गर्भधारण एक जटिल और अदभुत प्रक्रिया है। यह तब संपन्न होती है जब नर का शुक्राणु मादा के अंडे से संयोग करता है। कुछ महिलाओं में यह क्रिया बहुत जल्दी और कुछ में काफी समय के बाद होती है। (और पढ़ें - गर्भधारण कैसे होता है)
गर्भाधान और गर्भावस्था को समझने के लिए, पुरुष और महिला के प्रजनन अंगों को जानना बहुत ज़रूरी है साथ ही यह भी जानना आवश्यक है कि महिलाओं को होने वाले मासिक धर्म की इसमें क्या भूमिका रहती है। (और पढ़ें - प्रेगनेंसी में पेट दर्द करना)
मासिक चक्र महिला हो मासिक धर्म होने के पहले दिन से गिना जाता है और मासिकधर्म के कुछ समय बाद उनमें ओवुलेशन की प्रक्रिया (अंडा निकलता है) होती है। उसके 12-14 दिन बाद फिर से उन्हें पीरियड्स होते हैं। यह चक्र सामान्यतः 28 दिन का होता है और कभी कभी कम या ज्यादा दिन का भी हो सकता है। (और पढ़ें - माँ बनने की सही उम्र)