हमारे पेट में "हाइड्रोक्लोरिक एसिड" (Hydrochloric acid) नाम का एक अम्ल मौजूद होता है, जो हमारे खाने को सही तरीके से पचाने का काम करता है। जब हम खाना खाते हैं, तो पेट की अंदरूनी परत में मौजूद कोशिकाएं ये एसिड बनाती हैं ताकि खाने को पचाया जा सके। जब ये एसिड जरूरत से ज्यादा बनने लगता है, तो हमे पेट में जलन या एसिडिटी होने लगती है। इसके कारण कई अन्य समस्याएं भी हो सकती हैं, जैसे सीने में जलन और अपच आदि। एसिडिटी होने के या पेट में अधिक एसिड बनने के कई कारण हो सकते हैं, जैसे खाना पूरी तरह से न चबाना, बहुत जल्दी-जल्दी खाना, एसिड बनाने वाले पदार्थ खाना या पीना आदि।

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एसिडिटी होना आमतौर पर कोई गंभीर समस्या नहीं होती है और ये कुछ घरेलू उपाय करने से ठीक हो जाती है। हालांकि, अगर इसका इलाज लंबे समय तक न किया जाए तो इससे अन्य समस्याएं हो सकती हैं, जैसे कैंसर, पेट में छाले और उल्टी आना आदि।

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इस लेख में एसिडिटी होने पर क्या होता है, पेट में जलन हो तो क्या करना चाहिए और इसके लिए डॉक्टर के पास कब जाएं के बारे में बताया गया है।

  1. एसिडिटी होने पर क्या होता है? - Acidity se kya hota hai
  2. एसिडिटी ठीक करने के लिए घरेलू उपाय - Pet ki jalan ke liye kya karna chahiye
  3. पेट की जलन के लिए डॉक्टर के पास कब जाएं? - Acidity ke liye doctor ke pas kab jana chahiye
  4. सारांश

एसिडिटी होने पर कई समस्याएं होने लगती हैं जो कभी-कभी गंभीर भी हो सकती हैं। ये समस्याएं निम्नलिखित हैं -

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एसिडिटी के लिए निम्नलिखित प्राथमिक उपचार किए जा सकते हैं -

