स्ट्रोक या ब्रेन स्ट्रोक एक ऐसी चिकित्स्कीय समस्या होती है, जिसमें दिमाग में रक्त प्रवाह पर्याप्त न होने के कारण मस्तिष्क की कोशिकाएं नष्ट होने लगती हैं। इससे दिमाग के कार्य में बदलाव आते हैं और व्यक्ति के अंग ठीक से काम नहीं कर पाते। ब्रेन स्ट्रोक हार्ट अटैक जैसा ही होता है, लेकिन ये दिमाग में होनी वाली समस्या है। स्ट्रोक के कारण शरीर की एक तरफ के भाग में महसूस करने की क्षमता चली जाती है, जिससे व्यक्ति इस तरफ के अंग न हिला पाता है और न ही कोई काम कर पाता है।
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दिमागी दौरा पड़ने का कारण आमतौर पर दिमाग की नसों में रुकावट या दिमाग में रक्तस्त्राव होता है। दोनों ही तरह की समस्या होने पर व्यक्ति को शरीर के एक तरफ के अंगों को हिलाने व उनसे काम करने में दिक्कत होती है। ये हमेशा ही एक आपातकालीन स्थिति होती है और इसके लिए जितना जल्दी हो सके उतना जल्दी डॉक्टर के पास जाना चाहिए।
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इस लेख में स्ट्रोक होने पर क्या होता है, दिमागी दौरा पड़ने पर क्या करना चाहिए व क्या नहीं करना चाहिए और डॉक्टर के पास कब जाएं के बारे में बताया गया है।