चक्कर आना एक ऐसी समस्या है, जो हमारे उठने, बैठने, चलने जैसे दैनिक कार्यों में भी बाधा पहुंचाने लगता है। चक्कर आना कई बीमारियों में मुख्य लक्षण है, जैसे कि सर्वाइकल स्पोंडिलाइटिस, लो ब्लड शुगर, कमजोरी आदि। डाइट में कुछ परिवर्तन करके, चक्कर आने की समस्या को नियंत्रित किया जा सकता है। इस लेख में चक्कर आने की समस्या को नियंत्रित करने वाली डाइट के विषय में चर्चा करेंगे, साथ ही इस दौरान न लिए जाने वाले आहार के विषय में भी बात करेंगे। इसके साथ ही चक्कर आने को नियंत्रित करने के लिए एक भारतीय डाइट प्लान भी साझा करेंगे -

  1. चक्कर आने पर क्या खाएं? - What to eat in dizziness in Hindi
  2. चक्कर आने पर खाने में किन चीजों का रखें ध्यान - Dietary changes in dizziness in Hindi
  3. चक्कर आने पर क्या न खाएं? - What not to eat in dizziness in Hindi
  4. चक्कर आने से रोकने के लिए डाइट चार्ट - Diet chat for dizziness in Hindi
  5. सारांश
चक्कर आने पर क्या खाना चाहिए, क्या न खाएं और डाइट प्लान के डॉक्टर

कुछ भोज्य पदार्थ चक्कर आने की समस्या को नियंत्रित कर सकते हैं और कुछ इस पर तुरंत काम कर सकते हैं, इन्हें अपने नियमित आहार में ले। जैसे कि :

नारियल पानी - Take coconut regularly to control dizziness in Hindi

यदि आप बार-बार चक्कर आने की समस्या से ग्रसित हैं, तो नियमित तौर पर नारियल पानी एवं कच्चे नारियल का सेवन करना आपके लिए फायदेमंद साबित हो सकता है। यह हमारे शरीर में पानी की मात्रा को ठीक रखने, तंत्रिका तंत्र के ठीक से काम करने और शरीर को कार्य करने के लिए आवश्यक पोषक तत्व प्रदान करता है। इसके साथ ही इसमें मौजूद पोटैशियम चक्कर आने की समस्या को कम करने में मदद करता है। ऐसे में दिन में 1-2 नारियल पानी का सेवन काफी लाभप्रद साबित हो सकता है।

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नींबू पानी - Lemon water is beneficial for dizziness in Hindi

ज्यादातर स्थितियों में चक्कर आने के दौरान शरीर में इलेक्ट्रोलाइट की कमी देखी जाती है। इस समस्या के दौरान नींबू (1), चीनी (1 चम्मच) एवं नमक (1 चुटकी) का पानी (1 गिलास) के साथ घोल बनाकर लेना फायदेमंद साबित होता है। इस पेय से तुरंत की इलेक्ट्रोलाइट की मात्रा की पूर्ति हो पाती है एवं चक्कर आने को तुरंत नियंत्रित किया जा सकता है।

(और पढ़ें - इलेक्ट्रोलाइट असंतुलन का इलाज)

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फलों की चाट - Use fruit salad with rock salt for dizziness in Hindi

सभी मौसमी फलों से अच्छी मात्रा में पानी, कार्बोहाइड्रेट, विटामिन, मिनरल एवं एंटीऑक्सीडेंट्स की प्राप्ति होती है तथा काले नमक से सोडियम की प्राप्ति होती है। ऐसे में जब भी चक्कर की समस्या देखें, सभी फलों की चाट बनाकर नमक के साथ सेवन करें, इस समस्या को तुरंत ठीक करने के लिए यह रामबाण इलाज की तरह कार्य करता है।

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खमीर युक्त भोजन - Fermented food is helpful to dizziness in Hindi

चक्कर आना कई बार विटामिन बी12 की कमी एवं तंत्रिका तंत्र संबंधी समस्या को भी दर्शाता है। ऐसे में खमीर युक्त खाना इस समस्या के समाधान के लिए लाभदायक साबित हो सकता है। इस आहार समूह को इडली, डोसा, ढोकला, जलेबी आदि के माध्यम से ले सकते हैं।

(और पढ़ें - विटामिन बी12 के फायदे)

अंडा - Egg can be beneficial to dizziness in Hindi

अंडे कैल्शियम एवं विटामिन डी से भरपूर होते हैं जो ब्लड प्रेशर को नियमित रखने एवं तंत्रिका तंत्र को भी स्वस्थ रखने में मदद करते हैं, जिसका चक्कर को ना आने देना एवं शरीर को स्वस्थ रखने में महत्वपूर्ण योगदान होता है। यदि आप बार-बार चक्कर आने की समस्या से ग्रसित होते हैं, तो नियमित रूप से पूरे अंडे (सफेद व पीला भाग दोनों) का सेवन अवश्य करें।

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संतुलित आहार - Balanced diet in dizziness in Hindi

कई बार शरीर में पोषक तत्वों की कमी होने के कारण भी चक्कर आने की समस्या देखी जाती है, ऐसे में नियमित रूप से संतुलित आहार लेना, जिनमें सभी पोषक तत्व संतुलित रूप से हों, सहायक साबित होता है। इसके लिए अपने रोजाना के आहार में साबुत अनाज, दालें, फलियां, दूध एवं दूध से बनी चीजें, सूखे मेवे, मौसमी फल एवं सब्जियां शामिल करें। जिससे आपके अंदर किसी पोषक तत्व की कमी न हो।

