कॉर्डोटमी एक सर्जरी प्रोसीजर है, जिसमें मेरुदंड (स्पाइनल कॉर्ड) में मौजूद उन नसों को नष्ट किया जाता है जो दर्द के संकेत को मस्तिष्क तक पहुंचाने का काम करती हैं। यदि दवाओं व इंजेक्शन आदि से यह दर्द कम नहीं हो पा रहा है, तो यह सर्जरी की जाती है। सर्जरी से पहले आपको अपनी जीवनशैली संबंधी जानकारियां डॉक्टर को देनी पड़ती हैं और यदि आप वर्तमान या हाल ही में कोई दवा खा रहे थे, तो इस बारे में भी डॉक्टर को बताना पड़ता है। यह सर्जरी जनरल एनेस्थीसिया का इंजेक्शन लगाकर की जाती है। इस सर्जरी प्रोसीजर के दौरान एक्स रे मशीन का इस्तेमाल किया जाता है, जिससे सर्जरी उपकरणों का मार्गदर्शन किया जाता है। जब दर्द के संकेत भेजने वाली नस की पहचान हो जाती है, तो अंदर भेजे गए उपकरण (एक विशेष प्रकार की सुई) की नोक को गर्म किया जाता है और उससे नस को नष्ट कर दिया जाता है।
सर्जरी के बाद जब आप घर पहुंच जाते हैं, तो आपको अपने घाव की विशेष देखभाल करने की सलाह दी जाती है। इसमें मुख्य रूप से घाव वाले हिस्से को सूखा व साफ रखना और कोई भी अधिक मेहनत वाली एक्सरसाइज न करना आदि शामिल हैं।
(और पढ़ें - घाव ठीक करने के घरेलू उपाय)