भारत में डायबिटीज बीमारी को लेकर हुए एक हालिया शोध में कहा गया है कि भारतीयों के संदर्भ में इस बीमारी के टाइप 2 को कम से कम चार और अन्य श्रेणियों में वर्गीकृत किया जा सकता है। शोध से जुड़े वैज्ञानिकों का कहना है कि इससे डॉक्टरों को डायबिटीज के मरीजों की दवाएं कम करने में मदद मिलेगी। साथ ही, डायबिटीज के मरीजों में अंधापन, किडनी डैमेज या नर्व डैमेज की समस्या को रोकने के लिए अन्य दवाएं देने में सहूलियत होगी।