कस्तूरी को महासागर या खारे पानी में पनपा स्वादिष्ट सी फ़ूड माना जाता है। इतिहास का मानना है कि इसका उपयोग दूसरी शताब्दी ईस्वी के बाद से ही किया जाने लगा था। कस्तूरी का इस्तेमाल स्ट्यू और अन्य व्यंजनों में किया जाता है। नीचे कुछ चरणों में हम आपको बताएंगे की कस्तूरी का उपयोग कैसे किया जाता है।
चरण 1 - बाजार से कस्तूरी खरीदें। इसके अलावा दूध, मक्खन (दो चम्मच), नमक (एक चम्मच), सफेद मिर्च (एक चौथाई चम्मच) को एक साथ इक्खट्टा कर लें।
चरण 2 - कस्तूरी को गर्म पानी में डालें और तब तक उबलने दें जब तक वो मुलायम न हो जाये।
चरण 3 - अब इसे ठंडा होने के लिए रख दें और मिश्रण को छान लें।
चरण 4 - इस बीच, दूध को तैयार कर लें (आप दूध उबाल लें)।
चरण 5 - जब दूध उबाल जाये तो उसमे मक्खन, काली मिर्च और नमक मिला दें।
चरण 6 - अब, इसमें छाना हुआ तरल पदार्थ मिलाएं। अब इस मिश्रण को उबलने को रख दें।
चरण 7 - उबलने के बाद अब इसमें कस्तूरी मिला दें।
चरण 8 - मिश्रण का सेवन करने से पहले उसे ठंडा होने के लिए रख दें।
कस्तूरी कैसे काम करती है –
कस्तूरी में मौजूद जिंक स्पर्म की मात्रा और पुरुष हार्मोन टेस्टोस्टेरोन (एक व्यक्ति की दैनिक आवश्यकताओं की 1500 प्रतिशत से अधिक) को स्वस्थ बनाये रखने में मदद करता है। जिंक एक व्यक्ति की कामेच्छा को बढ़ाता है।
कस्तूरी अच्छी नहीं है अगर –
- कस्तूरी तब तक अच्छा नहीं है जब तक आप इसे विश्वसनीय स्रोत से नहीं खरीदते। क्योंकि इसमें पर्यावरण प्रदूषण और विषाक्त पदार्थों शामिल हो सकते हैं।
- अगर आपके शरीर में आयरन की मात्रा ज़्यादा है तो इसका सेवन न करें। शरीर में आयरन की मात्रा ज़्यादा होने से हीमोक्रोमाटोसिस (hemochromatosis) हो सकता है।
- कस्तूरी हृदय विकार के लिए अच्छा नहीं है। आपको सोडियम की उच्च मात्रा के कारण कई जटिलताएं अनुभव हो सकती हैं।
- अगर आपको शेलफिश से एलर्जी है। तो आप मतली, पेट दर्द, कब्ज, गैस, सूजन, आदि जैसे साइड इफेक्ट्स से पीड़ित हो सकते हैं। (और पढ़ें – पेट में गैस के घरेलू उपचार)