  1. कोल्ड ड्रिंक, सोडा या गैस वाले अन्य पदार्थ लेने से एसिडिटी होती है और अगर आपको पहले से ही पेट में जलन हो रही है, तो इनसे आपकी समस्या और बढ़ सकती है। कोशिश करें कि एसिडिटी होने पर ये सब न लें। (और पढ़ें - बेकिंग सोडा के फायदे)
  2. पेट में एसिड बनने पर केला खाना एक अच्छा विकल्प है क्योंकि केले में ऐसे पदार्थ होते हैं जो ज्यादा एसिड बनने नहीं देते और इससे होने वाली समस्याओं को भी कम करते हैं। एसिडिटी होने पर आप पका हुआ केला खा सकते हैं। (और पढ़ें - केले के छिलके के फायदे)
  3. अगर आपको एसिडिटी है, तो कोशिश करें कि सोते समय अपनी बाईं ओर करवट लेकर सोएं। ऐसा करने से पेट में बनने वाला एसिड आपकी भोजन नली में नहीं आएगा और आपको सोते समय परेशानी नहीं होगी। (और पढ़ें - खाने की नली के कैंसर के लक्षण)
  4. खाना खाने से पहले या बाद में सेब के सिरके का सेवन करें। इसमें मौजूद पदार्थ खाने के पाचन को आसान बनाते हैं और एसिडिटी भी कम करते हैं। इसका सेवन करने के लिए एक गिलास पानी में एक नींबू निचोड़कर उसमें एक छोटा चम्मच सेब का सिरका मिला लें। अब इस मिश्रण को खाने से पहले या बाद में अपनी सुविधानुसार पिएं। इससे छाती की जलन में भी तुरंत राहत मिलती है। (और पढ़ें - नींबू के रस के फायदे)
  5. एसिडिटी होने पर कैफीन युक्त पदार्थ लेने से समस्या और बढ़ सकती है। अगर आपको एसिडिटी हो रही है, तो कोशिश करें कि चाय और कॉफी जैसे कैफीन वाले तरल पदार्थ न लें, इनकी जगह हर्बल चाय पिएं। (और पढ़ें - मसाला चाय के फायदे)
  6. पेट में जलन होने पर ठंडा दूध पीना एक अच्छा उपाय होता है। दूध में मौजूद कैल्शियम से पेट में बनने वाले एसिड का स्तर सामान्य रहता है और अगर पहले से ही अधिक एसिड बना हुआ है, तो वो भी कम होता है। हालांकि, अगर आप गर्म दूध पीते हैं, तो हो सकता है आपको इससे कोई खास राहत न मिले। याद रहे कि ठंडा दूध पीते समय उसमें चीनी, चॉक्लेट पाउडर या कोई अन्य चीज न मिलाएं। (और पढ़ें - कैल्शियम की कमी के लक्षण)
  7. खाने को अच्छे तरीके से चबाएं। अगर आप खाने को सही से चबाए बिना ही निगल लेते हैं, तो शरीर को उसे पचाने के लिए ज्यादा मेहनत करनी पड़ती है, जिससे पेट में एसिडिटी होने लगती है। इसीलिए खाने को अच्छी तरह से चबाकर खाएं ताकि पाचन तंत्र को बहुत ज्यादा मेहनत न करनी पड़े। ध्यान रहे कि आप सोने से ढाई या तीन घंटे पहले खाना खा लें, ताकि शरीर को भोजन पचाने का पर्याप्त समय मिल सके। (और पढ़ें - खाना खाने का सही तरीका)
  8. कच्चा सलाद और सब्जियां खाना पेट में जलन होने पर फायदेमंद साबित हो सकता है। अगर आपको एसिडिटी हो रही है, तो बहुत ज्यादा पका हुआ खाना न खाएं। अगर आप ऐसा नहीं कर पाते, तो कम से कम खाने के साथ कच्चा सलाद अवश्य लें। (और पढ़ें - सब्जियां खाने के फायदे)
  9. अगर आपको एसिडिटी की समस्या रहती है, तो रोजाना केला, तरबूज और खीरा खाएं। एसिडिटी के लिए तरबूज का जूस पीना भी अच्छा माना जाता है। (और पढ़ें - खीरे के बीज के फायदे)
  10. पेट में जलन होने पर सौंफ का उपयोग किया जा सकता है। सौंफ में ऐसे पदार्थ होते हैं, जिनसे पाचन क्रिया अच्छी होती है और एसिडिटी में भी आराम मिलता है। इसके लिए आप सौंफ चबाकर खा सकते हैं या उसे पानी में भिगोकर पानी पी भी सकते हैं। ऐसा करने से आपको एसिडिटी से तुरंत आराम मिलेगा। (और पढ़ें - एसिडिटी में क्या खाएं)
  11. अगर आपको एसिडिटी रहती है, तो रोजाना कुछ समय निकालकर व्यायाम करने की आदत डालें। इससे आपका पाचन तंत्र भी मजबूत होगा और आपको एसिडिटी से भी राहत मिलेगी। (और पढ़ें - व्यायाम करने का सही समय)
  12. पेट की जलन के लिए जैतून का तेल लाभकारी होता है। हालांकि, जैतून के तेल का एक छोटा चम्मच ही आपके लिए पर्याप्त है क्योंकि पहले से ही पेट खराब होने पर ये समस्या बढ़ा सकता है। जैतून के तेल में सब्जी बनाने से बेहतर है कि अपने खाने पर इसे डालकर खाएं। (और पढ़ें - जैतून फल खाने के फायदे)
  13. एक बार बहुत सारा खाना खाने की बजाय थोड़ी-थोड़ी देर में कम भोजन खाएं। खाने के बीच में ज्यादा समय का अंतराल होने से भी एसिडिटी होती है। (और पढ़ें - ज्यादा खाना खाने के नुकसान)
