प्रिवेंटिव मेडिकेशन की मदद से डायबिटीज के मरीजों में हार्ड अटैक के खतरे को कम किया जा सकता है। डेनमार्क स्थित आरहुस यूनिवर्सिटी हॉस्पिटल के शोधकर्ताओं ने अपने अध्ययन के हवाले से यह जानकारी दी है। हाल में उन्होंने यूरोपियन सोसायटी ऑफ कार्डियोलॉजी के वार्षिक सम्मेलन में अपने अध्ययन के परिणाम सामने रखे थे। इसमें इन वैज्ञानिकों ने बताया कि प्रिवेंटिव मेडिकेशन का इस्तेमाल बढ़ाने से उन्हें टाइप 2 डायबिटीज के मरीजों में हार्ट अटैक का खतरा नाटकीय रूप से कम करने में कामयाबी मिली है। इस बारे में अध्ययन के प्रमुख शोधकर्ता और आरहुस यूनिवर्सिटी हॉस्पिटल की डॉ. क्रिस्टिन गिल्डिनकेर्न का कहना है, 'हमारे परिणाम बताते हैं कि टाइप 2 डायबिटीज होने का पता चलने पर हृदय रोग निरोधक दवाएं लेने से हार्ट अटैक और अकाल मृत्यु के खतरे पर पर्याप्त रूप से असर पड़ता है।'
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