वैश्विक महामारी कोविड-19 को और ज्यादा फैलने से रोकने के लिए दुनिया के कई प्रभावित देशों में लॉकडाउन लगाया गया था और इस बात को भी अब करीब 6 महीने का वक्त हो चुका है। भारत समेत ज्यादातर देशों में अब लॉकडाउन हटाया जा रहा है और लोग सभी सावधानियों का पालन करते हुए वायरस की मौजूदगी में ही सामान्य जीवन जीने की कोशिश कर रहे हैं। वैसे तो लॉकडाउन कोविड-19 संक्रमण के प्रसार को धीमा करने के लिए एक आवश्यक कदम था, लेकिन इसने लोगों के जीवन के कई पहलुओं को नकारात्मक रूप से भी प्रभावित किया। इसमें उन लोगों का मानसिक स्वास्थ्य भी शामिल है जो इस लॉकडाउन के दौरान अपने परिवार और दोस्तों से अलग सेल्फ-आइसोलेशन में थे।
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