  14. अगर आपको एसिडिटी रहती है, तो खाने से करीब एक घंटा पहले पानी में थोड़ी चीनी मिलाकर पी लें ताकि खाने के बाद आपको एसिडिटी न हो। (और पढ़ें - चीनी की लत दूर करने के उपाय)
  15. एसिडिटी में पानी पीने से पेट में मौजूद एसिड का स्तर कम होता है और अधिक पाचक जूस शरीर से बाहर निकलते हैं। अगर आपको एसिडिटी है, तो सुबह खाली पेट और रात को सोने से पहले एक गिलास हल्का गर्म पानी पिएं। इससे आपको बहुत फायदा मिलेगा। (और पढ़ें - गुनगुना पानी पीने के फायदे)
  16. एसिडिटी के लिए शहद भी एक अच्छा उपाय है। खाना खाने से पहले या बाद में थोड़ा सा प्राकृतिक शहद खाना पेट की जलन के लिए अच्छा होता है। (और पढ़ें - शहद और गर्म पानी के लाभ)
  17. एसिडिटी होने पर अचार, चटनी और अन्य मिर्ची वाले खाद्य पदार्थ न लें, इनसे आपकी एसिडिटी बढ़ सकती है। (और पढ़ें - लाल मिर्च के नुकसान)
  18. दही से भी पेट की जलन में तुरंत राहत मिलती है। एसिडिटी होने पर थोड़ा ठंडा दही खा लें। (और पढ़ें - खाने के बाद दही खाने के फायदे)
  19. पुदीना खाने में बहुत ठंडा होता है, इसीलिए ये भी पेट में जलन होने पर लाभदायक हो सकता है। पुदीने से पेट में मौजूद अधिक एसिड कम होता है और अपच में भी आराम मिलता है। इसे खाने के लिए पुदीने के कुछ पत्तों को पानी में डालकर उबाल लें और फिर इस पानी को ठंडा करके पिएं। (और पढ़ें - अपच के घरेलू उपाय)
  20. अगर आपको खाने के बाद एसिडिटी होती है, तो खाना खाकर च्विंगम चबाएं। च्विंगम से मुंह में अधिक थूक बनता है और खाने की नली में खाना आराम से जा आगे जा पाता है। इससे पेट में एसिड का स्तर सामान्य रहता है और आपको एसिडिटी नहीं होती। (और पढ़ें - गले के कैंसर के लक्षण)
  21. कोशिश करें कि खाना खाते समय बात न करें और खाना खाने से पहले अपना दिमाग शांत करके खाना खाएं। (और पढ़ें - दिमाग शांत करने के उपाय)
  22. अदरक से भी पाचन क्रिया में आराम मिलता है। अगर आपको एसिडिटी रहती है, तो अपने खाने में थोड़ा सा अदरक अवश्य डालें। (और पढ़ें - अदरक की चाय के फायदे)
  23. बहुत टाइट कपडे पहनने से पाचन क्रिया पर असर पड़ता है, इसलिए कोशिश करें कि थोड़े ढीले कपडे पहनें ताकि आपकी एसिडिटी की समस्या बढे नहीं। (और पढ़ें - आंतों की सूजन के लक्षण)
  24. ऐसा माना जाता है कि नारियल पानी से पेट की जलन में काफी आराम मिलता है। अगर आपको एसिडिटी हो रही है, तो नारियल पानी पिएं। (और पढ़ें - नारियल के दूध के फायदे)
  25. अगर आप सिगरेट पीते हैं, तो इस आदत को छोड़ने का प्रयास करें क्योंकि इससे भी पेट में जलन की समस्या होती है। अगर आप अपनी आदत नहीं छोड़ पा रहे हैं, तो कम से कम एसिडिटी ठीक होने तक सिगरेट न पिएं और ऐसे किसी व्यक्ति के पास न जाएं जो सिगरेट पी रहा हो क्योंकि उनकी सिगरेट का धुआं भी आपको नुकसान पहुंचा सकता है। (और पढ़ें - धूम्रपान छोड़ने के घरेलू उपाय)
  26. ज्यादा शराब पीने से भी पेट की जलन बढ़ती है। अगर आपको एसिडिटी है, तो शराब का सेवन बिलकुल न करें। (और पढ़ें - शराब की लत छुड़ाने के घरेलू उपाय)
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पेट में जलन होने पर वैसे तो डॉक्टर के पास जाने की आवश्यकता नहीं होती है, लेकिन आपको डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए अगर -

एसिडिटी होने पर तुरंत राहत के लिए ठंडा पानी या नारियल पानी पिएं, क्योंकि यह पेट की एसिडिटी को शांत करता है। खाना धीरे-धीरे और छोटे हिस्सों में खाएं, और मसालेदार, तले हुए, वसा युक्त खाद्य पदार्थों से परहेज करें। अदरक, पुदीना, और इलायची जैसी प्राकृतिक चीजें एसिडिटी कम करने में मददगार होती हैं। खाने के तुरंत बाद लेटने से बचें और खाने के 2-3 घंटे बाद सोएं। अगर एसिडिटी बार-बार होती है, तो जीवनशैली में बदलाव करना, जैसे नियमित रूप से व्यायाम करना और तनाव कम करना, आवश्यक है। लगातार समस्या होने पर डॉक्टर से परामर्श लें।

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