यूरिक एसिड शरीर का एक अपशिष्ट उत्पाद हैं जो शरीर मे प्यूरीन नामक प्रोटीन के टूटने से बनता है। इस प्रक्रिया मे किडनी के अंदर यूरिक एसिड छन कर खत्म हो जाता हैं। हालांकि, किडनी खराब होने या फिर शरीर में यूरिक एसिड साफ करने की असमर्थता के कारण हाइपरयूरिसीमिया की संभावना भी हो सकती हैं। प्यूरिन से समृद्ध खाद्य पदार्थ, सीफूड, रेड मीट, फ्रुक्टोज से भरपूर खाद्य पदार्थ और मादक पेय पदार्थ (मुख्य रूप से बीयर) भी यूरिक एसिड के स्तर को बढ़ा सकते हैं।
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शरीर में यूरिक एसिड का स्तर ज्यादा होने से जोड़ों में यूरिक एसिड क्रिस्टल का गठन होने लग जाता है, जो गठिया के एक दर्दनाक रूप गाउट का कारण बनता है। गाउट आमतौर पर जोड़ों में लालिमा, सूजन और भयंकर दर्द जैसे लक्षणों के साथ होता है, अक्सर अंगूठे में यह समस्या देखी जाती है। यदि इसका इलाज पूर्ण रूप से ना किया जाए, तो यह किडनी को भी प्रभावित कर सकता है।
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खून की जांच से शरीर में यूरिक एसिड के स्तर का पता करने में मदद मिलती हैं। अर्निका मोंटाना, ब्रायोनिया अल्बा, कोलचिकम आटमनेल, रस टाक्सिकोडेन्ड्रन, लेडम पल्स्ट्रे, बेलाडोना और बरबेरिस वल्गेरिस जैसी होम्योपैथिक दवाओं से गाउट और यूरिक एसिड के उच्च स्तर की समस्या में काफी मदद मिल सकती हैं।
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