कोरोना वायरस से भारत में दो लोगों की मौत हो गई है। कर्नाटक के कलबुर्गी जिले में 76 वर्षीय बुजुर्ग के बाद शुक्रवार को दिल्ली में देर शाम एक 68 वर्षीय महिला की मौत हो गई। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने एक प्रेस विज्ञप्ति जारी कर बताया कि महिला सीओवीआईडी-19 के अलावा हाइपरटेंशन और डायबिटीज से पहले से पीड़ित थी। सरकार द्वारा जारी किए गए बयान के मुताबिक, महिला में कोरोना वायरस उसके बेटे से आया था, जो कुछ समय पहले स्विट्जरलैंड और इटली की यात्रा करके लौटा था। बता दें कि पीड़िता का बेटा भी दिल्ली के राम मनोहर लोहिया अस्पताल में भर्ती है।
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देश में कोरोना वायरस के मामलों की संख्या 81 से बढ़ कर 83 हो गई है। स्वास्थ्य मंत्रालय ने आधिकारिक रूप से यह जानकारी दी है। हालांकि मीडिया रिपोर्टों की मानें तो कुल मामलों की संख्या 85 के आसपास है। सरकार की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक, दिल्ली और उत्तर प्रदेश में एक-एक नए मामले की पुष्टि हुई है। इसके बाद राजधानी में कोरोना वायरस के कुल मरीजों की संख्या सात और उत्तर प्रदेश में 12 हो गई है।
देश के कई राज्यों में स्कूल, सिनेमाघर समेत कई चीजें बंद
कर्नाटक में कोरोना वायरस से पहले मौत की पुष्टि के बाद राज्य सरकार ने स्कूल और सिनेमाघर समेत कई चीजों पर अस्थाई रोक लगा दी है। मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक, सरकार ने कहा है कि राज्य के मॉल, पब्स और नाइट क्लब भी अगले एक हफ्ते तक बंद रहेंगे। मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा ने सभी प्रकार की प्रदर्शनियों, कैंपों, स्पोर्ट्स इवेंट्स, शादी समारोह, सम्मेलनों आदि पर भी रोक लगाने के निर्देश दिए हैं।
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वहीं, महाराष्ट्र में भी कोरोना वायरस के 14 मामलों की पुष्टि के बाद मुंबई, ठाणे, नवी मुंबई, पुणे, पिंपरी-चिंचवड के सिनेमाघरों, स्विमिंग पूलों, जिम और ऑडिटोरियम बंद कर दिए गए हैं। यहां पुणे और पिंपरी में सभी स्कूलों और कॉलेजों को 31 मार्च तक के लिए बंद कर दिया गया है। इन दोनों राज्यों के अलावा उत्तर प्रदेश, पंजाब, हरियाणा, बिहार और मध्य प्रदेश ने भी अपने यहां स्कूलों और कॉलेजों को महीने के अंत तक बंद रखने का निर्देश दिया है। दिल्ली, केरल, जम्मू-कश्मीर, उत्तराखंड और मणिपुर में भी इसी तरह के कदम उठाए गए हैं।
कई राज्यों में महामारी अधिनियम लागू, लेकिन हालात ऐसे 'नहीं'
देश में कोरोना वायरस को रोकने के लिए कई कदम उठाए गए हैं। हालांकि केंद्र सरकार ने राज्यों सरकारों को साफ किया है कि भारत में हालात अभी भी महामारी वाले नहीं हैं। मीडिया में आई खबरों के मुताबिक, केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव प्रीति सूदन ने राज्यों के मुख्य और स्वास्थ्य सचिवों को पत्र लिख कर कहा है कि भले ही कोरोना संकट को रोकने के लिए महामारी अधिनियम, 1897 लागू करने की बात कही गई है, लेकिन भारत में महामारी जैसी स्थिति नहीं है।
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बता दें कि राजधानी में कोरोना वायरस से पहली मौत की पुष्टि के बाद दिल्ली सरकार ने यहां 'महामारी' की घोषणा कर दी है। हालांकि, कर्नाटक को लेकर तस्वीर साफ नहीं है। कुछ मीडिया रिपोर्टों में बताया गया था कि वहां भी महामारी की घोषणा की गई है। लेकिन अन्य रिपोर्टों में इसे खारिज भी किया गया था। बहरहाल, दिल्ली के अलावा महाराष्ट्र में भी शुक्रवार को कोरोना वायरस को महामारी घोषित कर दिया गया।
देश में कोरोना वायरस से जुड़ी अन्य बड़ी खबरें इस प्रकार हैं-
- कोरोना वायरस के मामले बढ़ने के चलते जानी-मानी आईटी कंपनी इंफोसिस ने बेंगलुरु स्थित एक कार्यालय खाली कराया। खबर है कि वहां कथित रूप से एक कर्मचारी में सीओवीआईडी-19 पाया गया है।
- शुक्रवार को गूगल के बेंगलुरु स्थित कार्यालय में कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए एक आईटी एक्सपर्ट की पत्नी में भी संक्रमण पाए जाने की खबर। रिपोर्टों के मुताबिक, महिला आगरा की रहने वाली है।
- महाराष्ट्र में देर रात दो और नए मामले सामने आए।
- आईआईटी-दिल्ली ने रविवार तक सभी हॉस्टल खाली करने के निर्देश दिए।
- सरकार ने बांग्लादेश, नेपाल, भूटान, म्यांमार से जुड़े चेकपोस्टों पर होने वाली आवाजाही पर 15 मार्च तक के लिए रोक लगाई।