(और पढ़ें - चक्कर आने की होम्योपैथिक दवा)

कुछ आहार संबंधी परिस्थितियों का ध्यान रख कर इस समस्या से खुद को बचाया जा सकता है, जैसे कि :

डायबिटीज में लंबे समय तक भूखे न रहें - Treat low blood sugar to avoid dizziness in Hindi

कई बार डायबिटीज के दौरान ज्यादा मात्रा में दवा खाना या इन्सुलिन लगाना या खाने में लम्बे अंतराल के कारण लो ब्लड शुगर के कारण भी चक्कर आने की समस्या देखी जाती है। ऐसे में अपनी डाइट में लंबा गैप न करें, लंबे और बड़े आहार की जगह, थोड़ी-थोड़ी देर पर हेल्थी खाना खाते रहें। इन छोटे आहार में फल, भुना चना, दूध, दही आदि का सेवन कर सकते हैं। खाने पर ध्यान देने के बाद भी यदि शुगर लो होने की समस्या दिखती है, तो डॉक्टर से संपर्क करके अपनी दवा की डोज को कम कराने की बात करें।

(और पढ़ें - डायबिटीज के लिए व्यायाम)

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ज्यादा नमक न खाएं - Do not eat too much salt for dizziness in Hindi

ज्यादातर हम ज्यादा नमक खाने के नुकसान के विषय में बात करते हैं, किन्तु कई बार नमक यानी सोडियम की मात्रा जब जरूरत से ज्यादा कम खायी जाने लगे, तो यह समस्या सामने आने लगती है। अमेरिकन हार्ट एसोसिएशन की गाइडलाइन के अनुसार, एक स्वस्थ व्यक्ति को 2300 मिलीग्राम तक नमक लेने की सलाह दी जाती है और हृदय या उच्च रक्तचाप से पीड़ित व्यक्ति को 1500 मिलीग्राम तक की सलाह दी जाती है। यदि यह मात्रा आवश्यकता से कम ली जाए तो चक्कर जैसी समस्याएं देखनी पड़ सकती हैं। अतः नमक का नियमित मात्रा में उपयोग करें और लो सोडियम साल्ट से परहेज करें।

(और पढ़ें - चक्कर आने का उपाय)

फैड डाइट को फॉलो न करें - Avoid fad diet to dizziness in Hindi

जब हम हमेशा किसी ना किसी फैड डाइट पर रहते हैं, तो लम्बे समय तक इस स्थिति के कारण शरीर में पोषक तत्वों की कमी देखी जाने लगती है और चक्कर जैसी समस्याओं को बढ़ावा मिलने लगता है। अतः लम्बे समय तक किसी फैड डाइट को फॉलो न करें। घर का बना संतुलित आहार लेने की कोशिश करें।

कई लोगों में कैफीन एवं शराब के सेवन से चक्कर आने की समस्या देखी गई है, साथ ही इसके सेवन से स्थिति को और खराब होते हुए भी देखा गया है। अतः अपने कैफीन युक्त पेय पदार्थ को बिना कैफीन वाले पेय जैसे कि नींबू पानी, छाछ या शरबत आदि से रिप्लेस करें एवं शराब के सेवन को जल्द से जल्द बंद कर दें।

यहां हम एक भारतीय डाइट प्लान साझा कर रहें हैं, जिसके सेवन से चक्कर आने को नियंत्रित किया जा सकता है :

सुबह खाली पेट - गुनगुना पानी (1 गिलास) + खजूर (4) + बादाम (6)
सुबह का नाश्ता - बथुआ पराठा (2) + दही (1 कटोरी) + संतरा (1 छोटा)
मध्य आहार - नारियल पानी (1 गिलास)
दोपहर का खाना - मेथी चपाती (2) / वेजिटेबल पुलाव (1 कटोरी) + कढ़ी (1 कटोरी) + सलाद (1 कटोरी)
शाम की चाय - फलों की चाट (1 कटोरी)
रात का खाना- वेजिटेबल सूप (1 कटोरी) + चपाती (2) + पालक पनीर/ अंडा करी  (1 कटोरी)
सोते समय - दूध (1 कप )

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चक्कर आने पर हल्का और पौष्टिक भोजन करना चाहिए, ताकि शरीर को तुरंत ऊर्जा और पोषक तत्व मिल सकें। इस स्थिति में नारियल पानी, ताजे फल, खीरा, नींबू पानी, और ओट्स जैसे खाद्य पदार्थ मददगार होते हैं, क्योंकि ये हाइड्रेशन और इलेक्ट्रोलाइट्स को संतुलित करते हैं। विटामिन C और आयरन युक्त चीजें, जैसे पालक और अमरूद, भी फायदेमंद हो सकती हैं। इसके विपरीत, कैफीन, तली-भुनी चीजें, ज्यादा नमक या चीनी वाले खाद्य पदार्थ, और बहुत भारी भोजन से बचना चाहिए, क्योंकि ये शरीर को और कमजोर कर सकते हैं और चक्कर की समस्या बढ़ा सकते हैं।

Dt. Vinkaljit Kaur

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