद ही निकालने की कोशिश करने लगते हैं जोकि खतरनाक साबित हो सकता है क्योंकि केवल डॉक्टर ही इस स्थिति को ठीक कर सकते हैं। मलाशय में फंसी वस्तु को जितनी जल्दी हटा दिया जाए उतना ही बेहतर होता है।
कभी-कभी डॉक्टर मलाशय में फंसी बाहरी वस्तु को हटाने के लिए मलाशय की परत (लाइनिंग) और बाहरी चीज (ऑब्जेक्ट) के बीच एक ट्यूब डालकर उस वस्तु पर दबाव बनाकर उसे बाहर निकालते हैं। बता दें, यह प्रक्रिया थोड़ी असुविधाजनक होती है और इस प्रक्रिया के लिए मरीज को बेहोश किया जाता है।