टाइप 2 डायबिटीज होने के पीछे मुख्य कारण क्या है, ये अभी तक स्पष्ट नहीं हो पाया है. वैसे यह माना जाता है कि अधिक वजन होना और आनुवंशिक ऐसे कारण है, जिनकी वजह से टाइप 2 डायबिटीज की समस्या हो सकती है. वहीं, अधिक शुगर लेने से भी यह समस्या आसानी से अपना शिकार बना सकती है, लेकिन फलों में भी शुगर की मात्रा पाई जाती है, लेकिन इन्हें हेल्दी डाइट का हिस्सा माना गया है. ऐसे में संशय होना वाजिब है कि ज्यादा फल खाने से टाइप 2 डायबिटीज हो सकता है या नहीं.

आप यहां दिए लिंक पर क्लिक करके जान सकते हैं कि डायबिटीज का इलाज क्या है.

आज इस लेख में आप यही जानेंगे कि ज्यादा फल खाना और टाइप 2 डायबिटीज के बीच क्या संबंध है -

(और पढ़ें - टाइप 2 डायबिटीज के जोखिम का अनुमान कैसे लगाएं)

  1. फल किस प्रकार टाइप 2 डायबिटीज को करते हैं प्रभावित
  2. डायबिटीज मरीज के लिए फल की तय मात्रा
  3. सारांश
क्या ज्यादा फल खाने से टाइप 2 डायबिटीज होती है? के डॉक्टर

फल में फाइबरविटामिनमिनरल और एंटीऑक्सीडेंट की अच्छी मात्रा होती है, जिस कारण से फलों को डायबिटीज रोगियों की डाइट का अहम हिस्सा होना चाहिए. साथ ही यह भी जरूर है कि टाइप 2 डायबिटीज वालों को खाते समय थोड़ा ध्यान जरूर रखना चाहिए, क्योंकि कुछ फल ब्लड शुगर स्तर को प्रभावित कर सकते हैं. आइए, विस्तार से जानते हैं कि ज्यादा फल खाने से टाइप 2 डायबिटीज की समस्या होती है या नहीं -

(और पढ़ें - महिलाओं में टाइप 2 डायबिटीज का कारण)

सीमित मात्रा में फलों का सेवन

डाइट में अधिक शुगर को शामिल करने से वजन बढ़ने का जोखिम रहता है, जिससे ब्लड शुगर का स्तर बढ़ सकता है और प्री-डायबिटीज की समस्या हो सकती है. ये दोनों ही टाइप 2 डायबिटीज के लिए जोखिम कारक हैं. वहीं, फलों में कई विटामिन व मिनरल होते हैं, लेकिन आम जैसे फलों में प्राकृतिक शुगर की मात्रा ज्यादा होती है. इसलिए, इन फलों को सीमित मात्रा में खाने की सलाह दी जाती है.

(और पढ़ें - बच्चों में डायबिटीज का इलाज)

myUpchar के डॉक्टरों ने अपने कई वर्षों की शोध के बाद आयुर्वेद की 100% असली और शुद्ध जड़ी-बूटियों का उपयोग करके myUpchar Ayurveda Madhurodh Capsule बनाया है। इस आयुर्वेदिक दवा को हमारे डॉक्टरों ने कई लाख लोगों को डायबिटीज के लिए सुझाया है, जिससे उनको अच्छे प्रभाव देखने को मिले हैं।
Sugar Tablet
₹899  ₹999  10% छूट
खरीदें

ड्राई फ्रूट, जूस व स्मूदी

अगर कोई व्यक्ति अपनी डाइट में बताई गई मात्रा से अधिक फल का सेवन करता है, तो इससे उसकी डाइट में शुगर की मात्रा बढ़ सकती है. सिर्फ यही नहीं, अगर ताजे फलों की जगह ड्राई फ्रूट व फलों के जूस या स्मूदी का सेवन किया जाता है, तो इससे टाइप 2 डायबिटीज जोखिम होने की आशंका रहती है.

(और पढ़ें - टाइप 2 डायबिटीज के खतरे को बढ़ाता है गठिया रोग)

2 साल से 13 साल तक के बच्चे के लिए 1 से डेढ़ कप फलों के सेवन की सलाह दी गई है. 14 से 18 साल की लड़कियों के लिए डेढ़ कप फल और इसी उम्र के लड़कों को डेढ़ कप फल के सेवन की सलाह दी जाती है. 19 से 30 साल की महिलाओं को 2 कप फल और 30 से अधिक की उम्र की महिलाओं के लिए डेढ़ कप फल का सेवन सही माना गया है. 19 से अधिक की उम्र के पुरुषों के लिए 2 कप फल का सेवन सही माना गया है. ये आंकड़े 30 मिनट से कम मॉडरेट एक्सरसाइज करने वालों के हिसाब से तैयार किए गए हैं.

(और पढ़ें - ये हो सकता है टाइप 2 डायबिटीज का इलाज)

टाइप 2 डायबिटीज होने का कोई कारण स्पष्ट नहीं है. फिर भी डाइट पर ध्यान देना जरूरी है. डाइट में फलों को जरूर शामिल करना चाहिए. साथ ही इनका नियमित रूप से सेवन करना चाहिए, लेकिन जिन फलों में शुगर की मात्रा अधिक होती है, उन्हें ज्यादा में खाने से टाइप 2 डायबिटीज होने की आशंका बढ़ जाती है.

(और पढ़ें - डायबिटीज के लिए व्यायाम)

Dr. Narayanan N K

Dr. Narayanan N K

एंडोक्राइन ग्रंथियों और होर्मोनेस सम्बन्धी विज्ञान
16 वर्षों का अनुभव

Dr. Tanmay Bharani

Dr. Tanmay Bharani

एंडोक्राइन ग्रंथियों और होर्मोनेस सम्बन्धी विज्ञान
15 वर्षों का अनुभव

Dr. Sunil Kumar Mishra

Dr. Sunil Kumar Mishra

एंडोक्राइन ग्रंथियों और होर्मोनेस सम्बन्धी विज्ञान
23 वर्षों का अनुभव

Dr. Parjeet Kaur

Dr. Parjeet Kaur

एंडोक्राइन ग्रंथियों और होर्मोनेस सम्बन्धी विज्ञान
19 वर्षों का अनुभव

ऐप पर पढ़ें